भारत : ‘फ्लाइंग सिख’
जन्म : 1935 भारत
एथेलेटिक (Athletic) प्रतियोगिताओं के भारतीय संदर्भ में मिल्खासिंह का नाम अत्यधिक प्रसिद्ध हैं। उन्होंने सफलताओं को दूरी में नापा। अपनी अद्भुत गति के कारण वे ‘उड़ता सिख’ (Flying Sikh) के नाम से जाने गए। 1957 में उन्होंने 400 मी. की दौड़ को 47.5 सैकेंड में पूरा करके नया राष्ट्रीय कीर्तिमान (record) बनाया था। 1958 में टोकियो एशियाई खेलों (Asiads) में भी उन्होंने 400 एवं 200 मी. दौड़ में रिकॉर्ड बनाए। मिल्खासिंह 1959 में ‘पद्मश्री’ से अलंकृत किए गए। 1960 के रोम ओलंपिक में दर्भाग्यवश वे पदक से वंचित रहे और उन्हें चौथा स्थान प्राप्त हुआ। मिल्खासिंह ने अपने देश के लिए सबसे ज्यादा सफलताएँ अर्जित की हैं। अपने जीवन के अंतिम सांस तक वे खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में लगे रहे थे।
मिल्खासिंह 1947 में अपने परिवार के साथ नवगठित पाकिस्तान से भारत आ गए थे। 9वीं पास करने के बाद वे मेकैनिकल व्यवसाय में संलग्न हो गए। 1953 में वे सेना में भर्ती हो गये। सेना में रहकर उन्होंने दौड़- कद की ओर विशेष ध्यान दिया और 400 मीटर की दौड़ की तैयारियां प्रारंभ कर दीं। शीघ्र ही उन्होंने दौड़ में 47.9 से. का कीर्तिमान स्थापित कर अभूतपूर्व सम्मान प्राप्त किया।
मिल्खासिंह देश के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में एक जाना पहचाना नाम है। उनका गौरवपूर्ण खेलजीवन सदैव युवा खिलाड़ियों को अधिक से अधिक शानदार प्रदर्शन के लिए प्रेरणा देता रहेगा।