(जन्म सन् 1923 ई., निधन सन् 1962 ई.)
रांगेयजी कवि, उपन्यासकार, विचारक तथा कहानीकार हैं। उनके द्वारा लिखा गया साहित्य मात्रा की दृष्टि से ही नहीं, गुणवत्ता की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है।
रांगेय राघव ने इतिहास, समाज और व्यक्ति की मनोवृत्ति का चित्रण करते हुए अनेक उपन्यास तथा कहानियाँ लिखी हैं। इनमें मुख्य ‘रामानुज’ , ‘घरौंदा’ , ‘विषादमठ’ , ‘लोई का ताना’ , ‘पक्षी और आकाश’ , ‘कब तक पुकारूँ’ , ‘राई का पर्वत’ , ‘पथ का पाप’ , ‘मुर्दों का टीला’ आदि।’ मेधावी’ उनका प्रबंध काव्य है तथा ‘पिघलते पत्थर’ , ‘राह के दीपक’ में उनकी कविताएँ संकलित हैं।
प्रस्तुत गीत में कवि रांगेयजी ने भारत की जनशक्ति को जगाने का आह्वान किया है। ये इस विराट ‘जनशक्ति’ की चेतना द्वारा भारत में महाक्रांति लाना चाहते हैं जिसके द्वारा एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना चाहते हैं जहाँ लोग अमन-चैन से रह सकें। कवि ने भारतीय जनशक्ति को नवयुग का अग्रदूत बताया है।
हे जनशक्ति महान !
जागो और जगाओ।
हम पृथ्वी पर स्वर्ग बनाएँगे
हम दुनिया नयी बसाएँगे
हम महाजागरण गर्जन कर
अविराम चेतना लाएँगे
हे मजदूर किसान !
जागो और जगाओ।
हम जलती आग बुझाएँगे
मानव संतोष जगाएँगे
हम ज्योति लिए उन्नति पथ पर
अविरत बढ़ते ही जाएँगे
हे जन गौरव प्राण !
जागो और जगाओ।
हम श्रम का वंदन करते हैं
मेधा का गायन करते हैं
हम मानव का निर्माण अमर
लख कर सुख गर्जन करते हैं
हे जीवन अभिमान !
जागो और जगाओ।
हम हैं नवयुग के अग्रदूत
हम काल – जलधि – नाविक अभूत
हम साम्य- दीप के नव प्रकाश
हम विजयोन्मादी क्रान्ति पूत
हे प्रदीप्त गतिमान !
जागो और जगाओ।
अविराम – निरंतर
चेतना – जागृति होश, बुद्धि, समझ
ज्योति – प्रकाश
उन्नति – प्रगति
पथ – रास्ता
मेधा – बुद्धि
अग्रदूत – अग्रणी
जलधि – सागर
नाविक – मल्लाह
अभूत – जो हुआ न हो
पूत – पुत्र
प्रदीप्त – प्रकाशित
1. निम्नलिखित प्रश्नों के नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर खाली जगह भरिए :-
(1) जनशक्ति की चेतना द्वारा भारत में __________ लाना चाहिए।
(अ) नवचेतना
(ब) परिवर्तन
(क) महाक्रांति
(ड) नवयुग
उत्तर – (अ) नवचेतना
(2) हम हैं __________ नवयुग के
(अ) निर्माता
(ब) वाहक
(क) अग्रदूत
(ड) पहरेदार
उत्तर – (क) अग्रदूत
2.निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए :-
(1) कवि ने जनशक्ति को संबोधित करते हुए क्या कहा है?
उत्तर – कवि ने जनशक्ति को संबोधित करते हुए कहा है कि हम मिलित रूप से कार्य करके पृथ्वी को स्वर्ग बनाएँगे और नवचेतना लाएँगे।
(2) महाजागरण गर्जन से किसकी प्राप्ति होगी?
उत्तर – महाजागरण गर्जन से अविराम नवचेतना की प्राप्ति होगी।
(3) हम नवयुग के अग्रदूत कैसे बन सकते हैं?
उत्तर – हम आपसी भाईचारे और परस्पर समानता की भावना का संचार करके नवयुग के अग्रदूत बन सकते हैं।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के सविस्तार उत्तर लिखिए :-
(1) कवि ने मजदूर एवं किसान को क्या प्रेरणा दी हैं?
उत्तर – कवि ने समाज में मजदूरों एवं किसानों को अत्यधिक महत्त्वपूर्ण माना है इसलिए उन्हें प्रेरणा देते हुए कह रहे हैं कि हम सामूहिक रूप से कृषि कार्य करके सबकी भूख मिटाएँगे, हम सबमें संतोष की भावना को पल्लवित करेंगे। उम्मीद की किरण लिए हम अपने उन्नति पथ पर एक साथ बढ़ेंगे और बढ़ते ही जाएँगे।
(2) ‘हे जनशक्ति महान’ गीत के माध्यम से कवि ने जनमानस को क्या संदेश दिया है?
उत्तर – कवि अपनी कविता ‘हे जनशक्ति महान’ के माध्यम से जनमानस तक संदेश पहुँचाना चाहते हैं कि हमारे विकास के लिए हमें ही कुछ करना पड़ेगा। हम अपने विकास के लिए अगर दूसरों पर आश्रित रहे तो जीवन भर हमें मुँह ही ताकना पड़ेगा। हमें समाज को उन्नति की दिशा में मोड़कर एक साथ आगे बढ़ना पड़ेगा तभी जाकर हमारा अभीष्ट लक्ष्य हमें प्राप्त होगा। इस पुनीत कार्य में किसान और मजदूर से लेकर सभी लोगों को समानता के भाव से पूरित होकर प्रवीणता को प्राथमिकता देते हुए विजयपथ की ओर अग्रसर होना अनिवार्य है।
- निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए :-
अविराम – निरंतर, गतिशील
मेधा – बुद्धि, प्रवीणता
अभिमान – गर्व, अहम
जलधि – समुद्र, सागर
- निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए :-
संतोष – असंतोष
निर्माण – ध्वंश
प्रकाश – अंधकार
विजय – पराजय
- निम्नलिखित शब्दों की संधि-विच्छेद कीजिए :-
उन्नति – उत् + नति
नाविक – नौ + इक
विजयोन्मादी – विजय + उन्मादी
- ‘आधुनिक हिंदी कविता’ प्राप्त करते उसमें से ‘कर्मवीर’ (हरिऔध), ‘मेरा जीवन’ (सुभद्राकुमारी चौहान), पढ़िए और इन काव्यों से उनकी तुलना कीजिए।
उत्तर – छात्र इसे अपने स्तर पर करें।
- इस प्रकार की अन्य प्रेरक रचनाएँ छात्रों के सामने प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर – शिक्षक इसे अपने स्तर पर करें।