ब्राजील : फुटबाल का बादशाह
जन्म : 1940
पेले’ (Pele) का नाम फुटबाल के साथ सदा के लिए अविच्छिन्न रूप से जुड़ गया है। आज खेल जगत से संन्यास लेने के बाद भी वे ‘फुटबॉल के बादशाह’ माने जाते हैं। मात्र 16 वर्ष की आयु में वे अपने देश की राष्ट्रीय टीम के सदस्य बने और शीघ्र ही सफलताओं के शिखर पर पहुँच गए। 1969 में उन्होंने अपना 1000वाँ गोल किया, जब वे अपना 909वाँ प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे थे। पेले के नेतृत्व में ब्राजील ने फुटबाल में कई उल्लेखनीय सफलतायें प्राप्त कीं। उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में 1363 मैच खेले और 1281 गोल किए। पेले विश्व के सबसे चहेते खिलाड़ी माने जाते हैं। ‘काले हीरे’ के नाम से विख्यात पेले ने इटली और अल्जीरिया द्वारा दी जा रही भारी प्रलोभन राशि को ठुकरा कर देशप्रेम का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके सम्मान में डाक टिकट भी छापे गए और 1970 की विश्व कप प्रतियोगिता में उन्हें स्वर्णपदक से सम्मानित किया गया। मार्शल टीटो ने भी उन्हें सम्मानित किया था। 18 जुलाई, 1971 को मारकाना स्टेडियम में 2 लाख लोगों की उपस्थिति में यूगोस्लाविया के विरुद्ध खेलते हुए पेले ने खेल जगत से संन्यास ले लिया।
पेले 23 अक्टूबर, 1940 को बोरूं (ब्राजील) के निर्धन परिवार में जन्मे थे। 1959 में उन्होंने ‘सांतोस’ (Santos) क्लब की ओर से पहला मैच खेला और पहला गोल भी किया और फिर सफलताओं के शिखर की ओर बढ़ते गए। 1966 में पेले ने रोजमेरी डोस के साथ विवाह किया।
पेले ने फुटबाल से संन्यास ले कर अपना ध्यान फिल्मों एवं व्यवसाय की ओर लगा दिया। फिर भी पेले का नाम फुटबाल के साथ सदा जुड़ा रहेगा। उन्होंने जिस अद्वितीय खेलकौशल का प्रदर्शन किया, वह सदैव ‘फुटबाल’ खेल का ही पर्याय बना रहेगा।