शब्दार्थ
दृढ़ता – मज़बूती
क्षण – पल, लम्हा / Moment
काम-काज – कार्य
उदास – मायूस
बटोर – समेट
आशा – उम्मीद / Hope
आज्ञाकारी – Obedient
बाधा– अड़चन
अनुमति – आज्ञा / Permission
स्वर – वाणी
प्रसिद्ध – विख्यात / Famous
आजीवन – पूरा जीवन
उत्तीर्ण – Pass
निर्णय – फ़ैसला
यश – कीर्ति
उद्देश्य – लक्ष्य / Aim
परिश्रम – मेहनत
मुख्तारी– वकालत की परीक्षा
वकालत – वकील का काम
न्यायालय – कचहरी / Court
प्रभावशाली – Effective
प्रस्तुत – पेश
समूचा – सारा
प्रतीक्षा – इंतज़ार
आदेश – आज्ञा
अज्ञात – Unanimous
हितैषी – भला चाहने वाला / Well-wisher
लिफ़ाफ़ा– खाम / Envelope
सज्जन – Gentle
चमक – तेज
सुख-सुविधा – Perk
प्रारंभ – शुरूआत
नील – Indigo
अत्याचार – ज़ुल्म / Atrocity
सत्याग्रह – सत्य के लिए आग्रह
विरोध – Against
अहिंसा – Non-valence
सिद्धांत – Principle
संग्राम – युद्ध
स्वतंत्र – Independent
नेतृत्व – Leadership
साम्राज्य– Era
ईंट से ईंट बजाना – मुहावरा – युद्ध करना
त्याग – बलिदान / Sacrifice
निकट – नज़दीक
सहयोगी – Associate
नारा – Slogan
गूँज – Echo
भाषण – Speech
सभा – Meeting
बंदी – कैदी
ज़ारी – लागू
कदम – Step
ओजस्वी – तेजस्वी
विरुद्ध – खिलाफ़
विद्रोह – क्रांति
अद्भुत – अनोखा
अधिकांश – अधिकतर
समिति – Organisation
पक्षधर – Supporter
हित – भला
रियासत – Province
विलय – Merge
सौंपना – सुपुर्द करना / Handover
संकल्प – निश्चय
प्रेम – स्नेह
शक्ति – ताकत
सपूत – लायक बेटा
चिर – हमेशा
निद्रा – नींद
पाठ में से ….
पाठ में से
1. वल्लभ भाई को देश किस नाम से याद करता है? क्यों?
उत्तर – बचपन से ही वल्लभ भाई में त्याग, परिश्रम, दृढ़ता, नेतृत्व और संघर्ष की भावना थी जो आजीवन बनी रही। इन्हीं विशेष गुणों के कारण वल्लभ भाई को देश लौह पुरुष के नाम से याद करता है।
2. वल्लभ भाई ने अपने जीवन के विषय में कब निर्णय लिया था?
उत्तर – वल्लभ भाई ने दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद यह निर्णय लिया कि वे इंग्लैंड जाकर कानून की पढ़ाई पढ़ेंगे और सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करेंगे।
3. वल्लभ भाई स्वतंत्रता संग्राम से किस प्रकार जुड़े?
उत्तर – वल्लभ भाई ने बिहार के चंपारन में नील की खेती करने वाले किसानों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में सत्याग्रह प्रारंभ कर दिया। इसी बीच वे गाँधीजी के संपर्क में आए और उनके सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों से बहुत प्रभावित हुए। इस तरह वे भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े।
4. सरदार पटेल ने अहमदाबाद की सभा में क्या कहा?
उत्तर – सरदार पटेल ने अहमदाबाद की सभा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कल सारे नेता बंदी बना भी लिए जाएँ तब भी स्वतंत्रता संग्राम जारी रखना। मर जाना पर आगे बढ़ाया हुआ कदम पीछे मत हटाना।
5. स्वतंत्र भारत में सरदार पटेल का सबसे बड़ा योगदान क्या था?
उत्तर – स्वतंत्र भारत में सरदार पटेल ने अपने नेतृत्वशक्ति, दृढ़ता और कूटनीति के बल पर 562 रियासतों को भारत में विलय होने के लिए राजी कर लिया जिससे एक सुदृढ़ तथा नए राष्ट्र भारत का निर्माण हुआ।
6. नीचे दिए गए कथन किसने किससे कहे?
(क) “यदि तुम शहर चले जाओगे तो खेत के काम-काज में मेरा हाथ कौन बँटाएगा?”
(ख) “मैं पढ़-लिखकर कुछ बनना चाहता हूँ। कोई भी बाधा मुझे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती।’
(ग) “देखो किसी अज्ञात हितैषी ने मेरा इंग्लैंड जाने का टिकट भेजा है।”
(घ) “यह टिकट आप ले लीजिए। आपके ही नाम है।”
उत्तर – क. काका ने वल्लभ भाई से कहा
उत्तर – ख. वल्लभ भाई ने काका से कहा
उत्तर – ग. विट्ठल ने वल्लभ भाई से कहा
उत्तर – घ. वल्लभ भाई ने विट्ठल से कहा
7. पाठ के आधार पर ठीक शब्द छाँटकर वाक्य पूरे कीजिए-
(क) मैं छुट्टियों में आकर ____का काम-काज देख लिया करूँगा। (खेत/घर)
(ख) ______की यह दृढ़ता उनमें आजीवन बनी रही। (बचपन / किशोरावस्था)
(ग) कानून की पढ़ाई करना ही वल्लभ के जीवन का ______
बन गया। (उद्देश्य/ध्येय)
(घ) चिल्लाता हुआ उनका ____भाई विट्ठल उनके पास आया। (छोटा / बड़ा)
(ङ) वल्लभ भाई ने अपने बड़े भाई के हाथ से ____ ले लिया। (टिकट/लिफ़ाफ़ा)
(च) गाँधी जी ने वल्लभ भाई को ____की उपाधि दी। (सरदार/वीर)
क. खेत
ख. बचपन
ग. उद्देश्य
घ. बड़ा
ङ. लिफ़ाफ़ा
च. सरदार
बातचीत के लिए
1. सब बच्चे मिलकर देश की आज़ादी की पूरी कहानी पर चर्चा कीजिए।
उत्तर – केवल चर्चा के लिए।
2. ‘सादा जीवन उच्च विचार रखने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, संतों व विचारकों के बारे में पता करके कक्षा में बातचीत कीजिए।
उत्तर – गाँधीजी, विनोवा भावे, स्वामी विवेकानंद आदि ‘सादा जीवन उच्च विचार’ वाली भावना रखते थे।
अनुमान और कल्पना
1. यदि वल्लभ भाई अपने पिता के काम-काज में हाथ बँटाते तो वे क्या होते?
उत्तर – अगर वल्लभ भाई अपने पिता के साथ खेतों के काम-काज में उनका हाथ बँटाते तो वे बड़े होकर एक किसान बनते और देश एक बहुत ही अच्छे नेता से वंचित रह जाता।
2. यदि आप वल्लभ भाई की जगह होते तो क्या करने का फ़ैसला लेते और क्यों?
उत्तर – यदि मैं वल्लभ भाई की जगह होता तो मैं अपने छोटे भाई के इंग्लैंड जाने की टिकट को कभी भी नहीं लेता क्योंकि वल्लभ भाई ने बड़ी मुश्किलों से इंग्लैंड जाकर पढ़ाई करने के सपने को पूरा किया था।
भाषा की बात
1. मुहावरे भाषा को सुंदर बनाते हैं। नीचे दिए मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य बनाइए।
क. मुँह लटकाना – उदास होना – अपनी मनपसंद चीज़ न पाकर रमेश का मुँह लटक गया।
ख. ईंट से ईंट बजाना – युद्ध करना – स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत की स्वाधीनता हेतु अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध ईंट से ईंट बजा दी।
2. पाठ में आए कोई चार व्यक्तिवाचक और चार जातिवाचक संज्ञा शब्द लिखिए-
व्यक्तिवाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा
क. बिहार किसान
ख. दक्षिण अफ्रीका टिकट
ग. इंग्लैंड रियासत
घ. गुजरात पुत्र
ङ. गाँधीजी शहर
3. नीचे कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें रेखांकित शब्दों का लिंग पहचानकर लिखिए-
वाक्य के अंश लिंग
कानून की पढ़ाई स्त्रीलिंग
अपनी सज्जनता स्त्रीलिंग
स्वतंत्रता संग्राम पुल्लिंग
‘सरदार’ की उपाधि स्त्रीलिंग
ओजस्वी वाणी स्त्रीलिंग
आँखों से आँसू पुल्लिंग
अद्भुत कहानी स्त्रीलिंग
जीवन मूल्य
स्वतंत्रता सेनानियों के महानायक महात्मा गाँधी ने सत्य व अहिंसा का पालन किया। इसी तरह सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन त्याग और दृढ़ता की कहानी कहता है।
प्रश्न . हमारे लिए त्याग, दृढ़ता, परिश्रम, संघर्ष, सत्य, अहिंसा-जैसे जीवन मूल्यों को अपनाना जरूरी है, क्यों?
उत्तर – हमारे लिए त्याग, दृढ़ता, परिश्रम, सत्य, अहिंसा जैसे जीवन मूल्य को अपनाना ज़रूरी है क्योंकि ये गुण ही हमें सामान्य से विशिष्ट की पंक्ति में लाकर खड़ा कर देते हैं। इन गुणों के कारण ही हमारा जीवन अनुकरणीय और स्मरणीय बन पाता है।
प्रश्न . प्रत्येक भारतीय को सच्चा देशभक्त बनकर राष्ट्र की उन्नति के लिए काम करना चाहिए, क्यों?
उत्तर – प्रत्येक भारतीय को सच्चा देशभक्त बनकर राष्ट्र की उन्नति के लिए काम करना ही चाहिए क्योंकि यह नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है कि प्रत्येक नागरिक अपने राष्ट्र के उन्नति के लिए अपना योगदान दें। जिस देश ने हमें पहचान दी, जहाँ के हवा पानी से हमारा शरीर गठित हुआ उस देश के प्रगति के लिए हमारी भूमिका अत्यंत आवश्यक है।
कुछ करने के लिए
1. पाठ में आया मुहावरा -मुँह लटकाना ‘मुँह’ शब्द से जुड़ा है। मुँह शब्द से जुड़े अन्य मुहावरे ढूँढकर उन्हें पर्चियों पर लिखकर एक डिब्बे में डालिए। फिर कक्षा में आप डिब्बे में से एक पर्ची उठाकर उसके अनुसार मुहावरे का अभिनय करें और बाकी बच्चे उस मुहावरे को पहचानें।
2. सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी घटना ढूंढिए और कक्षा में सुनाइए।
3. सरदार पटेल की तरह किसी अन्य स्वतंत्रता सेनानी के जीवन के बारे में जानकारी इकट्ठी करके लिखिए व उनका चित्र भी चिपकाइए।
उत्तर – छात्र स्वयं करें
भाषा अभ्यास
पाठ – 2
लौह पुरुष
1.
क. विट्ठल
ख. मुंबई
ग. पिता
घ. देश
ङ. सरदार पटेल
च. नाम
2.
क. विट्ठल
ख. मुंबई
ग. सरदार पटेल
3.
क. –
ख. पेड़ – आम, नीम
ग. आदमी – रवीश कुमार, रविशंकर सिंह
घ. लड़की – अरुणिमा सिन्हा, गीता कुमारी
ङ. गाँव – बेलापुर, रफ़ीगंज
4.
क. कमल
ख. फूल
ग. गेंद
घ. भवन
ङ. सेना
च. लीची
5.
क. अतिथि
ख. भारतीय
ग. छात्रावास
घ. नागरिक
ङ. मासिक
6.
क. मैं
ख. मुझे
ग. मेरे
घ. तुम
ङ. उन्हें
च. वह
7.
वे
मैं, उसने
उसे, उसमें
उसकी, उसे, वह
आप, मैं, आपके
उसने, उसे
8.
क. करूँगा
ख. स्वतंत्रता
ग. पहुँचा
घ. संबंध
ङ. आशाएँ
च. प्रारंभ
छ. गांधी
ज. आँसू
9.
क. आँखों
ख. कहानियाँ
ग. परीक्षाएँ
घ. सभाओं
ङ. बच्चे
10. संवाद
आप – देखो, पिताजी ने मेरे लिए नई घड़ी खरीदी है।
भाई – ये घड़ी मेरे लिए लाई गई है।
आप – पर कक्षा में तो मैं प्रथम आया हूँ।
भाई – तो क्या हुआ, तुम छोटे हो और मैं बड़ा।
आप – ठीक है ये घड़ी आप ही रख लीजिए।
भाई – बहुत अच्छा।
आप – मैं पिताजी से दूसरी घड़ी मँगवा लूँगा।
भाई – हाँ, ये ठीक रहेगा।
आप – ऐसे ये घड़ी आपकी कलाई में अच्छी लग रही है।
भाई – धन्यवाद! तुम मेरे प्रिय भाई हो।