प्रश्न
- चित्र में क्या दिखायी दे रहा है?
उत्तर – इस चित्र में दो स्कूली छात्र हैं जिसमें एक के गले में स्वर्ण पदक है और हाथ में टेबल टेनिस रैकेट है।
- वे क्या कर रहे हैं?
उत्तर – इसमें एक छात्र अपने विजयी मित्र को शाबाशी देकर उत्साहवर्धन कर रहा है।
- वे एक-दूसरे से क्या कह रहे होंगे?
उत्तर – वे एक-दूसरे से यही कह रहे होंगे कि तुमने कड़ी मेहनत की और यह स्वर्ण पदक उसका परिणाम है। विजयी छात्र ने भी इसमें सहमति जताई होगी।
उददेश्य
निबंध विधा से परिचित कराते हुए निबंध लेखन की प्रेरणा देना।
फुटबॉल
फुटबॉल प्रायः हमारे सभी स्कूलों में खेला जाता है। फुटबॉल मिला और लेकर खेलने निकल गये। यों भी हम लोग वॉलीबाल तो खेलते ही आये हैं। इस तरह खेलते-खेलते फुटबॉल भी खेलने का शौक पैदा हो गया और फुटबॉल मेरा प्रिय खेल बन गया।
क्या दिन, क्या रात, क्या खेत, क्या मैदान, जब समय मिला, मैं हूँ और मेरा फुटबॉल। शुरू-शुरू में तो मैं अकेला ही फुटबॉल खेलता रहा। तब यह मेरे लिए खिलौना था। बाद में मालूम हुआ कि यह तो सबकी चीज़ है। अनोखी चीज़ है। हाँ! फुटबॉल सबकी चीज़ है। दो टीमें खेलती हैं। हज़ारों लोग देखते हैं।
फुटबॉल का खेल अकेले एक आदमी का खेल नहीं। यह टीम का खेल है, मिलजुलकर खेलने का खेल है, यह ताक़त और सावधानी का खेल है, यह चुस्ती का खेल है, यह नज़र का खेल है। फुटबॉल पर नज़र, साथियों पर नज़र, विपक्षियों पर नज़र, गोल पर नज़र, लाइन पर नज़र, समय पर नज़र, अपने पर नज़र। यह ऐसा खेल है जिसमें एक की ताक़त सबकी ताक़त है और एक की कमज़ोरी सबकी कमज़ोरी है।
फुटबॉल सचाई का खेल है। यह प्रेम का खेल है। इसमें जो वैर भाव रखे, वह खिलाड़ी नहीं। दो पक्ष हैं, एक जीतेगा और दूसरा हारेगा। इसमें नाराज़गी या वैर-भाव की क्या बात? इस बार हारोगे तो अगली बार जीतोगे। जीतने की कोशिश करो। विपक्षी अगर जीतता है तो उसके खेल को समझो और उसकी सराहना करो। अपनी हार से भी सीखो और अपनी जीत से भी सीखो।
आज तक मैंने किसी बड़ी टीम में नहीं खेला, पर एक दिन मैं अपने ही देश की किसी बड़ी टीम में ज़रूर खेलूँगा। यहीं नहीं, मैं बाहर भी खेलना चाहता हूँ। आज नहीं तो कल मेरी इच्छा ज़रूर पूरी होगी।
शब्द (हिन्दी) | अर्थ (हिन्दी) | తెలుగు అర్థం | Meaning (English) |
प्रायः | अक्सर, ज़्यादातर | తరచుగా | Mostly, Frequently |
स्कूल | विद्यालय | పాఠశాల | School |
खेल | क्रीड़ा | ఆట | Game, Sport |
फुटबॉल | एक खेल | ఫుట్బాల్ | Football |
शौक | रुचि | ఆసక్తి | Hobby, Interest |
प्रिय | पसंदीदा | ప్రియమైన | Favorite |
मैदान | खुली जगह | మైదానం | Field, Ground |
खिलौना | खेलने की वस्तु | బొమ్మ | Toy |
अनोखी | विशेष, अलग | ప్రత్యేకమైన | Unique |
टीम | दल, समूह | జట్టు | Team |
ताक़त | शक्ति | బలం | Strength, Power |
सावधानी | सतर्कता | జాగ్రత్త | Caution, Carefulness |
चुस्ती | फुर्तीला होना | చురుకుదనం | Agility, Activeness |
नज़र | दृष्टि | చూపు | Vision, Sight |
विपक्षी | प्रतिद्वंदी | ప్రత్యర్థి | Opponent |
हार | पराजय | ఓటమి | Defeat, Loss |
जीत | विजय | గెలుపు | Victory |
सराहना | प्रशंसा | ప్రశంస | Appreciation, Praise |
कोशिश | प्रयास | ప్రయత్నం | Effort, Attempt |
इच्छा | चाह | ఆకాంక్ష | Desire, Wish |
पूरी | संपूर्ण | పూర్తి | Complete, Fulfilled |
देश | राष्ट्र | దేశం | Country, Nation |
प्रेम | प्यार | ప్రేమ | Love, Affection |
नाराज़गी | ग़ुस्सा | కోపం | Anger, Displeasure |
सहयोग | मदद | సహకారం | Cooperation, Support |
अनुशासन | नियम पालन | క్రమశిక్షణ | Discipline |
आत्मविश्वास | खुद पर भरोसा | ఆత్మవిశ్వాసం | Self-confidence |
हौसला | हिम्मत | ధైర్యం | Courage, Motivation |
सम्मान | आदर | గౌరవం | Respect, Honor |
फुटबॉल – पाठ का सार
फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है, जो अधिकतर स्कूलों में खेला जाता है। प्रारंभ में, लेखक इसे अकेले खेलता था और इसे मात्र एक खिलौना समझता था, लेकिन बाद में उसे एहसास हुआ कि यह एक टीम गेम है, जिसमें सबकी भागीदारी होती है। यह खेल शक्ति, चुस्ती, सतर्कता और समन्वय की मांग करता है। फुटबॉल केवल एक खेल नहीं, बल्कि अनुशासन, मेहनत और टीम वर्क का प्रतीक है। इसमें हार-जीत सामान्य बात है, लेकिन इससे सीखना आवश्यक है। खेल प्रेम और ईमानदारी का भाव सिखाता है, साथ ही प्रतिद्वंद्वी की सराहना करना भी सिखाता है। लेखक का सपना है कि वह भविष्य में अपने देश की बड़ी टीम में खेले और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाए।
अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया
(अ) प्रश्नों के उत्तर बताइए।
- ‘खेलों से मनोरंजन होता है।‘ अपने विचार बताइए।
उत्तर – ‘खेलों से मनोरंजन होता है।’ इस संदर्भ में मेरे विचार कुछ इस प्रकार हैं। खेल केवल शरीर को सक्रिय नहीं रखते, बल्कि मानसिक तनाव भी दूर करते हैं।खेलों से हमें खुशी और आनंद मिलता है, जिससे जीवन में उत्साह बना रहता है। ये सामूहिकता, सहयोग और अनुशासन जैसे गुण विकसित करते हैं।
- अपने मनपसंद खेल के बारे में बताइए?
उत्तर – मेरा मनपसंद खेल बैडमिंटन है क्योंकि यह रोमांचक और रणनीतिक खेल है। यह अनुशासन और त्वरित गतिविधि करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसलिए मैं बैडमिंटन खेलकर मैं फुर्तीला और ऊर्जावान महसूस करता हूँ।
(आ) पाठ के आधार पर वाक्यों को उचित क्रम दीजिए।
- जीतने की कोशिश करो।
उत्तर – (4)
- यह प्रेम का खेल है।
उत्तर – (2)
- फुटबॉल सचाई का खेल है।
उत्तर – (1)
- इस बार हारोगे, तो अगली बार जीतोगे।
उत्तर – (3)
(इ) अनुच्छेद पढ़िए। दो प्रश्न बनाइए।
खेल बच्चों के जीवन का अनोखा अंग है। इससे मानसिक और शारीरिक विकास होता है। खेलों से मानसिक थकान दूर होती है। जीवन परिश्रमी बनता है। शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए खेलों को अपने जीवन में महत्त्व देना अनिवार्य है।
प्रश्न – 1- खेलों से हमें कौन-कौन से लाभ मिलते हैं?
प्रश्न – 2- जीवन में खेलों का क्या महत्त्व है?
(ई) प्रश्नों के उत्तर तीन वाक्यों में दीजिए।
- फुटबॉल खेल में गोल रक्षक का क्या महत्त्व है?
उत्तर – गोल रक्षक अपनी टीम को विपक्षी टीम से हारने से रोकता है इसलिए गोल रक्षक को टीम की रक्षा की दीवार माना जाता है। उसका मुख्य कार्य विपक्षी टीम के गोल प्रयासों को रोकना होता है। उसकी चुस्ती और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता पूरे खेल के परिणाम को प्रभावित करती है।
- किसी भी खेल में नेतृत्व भावना की क्या भूमिका होती है?
उत्तर – नेतृत्व की भावना किसी भी खेल को एक दिशा और रणनीति प्रदान करती है। एक अच्छा नेता अपनी टीम को प्रेरित करता है और कठिन परिस्थितियों में सही निर्णय लेता है। इससे खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं।
अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता
(अ) प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
- खेलों से किन गुणों का विकास होता है?
उत्तर – खेलों से अनुशासन, टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता विकसित होती है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा खेलों से हार-जीत को स्वीकार करने और आत्मविश्वास बढ़ाने की क्षमता विकसित होती है।
- आपको कौन-सा खेल पसंद है और क्यों?
उत्तर – मुझे बैडमिंटन खेलना पसंद है क्योंकि यह तेज़ गति वाला खेल है। यह शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखता है और प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाता है। बैडमिंटन खेलने से मेरी ध्यान केन्द्रित करने की शक्ति और सहनशक्ति बेहतर होती है।
- पढ़ाई के साथ-साथ खेलों की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर – पढ़ाई के साथ-साथ खेलों की भी आवश्यकता होती है क्योंकि खेल मानसिक तनाव दूर करने में सहायक होते हैं और एकाग्रता बढ़ाते हैं। इससे शरीर स्वस्थ रहता है और शारीरिक ऊर्जा बनी रहती है। इस तरह बच्चों में पढ़ाई और खेलों के बीच संतुलन से संपूर्ण विकास संभव होता है।
(आ) ‘फुटबॉल‘ पाठ का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – फुटबॉल एक रोमांचक और टीम वर्क पर आधारित खेल है। यह खेल केवल शारीरिक ताकत का ही नहीं बल्कि मानसिक सतर्कता और रणनीति का भी खेल है। इसमें सभी खिलाड़ियों का योगदान ज़रूरी होता है। हार-जीत खेल का हिस्सा होती है और इससे हमें सीखना चाहिए। यह खेल अनुशासन, टीम भावना और सत्यनिष्ठा का संदेश देता है।
(इ) किसी एक खेल के बारे में लिखिए।
उत्तर – हॉकी –
हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है। यह मैदान में खेले जाने वाला तेज़ गति का खेल है जिसमें दो टीमें एक गेंद को स्टिक से मारकर गोल करने की कोशिश करती हैं। यह खेल टीम वर्क, सहनशक्ति और तेज़ निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करता है।
(ई) ‘हार-जीत खेल का एक हिस्सा है।‘ इस पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर – खेलों में हार-जीत स्वाभाविक होती है और हमें इसे सकारात्मक रूप से स्वीकार करना चाहिए। हार से हमें अपनी गलतियों से सीखने और बेहतर बनने का अवसर मिलता है। मेरा तो यहाँ तक मानना है कि असली खिलाड़ी वही होता है जो हार के बाद भी हिम्मत नहीं हारता और आगे बढ़ता रहता है।
भाषा की बात
(अ) उदाहरण देखिए। उसी तरह के दो वाक्य बनाइए।
उदाहरण: कोई हारता है तो कोई जीतता है।
उत्तर – कोई हँसता है तो कोई रोता है।
कोई पढ़ता है तो कोई खेलता है।
(आ) नीचे दिए गए शब्दों के पर्यायवाची लिखिए। मूल शब्दों से वाक्य प्रयोग कीजिए।
साथी, प्रेम, इच्छा
साथी – मित्र, सहयोगी, संगी, साथीदार
वाक्य – राहुल मेरा बचपन का मित्र है, जो हर परिस्थिति में मेरा साथ देता है।
प्रेम – स्नेह, अनुराग, प्यार, मोह
वाक्य – माता-पिता का स्नेह संतान के जीवन का सबसे बड़ा संबल होता है।
इच्छा – अभिलाषा, चाह, लालसा, मनोवांछा
वाक्य – बचपन से ही रमेश की अभिलाषा थी कि वह एक डॉक्टर बने। (इ) वाक्य पढ़िए और अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद समझिए।
- लड़का मैदान में फुटबॉल खेलता है। – विधानार्थक वाक्य
- आप मैदान में फुटबॉल खेलिए। – आज्ञार्थक वाक्य
- हमें फुटबॉल खेलना चाहिए। – इच्छार्थक वाक्य
- आप क्या खेलते हैं? – प्रश्नार्थक वाक्य
- समय मिलता तो हम फुटबॉल खेलते। – संकेतार्थक वाक्य
- लड़का मैदान में खेलता होगा। – संदेहार्थक वाक्य
- वाह! फुटबॉल अच्छा खेल है। – विस्मयार्थक वाक्य
- सड़क पर फुटबॉल खेलना मना है। – निषेधार्थक वाक्य
(ई) वाक्य पढ़िए। अर्थ की दृष्टि से वाक्य पहचानिए।
- फुटबॉल सचाई का खेल है।
उत्तर – विधानवाचक वाक्य
- मैदान में फुटबॉल खेलना चाहिए।
उत्तर – इच्छार्थक वाक्य
परियोजना कार्य
वर्ग पहेली में खेलों के नाम छिपे हैं। उन्हें पहचानिए। किसी एक के बारे में जानकारी इकट्ठा कीजिए।
खो | क्रि | आ | क | टे |
खो | के | हॉ | की | नि |
फु | ट | बॉ | ल | स |
– खोखो
– क्रिकेट
– टेनिस
– फुटबॉल
– हॉकी
फुटबॉल खेल की संक्षिप्त जानकारी
परिचय –
फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। यह एक टीम खेल है, जिसमें प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं।
खेल का मैदान –
फुटबॉल का मैदान आयताकार होता है, जिसमें दो गोलपोस्ट होते हैं।
खेल के नियम –
खेल 90 मिनट का होता है, जिसे दो हाफ (प्रत्येक 45 मिनट) में बाँटा जाता है।
खिलाड़ियों का लक्ष्य गेंद को विपक्षी टीम के गोलपोस्ट में पहुँचाना होता है।
खेल को रेफरी और सहायक रेफरी नियंत्रित करते हैं।
महत्त्व –
फुटबॉल शारीरिक और मानसिक चुस्ती को बढ़ाता है तथा टीम भावना विकसित करता है।
प्रसिद्ध टूर्नामेंट –
फीफा वर्ल्ड कप, यूरो कप, कोपा अमेरिका, इंडियन सुपर लीग (ISL) आदि।
विचार-विमर्श
हारने के बाद कई बार लोग हमारा मज़ाक उड़ाते हैं या ताने कसते हैं। जो ऐसा करते हैं वे अपना स्वभाव और चरित्र हमें दिखा रहे हैं, उनकी बातों को अनसुना करना ही अच्छा है। यदि कोई आपको चिढ़ाता है, तो आप क्या करते हैं?
उत्तर – यदि कोई मुझे चिढ़ाता है, तो मैं धैर्य और शांति बनाए रखता हूँ। मैं उनकी बातों पर ध्यान नहीं देता और नकारात्मक प्रतिक्रिया देने से बचता हूँ। मैं यह समझता हूँ कि उनका व्यवहार उनके स्वभाव और सोच को दर्शाता है, न कि मेरी क्षमता को। इसलिए, मैं अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखता हूँ और हार से सीखकर खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करता हूँ।
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए –
प्रश्न – फुटबॉल किस प्रकार का खेल है?
उत्तर – फुटबॉल एक टीम गेम है जिसमें ताकत, चुस्ती और समन्वय की जरूरत होती है।
प्रश्न – फुटबॉल खेलने से क्या लाभ होता है?
उत्तर – फुटबॉल खेलने से शरीर स्वस्थ रहता है और टीम वर्क की भावना विकसित होती है।
प्रश्न – फुटबॉल खेलते समय किन चीजों पर ध्यान देना चाहिए?
उत्तर – फुटबॉल खेलते समय गेंद, साथी खिलाड़ियों, विपक्षी टीम और समय पर ध्यान देना चाहिए।
प्रश्न – फुटबॉल को प्रेम और सचाई का खेल क्यों कहा जाता है?
उत्तर – क्योंकि इसमें ईमानदारी और खेल भावना का महत्त्व होता है।
प्रश्न – फुटबॉल में जीतने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर – जीतने के लिए रणनीति, टीम वर्क, अभ्यास और आत्मविश्वास जरूरी हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए –
प्रश्न – फुटबॉल खेल में टीम वर्क क्यों महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर – फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसमें सभी खिलाड़ियों को मिलकर खेलना होता है। यदि कोई एक खिलाड़ी गलती करता है, तो पूरी टीम पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए टीम वर्क जीतने के लिए बहुत जरूरी होता है।
प्रश्न – फुटबॉल खेल में हार-जीत को कैसे देखना चाहिए?
उत्तर – हार-जीत खेल का एक हिस्सा है और इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिए। हारने से हमें अपनी गलतियों से सीखने का मौका मिलता है, जिससे अगली बार बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है।
प्रश्न – फुटबॉल खेलने से हमें कौन-कौन से गुण सीखने को मिलते हैं?
उत्तर – फुटबॉल से अनुशासन, धैर्य, आत्मनिर्भरता और टीम वर्क के गुण विकसित होते हैं। यह खेल शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक संतुलन भी बनाए रखता है।
प्रश्न – फुटबॉल खेलते समय खिलाड़ियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर – खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस, खेल की तकनीक, समय प्रबंधन और टीम वर्क पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, उन्हें विपक्षी टीम का सम्मान करना और खेल भावना बनाए रखना भी जरूरी होता है।
प्रश्न – फुटबॉल खेलते समय रणनीति क्यों महत्त्वपूर्ण होती है?
उत्तर – फुटबॉल में केवल ताकत से नहीं, बल्कि सही रणनीति अपनाकर खेलना जरूरी होता है। एक अच्छी रणनीति टीम को संगठित रखती है और जीत की संभावना बढ़ाती है।