शब्दार्थ
अजंता– महाराष्ट्र की एक जगह
सैर – घूमना
पत्र – चिट्ठी / Letter
दशहरा – दुर्गापूजा
खूब – बहुत
मज़ा– मस्ती
मूर्ति – प्रतिमा / Statue
चित्र – Drawing
आकर्षित – लुभाना / Attracted
गुफा – Cave
कलाकारी – Art
सपरिवार – परिवार के साथ
रेलगाड़ी – Train
बौद्ध – बुद्ध से जुड़ा हुआ
दीवार – प्राचीर / Wall
सपना – स्वप्न / Dream
कस्बा – एक छोटा गाँव
इमारत – भवन
आमतौर – Generally
सपाट – Flat
कोरी – Blank
ऑफिस – दफ़्तर
शहर – नगर
टाँगना – Hang
प्रकृति – Nature
रमणीक – मनोहर
ध्यान लगाना – Meditation
सभागृह – Meeting Hall
कमरा – Room
उपासना – भक्ति
पठन-पाठन – Reading
धनी – मालदार / Rich
व्यापारी – वणिक / Businessman
किसान – कृषक / Farmer
पसंद – Choice
विचार – Thought
शिल्पकार – Artist
सजावट – Decoration
दिलचस्पी – रुचि
मुख्य विषय – Main Topic
जातक – जन्म से जुड़ी
कथा – कहानी
शायद – Perhaps
जीवन – Life
सजीव – जीवित
जंगल – वन, कानन / Forest
जानवर – Animal
बखूबी – बहुत अच्छे से
चित्रित – वर्णित
लगाव – Attachment
सुंदर – Beautiful
रहन-सहन – Living
पहनावा – पहनने से जुड़ा
हाव-भाव – Expression
खनिज – Mineral
चूना – Lime
गोंद – Glue
अफगानिस्तान – एक देश
रंग – वर्ण / Colour
मानव – मनुष्य
आकृति – Shape
प्रतिभा – Quality
उत्कृष्ट – श्रेष्ठ
नमूना – Sample
मन मोहना – आकर्षित करना
संस्कृति – Culture
समृद्ध – संपन्न
प्रमाण – Proof
सँजोना – सहेजकर रखना
पाठ में से
प्रश्न1. अजंता की गुफाएँ किसने और क्यों बनवाई?
उत्तर – अजंता की गुफाएँ अजंता के आस-पास रहने वाले धनी व्यापारियों एव किसानों ने बौद्ध भिक्षुओं के उपासना, पठन-पाठन और ध्यान लगाने के लिए बनवाईं थीं।
प्रश्न2. अजंता के चित्रों में नज़र आने वाले रंग इतने दिनों तक कैसे टिक पाए?
उत्तर – अजंता के चित्रों में नज़र आने वाले रंग इतने दिनों टिक पाए क्योंकि ये रंग पत्थरों को पीसकर बनाया गया था। इन पत्थरों में से कुछ पत्थर दूसरे देशों से भी मँगवाए गए थे।
प्रश्न3. उचित उत्तर पर सही (a) का निशान लगाइए-
(क) अनुपमा दशहरे की छुट्टियों में कहाँ गई?
चेन्नई
शिमला
महाराष्ट्र
उत्तर – क. महाराष्ट्र
(ख) अनुपमा सपरिवार अपने मामाजी के घर कैसे गई?
बस से
रेलगाड़ी से
हवाई जहाज़ से
उत्तर – ख. रेलगाड़ी से
प्रश्न4. पाठ के आधार पर नीचे लिखे कथनों के सामने सही (a) या गलत (x) का निशान लगाइए-
(क) अजंता की गुफाएँ एक अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई हैं। सही
(ख) वे लोग लंबी और पतली आँख को सुंदर नहीं मानते थे। गलत
(ग) अजंता के चित्र अनेक कलाकारों की मिली-जुली प्रतिभा के उत्कृष्ट नमूने हैं। सही
(घ) हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है- अजंता इस बात का प्रमाण है। सही
(ङ) अजंता में सबसे अधिक लाल रंग का प्रयोग हुआ है। गलत
बातचीत के लिए
प्रश्न1. अजंता की गुफाओं में बने चित्रों का क्या विषय था? इन चित्रों को देखकर क्या पता चलता है?
उत्तर – अजंता के गुफाओं में बने चित्रों का मुख्य विषय गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़ी जातक कथाएँ और प्रकृति है। इन चित्रों को देखकर यह पता चलता है की उस समय की भित्ति कला कितनी श्रेष्ठ थी और वे प्रकृति प्रेमी भी थे।
प्रश्न2. आप अपने घर, कमरे की दीवारों को किस तरह सजाना चाहते हैं?
उत्तर – मैं अपने घर और कमरे की दीवारों को सुंदर-सुंदर चित्रों और अपने प्रमाणपत्रों से सजाना चाहूँगा।
प्रश्न3. आपको किस तरह की जगहों पर जाना पसंद है और क्यों?
उत्तर – मुझे ऐसी जगह जाना पसंद है जहाँ प्रकृति का वास्तविक रूप देखने को मिले जैसे शिमला, कश्मीर क्योंकि जब भी मैं प्रकृति के नजदीक जाता हूँ अपने-आपको तारो-ताज़ा महसूस करता हूँ।
प्रश्न4. ‘अजंता की सैर’ पाठ पढ़ते-पढ़ते आपको भी अपनी कोई छोटी या लंबी यात्रा याद आ रही हो तो उसे कक्षा में सुनाइए।
उत्तर – ‘अजंता की सैर’ पाठ पढ़ते-पढ़ते मुझे अपनी उस यात्रा के बारे में स्मरण हो रहा है जब मैं अपने परिवार के साथ देहरादून घूमने गया था। वह भ्रमण मेरे लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण था क्योंकि उस यात्रा में मैंने बहुत कुछ सीखा था।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न1. सांस्कृतिक धरोहरों के साथ लोग किस प्रकार का व्यवहार करते हैं? हमें किस तरह का व्यवहार करना चाहिए ? नीचे दी गई तालिका में भरिए-
लोगों का व्यवहार मेरा व्यवहार
दीवारों पर नाम लिखना लिखने वाले को मना करना
इधर-उधर थूकना पीकदान की तरफ़ इशारा करना
प्लास्टिक की थैलियाँ फेंकना कूड़ादान दिखाना
फूल तोड़ना लिखित चेतावनी की ओर दिखाना
अश्लील टिप्पणी करना मानवता का पाठ पढ़ाना।
प्रश्न2. अगर आज गुफाओं की दीवारों पर चित्रकारी की जाती तो उनमें क्या-क्या बनाया जाता?
उत्तर – अगर आज दीवारों पर चित्रकारी की जाती तो उनमें लुप्त हो रहे प्राणियों के चित्र, आदिवासियों के चित्र, पेड़-पौधे के चित्र आदि बनाए जाते।
भाषा की बात
प्रश्न1. पाठ में आए इन शब्दों में उचित स्थान पर नुक्ता (.) लगाकर शब्द को दोबारा
लिखिए-
क. मज़े
ख. हज़ार
ग. लेपिज़
घ. ज़्यादा
ङ. सफ़ेद
प्रश्न2. नीचे पाठ में से कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें रेखांकित शब्दों का लिंग पहचानकर लिखिए-
वाक्य के अंश लिंग
क. तुम्हारा पत्र मिला पुल्लिंग
ख. सपनों की दुनिया स्त्रीलिंग
ग. हज़ार साल पुरानी स्त्रीलिंग
घ. आस-पास के शहरों पुल्लिंग
ङ. ध्यान लगाना पुल्लिंग
च. हमारी संस्कृति स्त्रीलिंग
3. नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द पाठ में से ढूँढकर लिखिए-
क. धीरे # जल्दी
ख. गाँव # शहर
ग. निर्जीव # सजीव
घ. बाहर # अंदर
जीवन मूल्य
तब लोग अत्यधिक प्रकृति-प्रेमी थे।
प्रश्न – क्या आप भी प्रकृति-प्रेमी हैं?
उत्तर – हाँ, मैं प्रकृति प्रेमी हूँ।
प्रश्न – आप प्रकृति का ध्यान किस प्रकार रखते हैं?
उत्तर – मैं प्रकृति का ध्यान रखने के लिए न ही प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करता हूँ, न ही कूड़ा इधर-उधर फेंकता हूँ और न ही अकार्बनिक (Inorganic) चीजों कर प्रयोग अधिक मात्रा में करता हूँ। दूसरी तरफ़ मैं तो ज़्यादा से ज़्यादा पौधे लगाता हूँ।
कुछ करने के लिए
1. अजंता की गुफाएँ महाराष्ट्र में हैं। भारत के नक्शे में ढूँढिए कि महाराष्ट्र कहाँ है?
2. पता कीजिए कि जहाँ आप रहते हैं वहाँ से महाराष्ट्र पहुँचने में कितने दिन लग सकते
हैं और वहाँ यातायात के किन-किन साधनों से पहुँचा जा सकता है?
3. कोलाज – कोलाज उस तस्वीर को कहते हैं जो कई तस्वीरों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर
एक कागज़ पर चिपकाकर बनाई जाती है।
अब आप अजंता की गुफाओं के चित्र इकट्ठे करके उनका कोलाज बनाइए ।
4. आइए, मिथिला पेंटिंग सीखें
मिथिला शैली की मोहक पेंटिंग से हम अपने घर की सजावट तो कर ही सकते हैं, साथ ही हम अपने पहनने के कुर्ते, साड़ी, पर्दा आदि पर भी फूल-पत्तियाँ, चिड़िया, हाथी, लड़की आदि का चित्रण कर कपड़े को और भी खूबसूरत बना सकते हैं।
पहनने के कपड़ों पर चित्र बनाने के लिए ‘0’ नं. का गोल ब्रश और फेबरिक कलर (कपड़ों वाला रंग) का इस्तेमाल होता है।
आइए, इन नमूनों का अभ्यास करते हैं और इन्हें आगे बढ़ाते हैं-
छात्र शिक्षक के दिशानिर्देश में करें।
भाषा अभ्यास
पाठ – 9
अजंता की सैर
1.
क. तुम्हारा
ख. अपने
ग. मुझे
घ. हम
ङ. वह
च. कुछ
तुम्हारा घर कहाँ है?
मुझे देश-विदेश की यात्राएँ करना पसंद है।
कल हम सब फिल्म देखने जाएँगे।
2.
क. –
ख. धनी – व्यापारी
ग. लंबी – आँख
घ. पतली – आँख
ङ. सुंदर – आँख
च. कोरी – दीवारें
छ. सपाट – दीवारें
3.
क. बड़ा, पेड़
ख. मोटा, आदमी
ग. लाल, गुलाब
घ. गरम, चाय
4.
क. सुंदर, रंग-बिरंगी, मनमोहक, आकर्षक
ख. कोमल, छोटा, हरा, नाजुक
ग. स्वादिष्ट, ताज़ा, मीठे, लज़ीज
5.
क. कपड़ा, कनकौआ, डिब्बा
ख. पोशाक, पानी, रुमाल
ग. खाना, आम, पपीता
घ. कपड़ा, फर्श, तौलिया
ङ. कथा, पुस्तक, बातें
च. घर, पेड़, टेलीविज़न
6.
क. अजंता
ख. टाँग
ग. आकृतियाँ
घ. दिखाएँ
7.
क. की
ख. ने
ग. ने, को
घ. के लिए
ङ. में
8.
क. चित्र + कारी = चित्रकारी
ख. वि + जय = विजय
ग. चित्र + कार = चित्रकार
घ. कला + कार = कलाकार
ङ. अप + यश = अपयश
9.
क. पेड़
ख. चित्र
ग. मूर्तियाँ
घ. पेड़ों
ङ. चित्रों
च. बच्चों
10.
पत्र लेखन
दिनांक – 00/00/0000
घर संख्या – W/414
शहीद नगर, भुवनेश्वर
पूजनीया नानीजी
(सादर चरण स्पर्श)
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि ईश्वर की अनुकंपा से आप भी मुंबई में स्वस्थ और सकुशल होंगी। नानी, इन गर्मियों की छुट्टियों में मैं मित्रों के साथ शिमला गया था। वहाँ हमें बहुत कुछ सीखने और जानने को मिला। हमने पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के गुर भी सीखे। मैंने आपके लिए एक शॉल भी खरीदी है।
शेष सब सामान्य है। नाना जी को मेरा प्रणाम दीजिएगा। बाकी अगले पत्र में।
आपका नवासा
अविनाश