स्पेन : बीसवीं सदी के शीर्षस्थ चित्रकार
जन्म 1881 मृत्यु : 1972
पाब्लो रुइज़ पिकासो की बीसवीं सदी के पांच प्रमुख उल्लेखनीय नामों में गणना की जाती है । वे अपने समय के सर्वाधिक सृजनशील तथा महानतम चित्रकार रहे हैं। पिकासो के आगे प्राचीन कला मर्मज्ञ भी गौण होते प्रतीत होते हैं। अपने 78 वर्षीय कलाकार जीवन में उन्होंने लगभग 13,500 पेंटिंग,34,000 पुस्तक चित्र, 300 मूर्तिशिल्प तथा अन्य असंख्य कलाकृतियों की रचना की। उनकी रचनाओं का कुल मूल्य 50 करोड़ पौंड से अधिक आंका जाता है। उनके अत्यन्त मल्यवान चित्रों में दो नाम हैं ‘टू ब्रदर्स’ (Two Brothers,1905) तथा ‘सीटेड हार्लेकिन्स (Seated Harlequins, 1922)। पिकासो द्वारा 1901 में बनाई गई ‘सेल्फ पोर्ट्रेट यो पिकासो’ नामक पेंटिंग 21 मई, 1981 को न्यूयार्क में 53 लाख डॉलर में खरीदी गई थी। आज भी कला प्रदर्शनियों में पिकासो के चित्रों को सबसे अधिक मूल्य प्राप्त होते हैं।
अमूर्त कला (Abstract Art) के प्रवर्तक पिकासो 20वीं सदी के ‘कला आन्दोलन’ के जनक माने जाते हैं। उन्होंने चित्रकला की एक नई शैली ‘क्यूबिज्म’ (Cubism) का भी आविष्कार किया जिसमें वस्तुओं की ‘त्रिआयामी’ (three dimensional) प्रस्तुति की जाती है। उन्होंने परंपरा से हटकर चित्रकला की एक सर्वथा नवीन विधा विश्व को दी और अपनी इस उपलब्धि के कारण वे आजीवन विवादों से घिरे रहे, परंतु कला के क्षेत्र को, उनके इस क्रान्तिकारी योगदान ने अमिट रूप से प्रभावित किया है।
पिकासो का पूरा नाम था- पाब्लो डाइगो जोस फ्रांसिस्का डी पाउला नेपोमोसिनो क्रिस्पिने क्रिस्पेनो डिला संटइज़िमा ट्रिनिडाड रूइज़ यो पिकासो। उनका जन्म 25 अक्टूबर 1881 में स्पेन के मलागा नामक स्थान में हुआ था। उनके पिता जोस रूइज़ प्लास्को कला के अध्यापक थे। पिकासो ने अपना पूरा जीवन कला को समर्पित कर दिया था। नौ वर्ष की अवस्था में ही वे सुंदर चित्रों का निर्माण करने लगे थे और शीघ्र ही उनकी विलक्षण प्रतिभा प्रकाश में आने लगी। 1904 में वे पेरिस में आकर बस गए थे जहाँ उन्होंने फरनाण्डे ओलिवर से विवाह कर लिया। 91 वर्ष की आयु में उनका देहान्त हुआ।