ध्वनि – वर्ण – शब्द – पद – पदबंध – उपवाक्य – वाक्य – प्रोक्ति
पदबंध पाँच प्रकार के होते हैं-
- संज्ञा पदबंध,
- सर्वनाम पदबंध,
- विशेषण पदबंध,
- क्रिया पदबंध
- क्रियाविशेषण पदबंध
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में संज्ञा का काम करे उसे संज्ञा पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कौन और क्या लगाकर सवाल बनाए जैसे-
इज़राइल के प्रत्येक नागरिक देशभक्त हैं।
प्रश्न – कौन देशभक्त हैं?
उत्तर – इज़राइल के प्रत्येक नागरिक
आज बाज़ार मे सस्ते दामों में आम मिल रहे थे।
प्रश्न – सस्ते दामों में क्या मिल रहा था?
उत्तर – आम
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में सर्वनाम का काम करे उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कौन और क्या लगाकर सवाल बनाए जैसे-
काम करते-करते वह थक गया।
प्रश्न – काम करते-करते कौन थक गया?
उत्तर –वह
दूध में कुछ गिर गया है।
प्रश्न – दूध में क्या गिर गया है?
उत्तर – कुछ
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में विशेषण काम करे उसे विशेषण पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कैसे लगाकर सवाल बनाए जैसे-
इस दुनिया में ईमानदार लोग बहुत कम हैं।
प्रश्न – इस दुनिया में कैसे लोग बहुत कम हैं?
उत्तर – ईमानदार
मेहनत से जी चुराने वाले सफल नहीं होते हैं।
प्रश्न – कैसे लोग सफल नहीं होते हैं?
उत्तर – मेहनत से जी चुराने वाले
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में क्रिया काम करे उसे क्रिया पदबंध कहते हैं। इसमें किसी कार्य के होने का बोध होता है जैसे-
बहुत देर हो गई है।
बच्चे परीक्षा दे रहे हैं।
ये प्राय: वाक्य के अंत में ही आते हैं।
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में क्रिया विशेषण काम करे उसे क्रिया विशेषण पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कि इसमें क्रिया की विशेषता का बोध होता है इसमें क्रिया के साथ कितना, कहाँ, कैसे और कब आदि लगाकर प्रश्न बनाए जाते हैं, जैसे-
बच्चा बहुत दूर चलते-चलते थक गया।
प्रश्न – बच्चा कैसे चलते-चलते थक गया?
उत्तर – चलते-चलते
दो लड़के खिड़की से बाहर देख रहे हैं।
प्रश्न – दो लड़के कहाँ देख रहे हैं?
उत्तर – खिड़की से बाहर
गाड़ी बहुत तेज़ चल रही है।
प्रश्न – गाड़ी कैसे चल रही है?
उत्तर – बहुत तेज़
राजू के बड़े भाई परसों दिल्ली चले गए।
प्रश्न – राजू के बड़े भाई कब दिल्ली चले गए?
उत्तर – राजू के बड़े भाई परसों
ईमानदारी से काम करने वाला वह नौकर आदेश पाते ही बाहर जाकर खड़ा हो गया।
संज्ञा पदबंध,
ईमानदारी से काम करने वाला वह नौकर आदेश पाते ही बाहर जाकर खड़ा हो गया।
सर्वनाम पदबंध,
ईमानदारी से काम करने वाला वह नौकर आदेश पाते ही बाहर जाकर खड़ा हो गया।
विशेषण पदबंध,
ईमानदारी से काम करने वाला वह नौकर आदेश पाते ही बाहर जाकर खड़ा हो गया।
क्रिया पदबंध
ईमानदारी से काम करने वाला वह नौकर आदेश पाते ही बाहर जाकर खड़ा हो गया।
क्रियाविशेषण पदबंध
ईमानदारी से काम करने वाला वह नौकर आदेश पाते ही बाहर जाकर खड़ा हो गया।
संज्ञा पदबंध – संज्ञा का काम करने वाला पदबंध ‘संज्ञा पदबंध’ कहलाता है। इसमें पूरा वाक्य-खंड किसी संज्ञा शब्द से संबंध रखता है।
नाव उफनती नदी में डूब गई।
छत पर रहने वाला कबूतर आज दिखाई नहीं पड़ा।
मीठे-मीठे सपने देखने वाले लोग अकर्मण्य होते हैं।
लंदन से आए हुए मेहमान आगरा गए हैं।
घर से भागकर आया हुआ लड़का पकड़ा गया।
पहरे पर सावधान सिपाही ने चोर को पकड़ लिया।
सुस्त, दुखी और उदास माँ वहीं रह गई।
चार ताकतवर मजदूर इस लड़े को उठा लाए।
राम ने लंका के राजा रावण को मार गिराया।
अयोध्या के राजदुलारे राम ने वनवास काटा।
आसमान में उड़ता गुब्बारा फट गया।
पाकिस्तान से आए हुए लोग लुधियाना गए हैं।
स्वागतार्थ आए हुए लोगों से घिरे श्रीकृष्ण ने नगर में प्रवेश किया।
बराबर के कमरे में रहने वाला आदमी छत पर खड़ा है।
नगर में पहरा देने वाला चौकीदार आज नहीं आया।
मेरे घर के सामने लगा पीपल का पेड़ सूख गया है।
गृह स्वामी ने बाहर से आए अतिथियों को लीला होटल में ठहराया।
मैं अपने मित्र द्वारा उपहार में दिए गए पेन से लिखता हूँ।
दीपावली पर मैंने अपने सभी मित्रों के लिए उपहार खरीदे।
तेज़ वर्षा आने के कारण कच्चे मकान की छत से पानी टपक रहा है।
सुरेश के भाई का मित्र परीक्षा में प्रथम आया।
मैंने अपनी सभी पुस्तकें कल खरीदी गई नई अलमारी में रख दीं।
मन लगाकर पढ़ाई न करने वाले विद्यार्थियो! पढ़ाई पर ध्यान दो।
छात्रावास में रहने वाले कुछ छात्र पान खाने के शौकीन हैं।
सर्वनाम पदबंध-सर्वनाम का काम करने वाला पदबंध ‘सर्वनाम पदबंध’ कहलाता है। इसमें पूरा वाक्य-खंड किसी सर्वनाम शब्द से संबंध रखता है।
हमेशा शोर करने वाला वह आज शांत है।
चोट खाए हुए तुम भला क्या खेलोगे?
सोच समझ कर काम करने वाला वह गलती नहीं करेगा।
तकदीर का मारा मैं वहाँ जा पहुँचा।
शेखियाँ बधारने वाला वह अब कहीं छुप गया है।
शेर की तरह दहाड़ने वाले तुम काँप क्यों रहे हो?
सदैव चिढ़ने वाले वे उस दिन शांत बैठे रहे।
सबको बहकाने वाला तू किसका विश्वासपात्र बन सकता है?
दीन-दुखियों पर दया दिखलाने वाले आप सर्वत्र प्रतिष्ठित हैं।
हमें बेवकूफ बनाने वाले तू आज खुद बेवकूफ बन गया है।
सब ओर से मार खाए हुए तुम सँभल जाओ।
यहाँ कोई-न-कोई आया है।
समय पर आने वाले आप आज देर से क्यों आए?
रोज शेर की तरह दहाड़ने वाले तुम आज चुप क्यों हो?
कक्षा में सबसे पीछे बैठने वाला वह परीक्षा में प्रथम आया है।
मेरे मित्रों में से कोई समय पर नहीं पहुँचा।
विदेश से आए अतिथियों में से कुछ मुंबई चले गए।
विपत्तियों से जूझने वाला मैं हार नहीं मानूँगा।
विशेषण पदबंध – विशेषण का कार्य करने वाले पदबंध ‘विशेषण पदबंध’ कहलाते हैं। इनमें शीर्ष पद पर ‘विशेषण होता है।
मेरे कानपुर वाले मित्र ने मुझे एक सजिल्द और मोटी पुस्तक भेजी।
आप सचमुच महान दयावान हैं।
अटल जैसे कर्मयोगी आजकल दुर्लभ हैं।
घोंसलों में रहने वाली चिड़िया उड़ गई।
रात में भौंकने वाला कुत्ता मर गया।
गरीबों से सहानुभूति रखने वाले लोग वास्तव में महान होते हैं।
मेरा मित्र बहुत नेक और ईमानदार है।
धोनी की बल्लेबाजी तेज, आक्रामक और आकर्षक होती है।
नई किताबों के लेखक पहले की तुलना में अधिक सांप्रदायिक, आक्रामक और विवादास्पद हैं।
उसने नए-पुराने सभी नोट ले लिए।
वह सुस्त, कमज़ोर और बोदा निकला।
सदा सच्चाई का साथ देने वाले लोग सदा सम्मानित होते हैं।
खेत में बोए गए पेड़ों पर फल आ गए।
भारत की संस्कृति अत्यंत गौरवशाली, समृद्ध और महान है।
मैंने एक शिक्षाप्रद, मनोरंजक और उद्देश्यपूर्ण फ़िल्म देखी।
क्रिया पदबंध – एक से अधिक क्रियापद मिलकर जहाँ क्रिया का कार्य कर रहे हों, उसे क्रिया-पदबंध कहते हैं। इनमें मुख्य ‘क्रिया’ शीर्ष में होती है।
मोहन किताब पढ़ रहा है।
मैं चल सकता हूँ।
जो छात्र परिश्रम करेंगे, वे ही परीक्षा में उत्तीर्ण होंगे।
पतंग हवा में उड़ती चली गई।
जो छात्र दिन-रात परिश्रम करते हैं वे सफल हो जाते हैं।
सोहन गिर ही पड़ा।
देखना कहीं गिर न जाओ।
यहाँ तो लिखा भी नहीं जाता।
बच्चे दौड़े चले जा रहे थे।
वे अब तक पहुँच चुके होंगे।
पहले दादियाँ कहानी सुनाया करती थीं।
वर्षा हो रही होगी।
जब भी देखो वह दातुन कर रही होती है।
बच्चे खेलकर आराम कर रहे हैं।
मेरा मित्र हमारे घर आता-रहता है।
अब तक तो गाड़ी मुंबई पहुँच चुकी होगी।
दर्द के मारे रोगी से चला भी नहीं जा रहा है।
मुझे उसकी सलाह मान लेनी चाहिए थी।
वह टी.वी. देखते-देखते सो गया।
क्रियाविशेषण पदबंध – क्रियाविशेषण पद की जगह प्रयुक्त होने वाले पदबंध क्रियाविशेषण पदबंध कहलाते हैं।
वह बहुत धीरे-धीरे उठा।
वह दौड़ते-दौड़ते थक गया।
छोटे बच्चे चलते-चलते गिर पड़ते हैं।
हमारा खेत इस कोने से उस कोने तक फैला है।
सूरज धीरे-धीरे डूबता जा रहा था।
दक्षिण से उत्तर तक भारत एक है।
वह फुटबॉल की तरह लुढ़ककर गिर गया।
दोनों कबूतर खिड़की से बाहर देखते रहते हैं।
वह पहले से बहुत धीरे बोला।
लता कोयल-सा मीठा गाती थीं।
वह गाड़ी चलती चली जा रही है।
मैंने रमा की आधी रात तक प्रतीक्षा की।
उसने साँप को पीट-पीटकर मार डाला।
उसने बालक को चूमते हुए बड़े प्रेम से उठाया।
वह दिन ढलने तक तुम्हारी प्रतीक्षा करेगा।
विराट बहुत अच्छा खेलता है।
मेरे घर के सामने पीपल का एक पेड़ लगा है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है।
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष वर्षा अधिक हुई है।
प्रतिदिन की भाँति वह समय पर आ गया।
बालक बहुत तेज़ दौड़कर माँ के पास आया।
संज्ञा पदबंध का उदाहरण वाक्य के माध्यम से दीजिए।
न्यायप्रिय व्यक्ति को सब चाहते हैं।
मैंने अपनी बहन को मारा इसलिए मुझे यह सज़ा मिली।
माता जी का स्वास्थ्य प्रतिदिन गिरता जा रहा है।
सर्वनाम पदबंध का उदाहरण वाक्य के माध्यम से दीजिए।
मेरी बहन के पास तुम्हारी पुस्तक है।
मुझे जीवन में कोई अच्छा नहीं मिला।
काउंटर पर हमें बताया गया कि हमारी फ्लाइट कैंसिल हो गई।
मुझे उसकी पर उसको किसी की चिंता नहीं है।
क्रिया पदबंध का उदाहरण वाक्य के माध्यम से दीजिए।
सुरेश और रमेश घूमने गए।
रश्मि तो स्कूल नहीं जाएगी।
मैंने उसे बहुत रोका, लेकिन वह चली गई।
आज शाम को हम सब मेला घूमने जाएँगे।
कल रमेश के घर में चोरों ने हाथ साफ कर दिया।
विशेषण पदबंध का उदाहरण वाक्य के माध्यम से दीजिए।
जीवन में परिश्रमी लोग सफल हो जाते हैं।
उसके पास रखी तलवार नई और धारदार है।
आजकल साक्षर, सुंदर और सुशील लड़की मिलना बहुत कठिन है।
बच्चे माँ-बाप के लिए जान से प्यारे होते हैं।
क्रिया विशेषण पदबंध का उदाहरण वाक्य के माध्यम से दीजिए।
वह इधर-उधर देखते हुए चल रहा है।
आदेश पाते ही नौकर बाहर जाकर खड़ा हो गया।
तताँरा अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे विश्राम करने लगा।
तताँरा तलवार को खींचते-खींचते बहुत दूर तक चला गया।