डॉ. रमेश मिलन
डॉ. रमेश मिलन हिंदी के सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार हैं। उनका जन्म 7 जुलाई 1946 को ग्राम माँचड़, जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने हिंदी एवं राजनीति शास्त्र में एम.ए. किया है। उनकी हास्य-व्यंग्य नाटिका ‘बात इतनी सी है’ का दूरदर्शन में धारावाहिक के रूप में प्रसारण हुआ है। उनका कविता संग्रह ‘सोने की मछली’ एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा पुरस्कृत है। उनकी अन्य प्रमुख रचनाएँ हैं मेहनत की महक, थिरकते पंक (कहानियाँ), सरस गीत विज्ञान के (ज्ञान), एक चमन के फूल (उपन्यास) आदि। प्रस्तुत कविता उनके कविता संग्रह ‘कोकिल कंठ सलोने गीत’ से ली गई है।
“लाल, हरी, पीली बत्ती, ये ट्रैफिक के संकेत – चलो हरी पर, रुको लाल पर, पीली करे सचेत, सड़क पार ज़ीबरा क्रासिंग पर।” इस पद्य के द्वारा विद्यार्थियों को सड़क पार करते समय ध्यान रखने की बातें सिखायी जा सकती है।
अनुशासन ही शासन है
चलती बस में चढ़ो नहीं तुम, और कभी मत कूदो
कभी सड़क पर जाकर बच्चो, नहीं खेलने लगना
साइकिल पर हो या हो पैदल, कभी न बेढब चलना….
न जाने क्यों हेलमेट बिन, समझदार ये चलते
सिर तो आखिर अपना ही है, इतना नहीं समझते
घर पर जोहते बाट, न दो उनको गम की सौगात ….
दुर्घटना हो जाय सड़क पर, कभी न आँख चुराओ
करो मदद घायल की, फौरन अस्पताल पहुँचाओ
जीवन है अनमोल, कोई न होने पाये अनाथ ….
जगह-जगह पर चौराहों पर, जो संकेत दिए हैं
उनका पालन करने वाले, सबके प्रिय रहे हैं
जीओ और जीने दो का, वे पाल रहे सिद्धान्त।
शब्दार्थ :
बेढ़ब – अंधाधुंध,
बाट जोहना – प्रतीक्षा करना,
गम – दुख, शोक
सौगात – तोहफा, उपहार, भेंट
आँख चुराना – सामने न आना
फौरन – तुरंत, जल्दी
अनमोल – अमूल्य,
चौराहा – जहाँ चार रास्ते मिलते हों।
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :-
- बच्चों को सड़क पर जाकर क्या नहीं करना है?
उत्तर – बच्चों को सड़क पर जाकर कभी खेल-कूद नहीं करनी चाहिए।
- हेलमेट के बिना कौन चलते हैं?
उत्तर – हेलमेट के बिना पढ़े-लिखे मूर्ख लोग दुपहिया वाहन चलाते हैं।
- बाट जोहने वालों को क्या नहीं देना चाहिए?
उत्तर – बाट जोहने वालों को गम की सौगात नहीं देनी चाहिए।
- घायल को फौरन कहाँ पहुँचाना चाहिए?
उत्तर – घायल को फौरन अस्पताल पहुँचाना चाहिए।
- क्या अनमोल है?
उत्तर – जीवन अनमोल है।
- चौराहों पर क्या दिए गए हैं?
उत्तर – चौराहों पर जगह-जगह पर वाहनचालकों के लिए संकेत दिए गए हैं।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :-
- चौराहों पर दिए गए संकेतों को विस्तार से बताइए।
उत्तर – चौराहों पर दिए गए संकेतों में हरे रंग का अर्थ है हरी बत्ती का मतलब होता है कि आपको रास्ता मिल गया है, लेकिन सड़क को देखकर ही आगे बढ़ें। पीले रंग की बत्ती हमें सावधानी बरतने और तैयार रहने का संकेत देती है और अंत में लाल बत्ती का मतलब होता है रुकना अनिवार्य। किसी भी स्थिति में सिग्नल तोड़ने की कोशिश न करें।
- दुर्घटना से बचने के कोई दो उपाय लिखिए।
उत्तर – दुर्घटना से बचने के लिए हमें यातायात के नियमों का पालन करना ही चाहिए और अगर हम दुपहिया वाहन चला रहे हैं तो हैलमेट का प्रयोग तथा चौपहिया वाहन में सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य से करें। इसके अतिरिक्त अपनी गाड़ी की गतिसीमा भी नियंत्रित रखें।
III. अन्य वचन रूप लिखिए :-
- सड़क – सड़कें
- साइकिल – साइकिलें
- बच्चा – बच्चे
- दुर्घटनाएँ – दुर्घटना
- चौराहें – चौराहा
- सिद्धांत – सिद्धांत
IV. उदाहरण के अनुसार लिखिए :-
- खेल – खेलना
- लग – लगना
- चल – चलना
- रुक – रुकना
- चुरा – चुराना
- पहुँच – पहुँचना
V. सड़क पर चलते समय सबको अनेक नियमों का पालन करना पड़ता है। इसी तरह के किन्हीं पाँच ऐसे नियमों को लिखिए जिन्हें आप अपने स्कूल में पालन करते हैं।
जैसे : समय पर स्कूल पहुँचना।
1.आदर्श विद्यार्थी बनें।
- स्कूल यूनिफॉर्म और साफ़-सफ़ाई।
- शिक्षकों और सहपाठियों का सम्मान करें।
- स्कूल की संपत्ति का ध्यान रखें।
- कक्षा में अनुशासन बनाए रखें।
VI. अनुरूपता :-
- चलती बस में : चढ़ो नहीं तुम :: सड़क पर जाकर : खेलों नहीं तुम
- करो मदद : घायल की :: पालन करो : चौराहे की संकेतों का
- लालरंग : रुकना :: हरा रंग : बढ़ना
- चार पथ : चतुष्पथ :: चार राह : चौराहा
VII. सही (✔) और गलत (❌) चिह्न लगाइए :-
- सड़क पर चलते समय खेलना है। (❌)
- समझदार हेलमेट पहनकर वाहन चलाते हैं। (✔)
- घर पर इन्तज़ार करने वालों को गम का सौगात देना है। (❌)
- दुर्घटना होने पर न आँख चुराना है। (✔)
- घायल की मदद नहीं करनी चाहिए | (❌)
- हमें चलती बस में चढ़ना नहीं चाहिए। (✔)
VIII. उत्तर लिखकर उचित रंग भरिए :-
- लाल बत्ती जलने पर क्या करना चाहिए?
उत्तर – लाल बत्ती का मतलब होता है रुकना अनिवार्य। अगर सड़क पर ज़ेब्रा क्रॉसिंग बनी हो, तो उसके पीछे ही रुकें ताकि पैदल यात्रियों को रास्ता पार करने में कोई दिक्कत न हो।
- पीली बत्ती क्या बताती है?
उत्तर – पीली बत्ती आमतौर पर सावधानी बरतने और तैयार रहने का संकेत देती है।
- हरी बत्ती देखने पर क्या करना चाहिए?
उत्तर – हरी बत्ती का मतलब होता है कि आपको रास्ता मिल गया है, लेकिन सड़क को देखकर ही आगे बढ़ें।
- सड़क का रंग कौन-सा होता है?
उत्तर – सड़क के रंग और उनके प्रकार:
काली सड़क – यह डामर (Asphalt) या तारकोल से बनी होती है।
ग्रे (स्लेटी) सड़क – यह कंक्रीट (Concrete) से बनी होती है और अधिक मजबूत होती है।
लाल या ईंटी रंग की सड़क – कुछ जगहों पर विशेष डिजाइन और सौंदर्य के लिए ईंटों या लाल पत्थरों से सड़कें बनाई जाती हैं।
IX. नारों की स्पर्धा :-
उदाहरण : 1. सुरक्षा जीवन का अर्थ है,
सुरक्षा के बिन सब व्यर्थ है।
- मत करो इतनी मस्ती,
जिन्दगी नहीं है सस्ती।
उदाहरणों के अनुसार तीन नारे लिखकर कक्षा में प्रस्तुत कीजिए।
“गाड़ी धीरे चलाए
ताकि घर पर इंतज़ार करते
बच्चों से मिल पाए।”
“यातायात के नियमों का पालन
सुखमय जीवन का है साधन।”
“जीवन आपका है इसमें कोई शक नहीं।
पर आपके जीवन पर अकेला आपका ही हक नहीं।”
- कार्ड बोर्ड पर सड़क का चित्र बनाकर विभिन्न संकेतों का प्रदर्शन करवाएँ।
उत्तर –
यह रहा सड़क का चित्र जिसमें विभिन्न संकेत जैसे पैदल यात्री क्रॉसिंग, स्टॉप संकेत, गति सीमा संकेत, ट्रैफिक लाइट, दिशात्मक तीर, स्कूल क्षेत्र संकेत, नो-पार्किंग संकेत और राउंडअबाउट संकेत दिखाए गए हैं।
- ट्रैफिक पुलिस की भूमिका में यातायात संबंधी नियमों का मूक अभिनय करवाएँ।
उत्तर – छात्र इसे शिक्षक की मदद से पूरा करें।