क्रिकेट जगत में अनुशासन और टीम भावना
विजय मर्चेंट
इन दो शब्दों का प्रयोग तो बहुत अधिक किया जाता है लेकिन सही तरह से समझा बहुत कम जाता है। अनुशासन का अर्थ होता है, कप्तान के आदेशों का पूरी तरह से पालन करना। यदि आपसे कप्तान जल्दी-जल्दी रन बनाने को कहे तो आप उससे विकेट की स्थिति, गेंद कैसी फेंकी जा रही है या पिच की हालत आदि के बारे में किसी प्रकार का तर्क न करें। कप्तान के आदेशों को पालन करने का भरसक प्रयत्न करें।
किसी भी टीम की सफलता के लिए टीम भावना बहुत महत्त्वपूर्ण होती है। टीम भावना का यह मतलब नहीं होता कि टीम के ग्यारह सदस्यों का आपस में मेल-जोल हो, हालाँकि यह भी बहुत जरूरी है । टीम- भावना का अर्थ होता है कि आप अपने व्यक्तिगत संबंधों को दूर रखें और केवल टीम के लिए खेलें, अपने लिए नहीं अधिक से अधिक रन तो बनाइए, लेकिन जल्दी बनाइए ताकि उससे आपकी टीम को लाभ भी हो। यहाँ मैं टीम भावना के तीन उदाहरण प्रस्तुत करूँगा, जिससे कि आपको मेरा आशय ज्यादा अच्छी तरह समझ में आ जाएगा।
‘अ’ और ‘ब’ बल्लेबाजी कर रहे हैं।’ अ’ ने 10 से अधिक रन बना लिए हैं। दिन का खेल खत्म होने से 10 मिनट पहले ‘ब’ आउट हो जाता है। अब ‘स’ ‘अ’ के साथ खेलने आता है। उस समय उसकी टीम भावना उससे यह माँग करती है कि यह खेल का जो थोड़ा सा समय बचा है, उसमें ‘स’ को गेंद से जितना बचा सकता है, बचाए। उसे यह भी नहीं सोचना चाहिए कि मैं तो बेहतर बल्लेबाज हूँ और इसलिए मेरी विकेट ‘स’ की तुलना में ज्यादा कीमती है। यदि वह ऐसा सोचने लगेगा तो इसका अर्थ यह हुआ कि वह अपने लिए खेल रहा है, टीम के लिए नहीं।
एक दूसरा उदाहरण लें। सोचिए कि ‘अ’ और ‘ब’ गेंद फेंक रहे हैं। ऐसे मौके आ सकते हैं जबकि टीम के कप्तान यह चाहते हों कि इस समय उन्हें विकेट नहीं लेनी चाहिए। उस स्थिति में गेंदबाजों को अपने कप्तान से किसी प्रकार का तर्क नहीं करना चाहिए, बल्कि उसके आदेश का पालन करना चाहिए।
एक और उदाहरण फील्ड में कभी-कभी गेंद बहुत उछाल दी जाती है। दो क्षेत्ररक्षक उस गेंद को कैच करने की स्थिति में हैं।’ क’ बहुत कुशल क्षेत्ररक्षक है लेकिन वह गेंद से दूर है।’ ख’ यों तो गेंद के पास हैं लेकिन वह कमज़ोर क्षेत्ररक्षक हैं। टीम भावना को ध्यान में रखते हुए उस समय ‘क’ को चाहिए कि वह ‘साइड’ या ‘माइन’ पुकारकर उस कैच को लेने के लिए दौड़ पड़े, भले ही यह उसके लिए ज्यादा कठिन हो।
इस समय भारतीय टीम में अनुशासन और टीम भावना के लाभ को पहले से ज्यादा समझा जाने लगा है। आज हमारे खिलाड़ी टीम के रूप में खेलते हैं, तभी आज हमारा खेल पहले से कहीं ज्यादा अच्छा है।
शब्दार्थ
तर्क – दलील
भरसक – जहाँ तक हो सके
आशय – तात्पर्य, उद्देश्य
बेहतर – अपेक्षाकृत ठीक या अच्छा
आदेश – आज्ञा
उदाहरण – मिसाल