मुहावरे
1. अपना उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना
2. अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना
3. अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना – अपनी प्रशंसा स्वयं करना
4. अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना – स्वयं को हाँनि पहुँचाना
5. अपने पैरों पर खड़े होना – आत्मनिर्भर होना
6. अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना
7. अक्ल के पीछे लट्ठ लेकर फिरना – मूर्खता प्रदर्शित करना
8. अँगूठा दिखाना – कोई वस्तु देने या काम करने से इनकार करना
9. अँधे की लकड़ी होना – एकमात्र सहारा
10. अच्छे दिन आना – भाग्य खुलना
11. अंग-अंग फूले न समाना – बहुत खुशी होना
12. अंगारों पर पैर रखना – साहसपूर्ण तरीके से खतरे में उतरना
13. आँख का तारा होना – बहुत प्यारा
14. आँखें बिछाना – अत्यंत प्रेमपूर्वक स्वागत करना
15. आँखें खुलना – वास्तविकता का बोध होना
16. आँखों से गिरना – आदर कम होना
17. आँखों में धूल झोंकना – धोखा देना
18. आँख दिखाना – क्रोध करना या डराना
19. आटे-दाल का भाव मालूम होना – बड़ी कठिनाई में पड़ना/ महँगाई का पता चलना
20. आग बबूला होना – बहुत गुस्सा होना
21. आग से खेलना – जानबूझ कर मुसीबत मोल लेना
22. आग में घी डालना – क्रोध भड़काना
23. आँच न आने देना – हानि या कष्ट न होने देना
24. आड़े हाथों लेना – खरी-खरी सुनाना
25. आनाकानी करना – टालमटोल करना
26. आँचल पसारना – याचना करना
27. आस्तीन का साँप होना – कपटी मित्र
28. आकाश के तारे तोड़ना – असंभव कार्य करना
29. आसमान से बातें करना – बहुत ऊँचा होना
30. आकाश सिर पर उठाना – बहुत शोर करना
31. आकाश-पाताल एक करना – कठिन प्रयत्न करना
32. आँखों की किरकिरी होना – खटकना
33. आँसू पीकर रह जाना – भीतर ही भीतर दुखी होना
34. आठ-आठ आँसू गिराना – पश्चात्ताप करना
35. इधर-उधर की हाँकना – बेमतलब की बातें करना
36. इतिश्री होना – समाप्त होना
37. इस हाथ लेना उस हाथ देना – हिसाब-किताब साफ़ करना
38. ईद का चाँद होना – बहुत दिनों बाद दिखाई देना
39. ईंट से ईंट बजाना – नष्ट कर देना
40. ईंट का जवाब पत्थर से देना – कड़ाई से पेश आना
41. आँसू पोंछना – सांत्वना देना
42. आँखें तरेरना – क्रोध से देखना
43. आकाश टूट पड़ना – अचानक विपत्ति आना
44. आग लगने पर कुआँ खोदना – ऐन मौके पर उपाय करना
45. उँगली उठाना – निंदा करना/लाँछन लगाना
46. उन्नीस-बीस का फर्क होना – मामूली फर्क होना
47. उल्टी गंगा बहाना – प्रचलन के विपरीत कार्य करना
48. उड़ती चिड़िया के पर गिनना – बहुत अनुभवी होना
49. उल्लू बनाना – मूर्ख बनाना
50. उँगली पर नचाना – वश में करना
51. उल्लू सीधा करना – अपना स्वार्थ देखना
52. एक और एक ग्यारह होना – एकता में शक्ति होना
53. एक लाठी से हाँकना – सबसे एक जैसा व्यवहार करना
54. एक आँख से देखना – समदृष्टि होना/भेदभाव न करना
55. एड़ी-चोटी का जोर लगाना – बहुत कोशिश करना
56. एक ही थाली के चट्टे-बट्टे होना – एक प्रवृत्ति के होना
57. ओखली में सिर देना – जानबूझ कर विपत्ति में फँसना
58. ओढ़ लेना – जिम्मेदारी लेना
59. और का और होना – एकदम बदल जाना
60. औने-पौने बेचना – हानि उठाकर बेचना/जैसे-तैसे बेचना
61. औघट घाट चलना – सही रास्ते पर न चलना
62. कंचन बरसना – चारों ओर खूब धन मिलना
63. काट खाना – सूनेपन का अनुभव
64. किस्मत ठोकना – भाग्य को कोसना
65. कंठ का हार होना – प्रिय बनना
66. काम में हाथ डालना – काम शुरू करना
67. कूप मंडूक होना – अल्पज्ञ होना
68. कुएँ में भाँग पड़ना – सब की बुद्धि मारी जाना
69. कन्नी काटना – आँख बचाकर खिसक जाना
70. कसौटी पर कसना – परीक्षण करना
71. कलेजा मुँह को आना – व्याकुल होना/बहुत परेशान होना
72. कलेजा ठंडा होना – संतुष्ट होना
73. काम आना – युद्ध में मारा जाना
74. कान खाना – शोर करना/परेशान करना
75. कान भरना – चुगली करना
76. कान में तेल डालना – शिक्षा पर ध्यान न देना/अनसुना करना
77. कफन सिर पर बाँधना – लड़ने मरने को तैयार होना
78. किंकर्तव्य विमूढ़ होना – कोई निर्णय न कर पाना
79. कमर कसना – तैयार होना
80. कोल्हू का बैल होना – हर समय श्रम करने वाला
81. कलेजा टूक-टूक होना – दुख पहुँचना
82. कान कतरना – बहुत चतुराई दिखाना
83. काम तमाम कर देना – मार देना
84. कीचड़ उछालना – कलंक लगाना/नीचा दिखाना
85. कंधे से कंधा मिलाकर चलना – साथ देना
86. कच्चा-चिट्ठा खोलना – भेद खोलना
87. कौड़ी के मोल बिकना – बहुत सस्ता होना
88. कान का कच्चा होना – जल्दी बहकावे में आना
89. कान पर जूँ न रेंगना – कोई असर न होना
90. खून खौलना – गुस्सा आना
91. खून के घूँट पीना – गुस्सा मन में दबा लेना
92. खून-पसीना एक करना – बहुत मेहनत करना
93. खाक छानना – भटकना/काफी खोज करना
94. खेत रहना – युद्ध में मारे जाना
95. खाक में मिलना – बर्बाद होना
96. खाक में मिलाना – बर्बाद करना
97. खून-सूखना – भयभीत होना
98. कठपुतली की तरह नाचना – किसी के वश में होना
99. कब्र में पाँव लटकना – मौत के करीब होना
100. कलम तोड़ना – अत्यधिक मर्मस्पर्शी रचना करना
101. कलेजा छलनी करना – ताने मारना/व्यंग्य करना
102. कलेजा थामकर रह जाना – असह्य बात सहन कर रह जाना
103. कलेजे का टुकड़ा होना – अत्यंत प्रिय/आत्मिक होना
104. कागज की नाव होना – क्षण-भंगुर होना
105. कागजी घोड़े दौड़ाना – केवल कागजी कार्यवाही करना
106. कानों कान खबर न होना – किसी को पता न चलना
107. कुत्ते की मौत मरना – बुरी दशा में प्राणों का अंत होना
108. कमर टूटना – सहारा न रहना
109. कान भरना – किसी के विरूद्ध शिकायत करते रहना
110. किसी का घर जलाकर अपना हाथ सेंकना – अपने छोटे से स्वार्थ के लिए दूसरों को हाँनि पहुँचाना
111. कटे पर नमक छिड़कना – दुखी को और अधिक दुखी करना
112. गुदड़ी का लाल होना – गरीब किंतु गुणवान
113. गड़े मुर्दे उखाड़ना – बीती बातें छेड़ना
114. गले पड़ना – जबरन आश्रय लेना
115. गंगा नहाना – दायित्व से मुक्ति पाना
116. गिरगिट की तरह रंग बदलना – अवसरवादी होना/निश्चय बदलना
117. गुड़ गोबर होना – काम बिगड़ना
118. गुड़ गोबर करना – काम बिगाड़ना/ किया कराया नष्ट करना
119. गुलछर्रे उड़ाना – मौज उड़ाना
120. गाल बजाना – अपनी प्रशंसा करना
121. गागर में सागर भरना – थोड़े में बहुत कुछ कह देना
122. गाँठ में कुछ न होना – पैसा पास न होना
123. गला काटना – लोभ में पड़कर हाँनि पहुँचाना
124. गर्दन पर छुरी फेरना – अत्याचार करना
125. घाट-घाट का पानी पीना – स्थान-स्थान का अनुभव होना
126. घाव पर नमक छिड़कना – दुखी को और दुखी करना
127. घड़ों पानी पड़ना – बहुत लज्जित होना
128. घी के दीये जलाना – बहुत खुश होना/खुशियाँ मनाना
129. घर फूँक कर तमाशा देखना – अपना लुटाकर भी मौज करना
130. घर सिर पर उठाना – बहुत शोर करना
131. घोड़े बेचकर सोना – निश्चिंत होना
132. घुटने टेक देना – हार मान लेना
133. चादर के बाहर पैर पसारना – आय से अधिक व्यय करना
134. चंगुल में फँसना – किसी के काबू में होना
135. चोली-दामन का साथ होना – घनिष्ट संबंध होना
136. चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना – घबरा जाना
137. चिकनी-चुपड़ी बातें करना – चापलूसी करना/कपट व धोखा
138. चुल्लूभर पानी में डूब मरना – बहुत शर्मिन्दा होना
139. चिकना घड़ा होना – अत्यंत बेशर्म
140. चूड़ियाँ पहनना – कायरता दिखाना
141. चकमा देना – धोखा देना
142. चौपट करना – पूर्णरूप से नष्ट करना
143. चारों खाने चित्त होना – बुरी तरह हारना
144. चैन की वंशी बजाना – आराम से रहना
145. चूना लगाना – धोखा देकर ठगना
146. चार चाँद लगाना – शोभा बढ़ाना
147. चंपत होना – गायब होना
148. छठी का दूध याद आना – बड़ी मुसीबत में फँसना
149. छाती ठोकना – उत्साहित होना
150. छप्पर फाड़कर देना – बिना परिश्रम के बहुत कुछ पा जाना
151. छाती पर मूँग दलना – बहुत परेशान करना
152. छोटे मुँह बड़ी बात करना – अपनी हैसियत से ज्यादा बात करना
153. छाती पर साँप लोटना – अत्यंत ईर्ष्या करना
154. छक्के छुड़ाना – पैर उखाड़ देना/बेहाल करना
155. छाती पर पत्थर रखना – हृदय कठोर करना
156. जले पर नमक छिड़कना – दुखी का दुख बढ़ाना
157. जान हथेली पर रखना – मरने की परवाह न करना
158. जमीन पर पैर न पड़ना – बहुत गर्व करना
159. जान में जान आना – धीरज बँधना/मुसीबत से छुटकारा पाना
160. जबानी जमा खर्च करना – गप्पें लड़ाना
161. जबान पर लगाम लगाना – बहुत कम बोलना
162. जहर का घूँट पीना – कड़वी बात सुनकर सहन कर लेना
163. जीती मक्खी निगलना – जान-बूझ कर बेईमानी करना
164. जान पर खेलना – साहसपूर्ण कार्य करना
165. जूता चाटना – चापलूसी करना
166. जहर उगलना – कड़वी बात कहना
167. झख मारना – समय नष्ट करना
168. झगड़ा मोल लेना – विवाद में जानबूझ कर पड़ना
169. जी तोड़ कर काम करना – बहुत मेहनत करना
170. जी भर आना – दया उमड़ना/चित्त में दुख होना
171. पगड़ी उछालना – अपमानित करना
172. टेढ़ी-खीर होना – कठिन काम (कहावत)
173. टका-सा जवाब देना – साफ़ इनकार करना
174. टेक निभाना – वचन पूरा करना
175. टट्टी की आड़ में शिकार खेलना – छिपकर षड्यंत्र रचना
176. टाट उलट देना – दिवाला निकाल देना
177. टाँग अड़ाना – व्यर्थ दखल देना
178. ठगा-सा रह जाना – विस्मित रह जाना
179. ठकुरसुहाती बातें करना – चापलूसी करना
180. ठिकाने लगाना – नष्ट कर देना
181. डूबते को तिनके का सहारा देना – मुसीबत में थोड़ी सहायता भी लाभप्रद
182. डकार जाना – हड़प लेना/हजम कर जाना
183. डींग हाँकना – झूठी बड़ाई करना
184. डूब मरना – शर्म से झुक जाना
185. डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना – अपना मत अलग ही रखना
186. डंका बजना – प्रभाव होना
187. ढिंढोरा पीटना – प्रचार करना/सूचना देना
188. ढोल में पोल होना – थोथा या सारहीन
189. ढोल पीटना – अत्यधिक प्रचार करना
190. तलवे चाटना – खुशामद करना
191. तिल का ताड़ करना – छोटी-सी बात को बहुत बढ़ा देना
192. तूती बोलना – खूब प्रभाव होना
193. तोते उड़ जाना – घबरा जाना
194. तेवर चढ़ाना – नाराज होना/त्यौंरी बदलना
165. तलवार के घाट उतारना – मार डालना
196. तिलांजलि देना – त्याग देना/छोड़ देना
197. तितर-बितर होना – अलग-अलग होना
198. तारे गिनना – बेचैनी में रात काटना
199. तीन-तेरह करना – तितर-बितर करना
200. थूक कर चाटना – अपने वचन से मुकरना
201. थैली खोलना – जी खोलकर खर्च करना
202. थू-थू करना – घृणा प्रकट करना
203. दूध का दूध पानी का पानी करना – ठीक न्याय करना
204. दौड़-धूप करना – खूब प्रयत्न करना
205. दाँत खट्टे करना – परेशान करना/हरा देना
206. दाने-दाने को तरसना – बहुत गरीब होना
207. दाल में काला होना – छल/कपट होना/संदेहपूर्ण होना
208. दीया लेकर ढ़ूँढ़ना – अच्छी तरह खोजना
209. दुम दबाकर भागना – डर कर भाग जाना
210. दाल गलना – काम बनना
211. दिन में तारे दिखाई देना – घबरा जाना
212. दाँतों तले उँगली दबाना – आश्चर्यचकित होना
213. दो-दो हाथ करना – द्वंद्व युद्ध/अंतिम निर्णय हेतु तैयार होना
214. दो टूक जवाब देना – स्पष्ट कहना
215. दिन-रात एक करना – खूब परिश्रम करना
216. द्रौपदी का चीर होना – अनंत/अंतहीन/ बहुत लंबा होना
217. दिमाग आसमान पर चढ़ना – अत्यधिक गर्व होना
218. दाँत काटी रोटी होना – अत्यधिक स्नेह होना
219. दोनों हाथों में लड्डू होना – सर्वत्र लाभ ही लाभ होना
220. दूसरे के कंधे पर रखकर बंदूक चलाना – दूसरे को माध्यम बनाकर काम करना
221. दिल छोटा करना – दुखी होना, निराश होना
222. दिन फिरना – अच्छा समय आना
223. धूप में बाल पकाना – अनुभव हीन होना
224. धाक जमाना – रोब जमाना/प्रभाव जमाना
225. धूल में मिलाना – नष्ट करना
226. धरती पर पाँव न पड़ना – फूला न समाना अभिमानी होना
227. धूल फाँकना – दर-दर की ठोकरें खाना
228. धज्जियाँ उड़ाना – दुर्गति करना, कड़ा विरोध करना
229. बरस पड़ना – बहुत क्रोधित होकर
230. नमक-मिर्च लगाना – बात को आकर्षक बनाकर कहना
231. नानी याद आना – बड़ी कठिनाई में पड़ना/ घबरा जाना
232. निन्यानवे के फेर में पड़ना – धन इकट्ठा करने की चिंता में रहना
233. नाम कमाना – प्रसिद्ध होना
234. नौ-दो ग्यारह होना – भाग जाना
235. नीला-पीला होना – क्रोध करना
236. नाक रगड़ना – दीनता प्रदर्शित करना, खुशामद करना
237. नाक में दम करना – बहुत परेशान करना
238. नाक-भौं सिकोड़ना – घृणा करना
239. नाकों चने चबाना – खूब परेशान करना
240. नाक कटना – बदनामी होना
241. नुक्ताचीनी करना – दोष निकालना
242. नाक रख लेना – इज्जत बचाना
243. नाम निशान तक न बचना – पूर्णरूप से नष्ट हो जाना
244. नचा देना – बहुत परेशान कर देना
245. नींव की ईंट होना – प्रमुख आधार होना
246. पानी मरना – किसी की तुलना में निकृष्ट ठहरना
247. पैर पटकना – खूब कोशिश करना
248. पगड़ी उछालना – बेइज्जत करना
249. पेट पालना – जीवन निर्वाह करना
250. पहाड़ टूट पड़ना – बहुत मुसीबत आना
251. पानी पीकर जात पूछना – काम करके फिर जानकारी लेना
252. पेट में दाढ़ी होना – लड़कपन में बहुत चतुर होना
253. पैरों तले से जमीन खिसकना – बहुत घबरा जाना, अचानक परेशानी आना
254. पापड़ बेलना – कड़ी मेहनत करना, विषम परिस्थितियों से गुजरना
255. प्राण हथेली पर रखना – जान देने के लिए तैयार रहना
256. पिंड छुड़ाना – पीछा छुड़ाना या बचना
257. पानी-पानी होना – लज्जित होना
258. पेट में चूहे कूदना – तेज भूख लगना
259. पाँचों उँगलियाँ घी में होना – सब ओर से लाभ होना
260. पीठ ठोकना – शाबाशी देना, हिम्मत बँधाना
261. फूँक-फूँक कर कदम रखना – सावधानीपूर्वक कार्य करना
262. फूटी आँखों न सुहाना – बिल्कुल पसंद न होना
263. फूला न समाना – अत्यधिक खुश होना
264. पट्टी पढ़ाना – बहका देना, उल्टी राय देना
265. पेट काटना – बहुत कंजूसी करना
266. पानीदार होना – इज्जतदार होना
267. पाँवों में बेड़ी पड़ जाना – बंधन में बँध जाना
268. बाँह पकड़ना – सहायता करना/सहारा देना
269. बीड़ा उठाना – कठिन कार्य करने का उत्तरदायित्व लेना
270. बाल की खाल निकालना – नुक्ताचीनी करना
271. बात बनाना – बहाना करना
272. बाँछे खिलना – अत्यधिक प्रसन्न होना
273. बाल बाँका न होना – कुछ भी नुकसान न होना
274. बाज न आना – आदत न छोड़ना
275. बगलें झाँकना – इधर-उधर देखना/निरुत्तर होना
276. बाएँ हाथ का खेल होना – सरल कार्य
277. मन में लड्डू फूटना – अत्यधिक प्रसन्न होना
278. बछिया का ताऊ होना – महामूर्ख होना
279. भौंह चढ़ाना – क्रुद्ध होना
280. भूत सवार होना – हठ पकड़ना/काम करने की धुन लगना
281. भीगी बिल्ली बनना – डरपोक होना
282. भाड़-झोंकना – तुच्छ कार्य करना/व्यर्थ समय गुजारना
283. भरी थाली को लात मारना – जीविकोपार्जन के साधन ठुकरा देना
284. भैंस के आगे बीन बजाना – मूर्ख के समक्ष बुद्धिमानी की बातें करना व्यर्थ
285. बाल-बाल बचना – कुछ भी हानि न होना
286. दिन-रात एक करना – बहुत परिश्रम करना
287. मन खट्टा होना – मन फिर जाना/जी उचाट होना
288. मन के लड्डू खाना – कोरी कल्पनाएँ करना
289. मुँह में पानी भर आना – इच्छा होना/जी ललचाना
290. मुँह में लगाम न लगाना – अनियंत्रित बातें करना
291. मुट्ठी गर्म करना – रिश्वत देना, लेना
292. मुँह की खाना – हार जाना/हार मानना
293. मक्खियाँ मारना – बेकार भटकना/बैठना
294. मक्खीचूस होना – बहुत कंजूस होना
295. मुँह पर हवाइयाँ उड़ना – चेहरा फीका पड़ जाना
296. मन मसोस कर रह जाना – इच्छा को रोकना
297. मुँह काला करना – कलंकित होना
298. मुँह की खाना – बातों में हारना/अपमानित होना
299. मुँहतोड़ जवाब देना – कठोर शब्दों में कहना
300. मन मारना – उदास होना/इच्छाओं पर नियंत्रण
301. मुँह मोड़ना – ध्यान न देना
302. रंग में भंग होना – मजा किरकिरा होना/बाधा होना
303. राई का पहाड़ बनाना – बात को बढ़ा-चढ़ा देना
304. रंगा-सियार होना – ढोंगी/धोखेबाज
305. रोम-रोम खिल उठना – प्रसन्न होना
306. रौंगटे खड़े होना – डर से रोमांचित होना
307. रफूचक्कर होना – भाग जाना
308. रंग दिखाना/जमाना – प्रभाव जमाना
309. रंगे हाथों पकड़ना – अपराध करते हुए पकड़े जाना
310. लकीर का फकीर होना – परंपरावादी होना/ अंधानुकरण करना
311. लोहे के चने चबाना – बहुत कठिन कार्य करना/ संघर्ष करना
312. लाल-पीला होना – क्रोधित होना
313. लोहा मानना – बहादुरी स्वीकार करना
314. खून का घूँट पीना – अपमान सहन करना
315. लोहा बजाना – शस्त्रों से युद्ध करना
316. लुटिया डूबो देना – काम बिगाड़ देना
317. लोहा लेना – युद्ध करना/मुकाबला करना
318. खून-पसीना एक करना – कठिन परिश्रम करना
319. लंबा हाथ मारना – धोखाधड़ी से बहुत पैसे बनाना
320. विष उगलना – किसी के खिलाफ बुरी बात कहना
321. शहद लगाकर चाटना – तुच्छ वस्तु को महत्त्व देना
322. शैतान के कान कतरना – बहुत चतुर होना
323. समझ पर पत्थर पड़ना – अक्ल मारी जाना
324. सिर धुनना – पछताना/चिंता करना
325. सिर हथेली पर रखना – मृत्यु की चिंता न करना
326. सिर उठाना – विद्रोह करना
327. सितारा चमकना – भाग्यशाली होना
328. सूरज को दीपक दिखाना – अत्यधिक प्रसिद्ध व्यक्ति का परिचय देना
329. सब्ज-बाग दिखाना – लोभ देकर बहकाना लालच देकर धोखा देना
330. सिर पर कफ़न बाँधना – मरने को प्रस्तुत रहना
331. सिर से बला टालना – मुसीबत से पीछा छुड़ाना
332. सिर आँखों पर रखना – आदर सहित आज्ञा मानना
333. सोने की चिड़िया हाथ से निकलना – लाभपूर्ण वस्तु से वंचित रहना
334. सिक्का जमाना – प्रभाव डालना/प्रभुत्व स्थापित करना
335. सोने की चिड़िया होना – बहुत धनवान होना
336. साँप छछुन्दर की गति होना – दुविधा में पड़ना
337. सीधे मुँह बात तक न करना – बहुत इतराना
338. सोने में सुगंध होना – एक गुण में और गुण मिलना
339. सौ-सौ घड़े पानी पड़ना – अत्यंत लज्जित होना
340. सिर-मूँडना – ठगना/ धोखा देना
341. हवा से बातें करना – बहुत तेज दौड़ना
342. हाथ धोकर पीछे पड़ना – बुरी तरह पीछे पड़ना
343. हाथ तंग होना – धन की कमी या दिक्कत होना
344. होम करते हाथ जलना – भलाई करने में नुकसान होना
345. होंठ काट लेना – क्रोध पी जाना
346. हवाई किले बनाना – थोथी कल्पना करना
347. हवा हो जाना – भाग जाना
348. हाथ पाव मारना – प्रयत्न करना
349. हथियार डाल देना – हार मान लेना/आत्मसमर्पण करना
350. हाथ पर हाथ धर कर बैठना – निष्क्रिय बनना/बेकार बैठे रहना
351. हवा के घोड़ों पर सवार होना – बहुत जल्दी में होना
352. हवा का रूख देखना – समय की गति पहचान कर काम करना
353. हाथ के तोते उड़ जाना – भौंचक्का रह जाना/होश गँवाना
354. हाथ खींचना – सहायता बंद करना
355. हाथ पाँव फूलना – घबरा जाना / विपत्ति में पड़ना
356. हाथ पैर मारना – मेहनत करना/प्रयत्न करना
357. हाथ साफ करना – चोरी करना/ठगना/माल मारना
358. हुक्का पानी बंद करना – बिरादरी से बाहर करना
359. हथेली पर सरसों जमाना – जल्दबाजी करना
360. हाथ खींचना – साथ न देना/मदद बंद करना
361. हाथ धो बैठना – गँवा देना
362. हाथ पीले करना – विवाह करना
363. श्री गणेश करना – आरंभ करना