शब्दार्थ
पुरस्कार – इनाम
वितरण – बाँटना / Distribution
उत्सव – समारोह
भाग – हिस्सा
भाग – भागना
प्रतियोगिता – होड़ / Competition
परिणाम – नतीजा / फल
सर्वाधिक – सबसे अधिक
अंक – संख्या
अंक – गोद
फ़ैसला – निर्णय
जलसे – समरोह में
हैडमास्टर – मुख्य अध्यापक
घटना – Incident
निर्धन – गरीब
अख़बार – समाचार पत्र / Newspaper
संयोगवश – इत्तफाक से
कीचड़ – Mud
पटरी – Lane
ग्राहक – क्रेता / Customer
फ़ुर्सत – खाली समय
सूर्य – रवि, भानु
साँझ – संध्या
घना – Dense
साथी – मित्र
बेचारा – Poor
हैरानी – आश्चर्य
जेब – Pocket
निपट – सलटना
चटपटी – मज़ेदार
सनसनीखेज – Sensational
डकैती – लूट
लुटेरे – Dacoits
रंगे हाथ – Red-handed
झटपट – तुरंत
नमक-मिर्च – बढ़ा-चढ़ाकर
फटाफट – जल्दी-जल्दी
ढंग – तरीका
अचूक – बिल्कुल सही
प्रणम – निश्चय
सरासर – एकदम
झूठ – मिथ्या
दुहरानी – Repeat
शिक्षक – अध्यापक
पीठ ठोंकी – शाबाशी देना
शाबाश – Well done
दौड़-धूप – मेहनत
मासिक – Monthly
छात्रवृत्ति – Scholarship
विनम्र – Polite
भाव – Feeling
गूँज – Echo प्रथम – अव्वल
पाठ में से
प्रश्न 1. रामनगर में कितने विद्यालय थे? वे प्रत्येक वर्ष मिलकर कौन-सा उत्सव मनाते थे?
उत्तर – रामनगर में बालक-बालिकाओं के कुल दस विद्यालय थे। ये सारे विद्यालय मिलकर अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन करते थे और सत्र के अंत में ‘पुरस्कार वितरण उत्सव’ मनाते थे।
प्रश्न 2. सत्यपाल के घर में कौन-कौन था?
उत्तर – सत्यपाल के घर में बूढ़ी दादी और एक छोटी बहन थी।
प्रश्न 3. चंचल ने सत्यपाल को अख़बार बेचने का क्या उपाय बताया?
उत्तर – चंचल ने सत्यपाल को अख़बार फटाफट बेचने का तरीका बताते हुए कहा कि दो-चार चटपटी ख़बरें ज़ोर-ज़ोर से दुहराओ और छोटी-मोटी चोरी की ख़बरों को नमक-मिर्च लगाकर बड़ी ख़बर बना दो। इस तरह तुम्हारे अख़बार जल्दी ही बिक जाएँगे।
प्रश्न 4. ‘सच्चे बच्चे कितने अच्छे’ प्रतियोगिता में सत्यपाल को कौन-सा पुरस्कार मिला और क्यों?
उत्तर – ‘सच्चे बच्चे कितने अच्छे’ प्रतियोगिता में सत्यपाल को प्रथम पुरस्कार मिला क्योंकि विषम परिस्थिति में भी विद्यालय में लिए गए सच बोलने के प्रण को उसने टूटने नहीं दिया। उसने अपने नाम को सत्य सिद्ध कर दिया।
प्रश्न 5. पाठ के आधार पर बताइए कि नीचे दिए गए कथन किसने कहे, किससे कहे-
कथन
(क) भाई! तुम तो बहुत जल्दी निपट गए।
(ख) दो-चार चटपटी खबरें जोर-जोर से दुहराओ ।
(ग) तुम्हारी सच्चाई से मुझे बहुत प्रसन्नता हुई है।
(घ) मैंने तो विद्यालय में सच के रास्ते पर चलने का प्रण किया है।
उत्तर – क. सत्यपाल ने चंचल से कहा
उत्तर – ख. चंचल ने सत्यपाल से कहा
उत्तर – ग. शिक्षक ने सत्यपाल से कहा
उत्तर – घ. सत्यपाल ने चंचल से कहा
प्रश्न 6. कहानी की घटनाओं को बिना किसी क्रम के नीचे दिया गया है। ‘पहले क्या हुआ’, ‘उसके बाद क्या हुआ’ के आधार पर घटनाओं को सही क्रम संख्या दीजिए-
चंचल ने कहा, “दो-चार चटपटी खबरें जोर-जोर से दुहराओ।” 4
शिक्षक ने सत्यपाल को एक हज़ार रुपए मासिक छात्रवृत्ति दिलवाने के लिए कहा। 9
सत्यपाल ने कहा, “मैंने तो सच के रास्ते पर चलने का प्रण किया है।” 6
एक बार शाम को सत्यपाल अखबार बेच रहा था। 1
शिक्षक सत्यपाल की सच्चाई से बहुत प्रसन्न हुए। 8
सत्यपाल ने चंचल के खाली हाथ और भरी जेब को देखा। 3
तभी उसका एक साथी चंचल उधर से निकला। 2
मगर इसके लिए सत्यपाल का मन न माना। 5
सत्यपाल को उसकी सच्चाई के लिए प्रथम पुरस्कार मिला। 10
सत्यपाल और चंचल की सारी बातें उनके एक शिक्षक सुन रहे थे। 7
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. सत्यपाल क्या बेचता था और क्यों?
उत्तर – सत्यपाल शाम के समय अख़बार बेचा करता था क्योंकि उसके कंधों पर अपनी बूढ़ी दादी और छोटी बहन की ज़िम्मेदारी थी, साथ-साथ उसे अपनी पढ़ाई में होने वाले खर्च की भी चिंता थी।
प्रश्न 2. सत्यपाल में आपको क्या-क्या गुण नज़र आए?
उत्तर – सत्यपाल में मुझे निम्नलिखित गुण देखने को मिलते हैं-
वह एक ज़िम्मेदार बालक है।
वह एक होनहार विद्यार्थी है।
वह एक सच्चा बालक है।
वह अपने से बड़ों के प्रति नम्र है।
– वह मुश्किलों में भी विचलित नहीं होता।
प्रश्न 3. किसी उस प्रतियोगिता के बारे में बताइए जिसमें आपको कोई पुरस्कार मिला हो?
उत्तर – मुझे भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मिला है।
प्रश्न 4. यदि आपको विद्यालय में प्रतियोगिताओं के आयोजन की ज़िम्मेदारी दी जाए तो आप कौन-सी प्रतियोगिताओं का आयोजन करना पसंद करेंगे और क्यों?
उत्तर – यदि मुझे विद्यालय में प्रतियोगिताओं के आयोजन की ज़िम्मेदारी दी जाए तो मैं समाचार वाचन, कविता वाचन, सृजनात्मक लेखन (Creative Writing), कहानी लेखन, कविता लेखन , वाद-विवाद (Debate), सामूहिक परिचर्चा (Group Discussion), लेख लेखन (Article Writing), तत्काल भाषण (Extempore) जैसे प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाऊँगा क्योंकि ये सब किसी भी छात्र की बौद्धिक और चिंतन प्रतिभा को निखारने का श्रेष्ठ माध्यम है।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. सत्यपाल चंचल के उपाय को मान लेता तो क्या होता?
उत्तर – सत्यपाल अगर चंचल के बताए उपाय को मान लेता तो उसके शिक्षक को बहुत बुरा लगता कि सत्यपाल अपने प्रण से विमुख हो गया। दूसरी बात यह कि सत्यपाल भी लोगों से झूठ बोलकर अपना अख़बार बेचने लगता जिससे सत्यपाल की बातों पर फिर कोई भरोसा नहीं करता।
प्रश्न 2. यदि तुम चंचल की जगह होते तो सत्यपाल को क्या सलाह देते और क्यों?
उत्तर – यदि मैं चंचल की जगह होता तो चंचल को यह सलाह देता कि झूठ के पैर नहीं होते और एक झूठ को छिपाने के लिए फिर कई झूठ बोलने पड़ते हैं। इसलिए हमें सफलता हासिल करने के लिए झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए।
भाषा की बात
प्रश्न 1. पाठ में आए कोई चार युग्म शब्द छाँटकर उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
क. ज़ोर-ज़ोर – बच्चे ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रहे हैं।
ख. बैठे-बैठे – बैठे-बैठे मेरे कमर में दर्द होने लगा।
ग. बहुत-बहुत – सत्यपाल ने शिक्षक को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।
घ. कुछ-कुछ – मुझे नृत्य के बारे में कुछ-कुछ पता है।
प्रश्न 2. पाठ में से कोई तीन-तीन अनुस्वार और अनुनासिक वाले शब्द लिखिए-
अनुस्वार अनुनासिक
सुंदर साँझ
नंबर बूँदें
अंक गूँज
जीवन मूल्य
• गाँधी जी राजा हरिशचंद्र सदा सत्य बोलते थे।
पाठ में सत्यपाल ने भी सच्चाई का साथ दिया।
प्रश्न 1. सत्य की सदा ही जीत होती है, विचार कीजिए।
उत्तर – सत्य की सदा जीत होती है, इस विचार से मैं पूरी तरह सहमत हूँ क्योंकि सत्य सूर्य की तरह होता है जिसे कुछ समय के लिए काले बादल भले ही ढक दें परंतु सूर्य की किरण फिर प्रकाशमान होती ही है ठीक उसी तरह सत्य जैसे भी हो लोगों के सामने आता ही है। इसलिए तैत्तरीय उपनिषद में भी वर्णित है ‘सत्यमेव जयते’।
प्रश्न 2. हम सबको जीवन में आई कठिन परिस्थितियों में भी सदा सच
बोलने का प्रण क्यों लेना चाहिए?
उत्तर – हम सभी को जीवन में आने वाली कठिन परिस्थितियों में भी सच का साथ नहीं छोड़ना चाहिए और सच बोलने का प्रण लेना चाहिए क्योंकि जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो हमें अपने ऊपर गर्व होगा कि हम सत्य के साथ रहे और हमारे सगे-संबंधी भी हमारे विचारों से प्रभावित होकर अपने आचरण में सत्य बोलने के प्रण को शामिल करेंगे।
कुछ करने के लिए
1. सत्यपाल को सच्चाई के लिए पुरस्कार मिला। आप बहादुरी के लिए पुरस्कार पाने वाले किन्हीं तीन बच्चों की सूची तैयार कीजिए। सूची तैयार करते समय नीचे पूछी गई जानकारी भी लिखिए-
बहादुरी के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार का नाम ‘राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार’, ‘गीता चोपड़ा पुरस्कार’ और ‘बापू गैधानी पुरस्कार’ है।
नाम – गौरव कवडूजी सहस्रबुद्धि
प्रदेश – महाराष्ट्र
बहादुरी भरा कारनामा – अपने चार मित्रों को बचाने के प्रयास में अपना जीवन बलिदान कर दिया।
नाम – कुमारी शिवमपेट रूचिता
प्रदेश – तेलंगाना
बहादुरी भरा कारनामा – अपनी स्कूल बस की एक ट्रेन से टक्क्र होने के बाद दो बहुमूल्य जान बचाते हुए अदम्य साहस का परिचय दिया।
नाम – रामदीनथारा
प्रदेश – मिजोरम
बहादुरी भरा कारनामा – मास्टर रामदीनथारा ने बिजली से दो व्यक्तियों की जान बचाई।
2. ‘सत्य की जीत’ पर आधारित कोई एक कहानी पढ़िए व कक्षा में सुनाइए ।
उत्तर – छात्र स्वयं करें
अभ्यास सागर
पाठ – 4
पुरस्कार
सर्वनाम व भेद
1.
सत्यपाल चंचल शिक्षक सच्चाई पीठ
अख़बार विद्यालय रुपए छात्रवृत्ति गुरुजी
2
क. सत्यपाल और चंचल
ख. शिक्षक
ग. शिक्षक
घ. सत्यपाल
ङ. शिक्षक, सत्यपाल
3.
क. वह
ख. उसके
ग. उसे
घ. उसने
ङ. आप, हम
4.
क. वे जा रही हैं।
ख. उन्होंने मेरी पुस्तकें उठाईं।
ग. हमने रूपा को गुब्बारे दिए।
घ. जिन्हें लड्डू चाहिए वे आगे आएँ।
ङ. ये खिलौने किसके लिए हैं?
5.
क. सीमा ने किसे उपहार दिया?
ख. दरवाजे पर कौन खड़ा था?
ग. दूध में क्या गिर गया?
घ. यह चाबी किसकी है?
ङ. किसने फिल्म देखी?
6.
क. मैं पढ़ रहा हूँ।
ख. यह काम मैं खुद कर लूँगा।
ग. दरवाजे के पास कौन खड़ा है?
घ. वह अपने आप नानी के घर चला जाएगा।
ङ. वे चले गए।
च. आपने क्या भेजा है?
7.
क. कुछ
ख. ये
ग. उसकी
घ. यह
ङ. जैसा
8.
क. चंचल
ख. पाँव
ग. मुँह
घ. सैकड़ों
ङ. परंतु
च. पहुँच
9.
क. धनवान
ख. खरीदना
ग. अयोग्य
घ. अचूक
10.
क. गुणवती
ख. अभिनेत्री
ग. सम्राज्ञी
घ. विदुषी
11.
सेवा में
प्रधानाचार्या महोदया
डी ए वी पी एस स्कूल
बरियातु रोड
राँची
विषय – छात्रवृत्ति के संदर्भ में
महोदया
सविनय निवेदन यह है कि मैं, राकेश गुप्ता, कक्षा छठी ‘अ’ का एक अनुशासित छात्र हूँ। मैं पिछले तीन वर्षों से 91 प्रतिशत और इससे भी अधिक अंक प्राप्त कर रहा हूँ। पाठ्य सहगामी क्रियाओं (CCA) में भी मैं उम्दा प्रदर्शन करता रहा हूँ। इसी वर्ष मैंने गणित और विज्ञान ओलेम्पियड परीक्षा में राज्य स्तर पर तीसरा और चौथा स्थान प्राप्त किया है। आपके निर्देशानुसार मैंने आय प्रमाण पत्र भी स्कूल के कार्यालय में जमा कर दिया है।
अतः, आपसे करबद्ध अनुरोध है कि मेरी छात्रवृत्ति की अर्जी स्वीकार की जाए। इस असीम कृपा के लिए मैं आपका सदा आभारी रहूँगा।
सधन्यवाद!
आपका आज्ञाकारी छात्र
राकेश गुप्ता
कक्षा छठी ‘अ’
अनुक्रमांक – 23
दिनांक – 23/04/20xx