मैं चाँद से बोल रहा हूँ (पत्र) (संकलित)

मैं चाँद से बोल रहा हूँ

संकलित

प्यारी बहन अंजना,

आज पूर्णिमा है। पूनम के चाँद को देखकर एक पुरानी बात याद आ गई। इसलिए यह पत्र लिख रहा हूँ।

तब हम दोनों छोटे थे। रानी मौसी हमें छत पर ले जाती थीं। वहाँ चमचमाता चाँद देख हम कितने खुश होते थे ! वह यह गाना हमें सिखाती थीं-

“चन्दा मामा दूर के

पूए पकाए नूर के

आप खाए थाली में

हम को दिया प्याली में”

वह बताती थीं कि चंद्रमा सब के मामा हैं। माता लक्ष्मी और मामा चंद्रमा एक साथ सागर से निकले थे। हम भी कैसे भोले थे कि उनकी बात मान लेते थे।

उस समय चाँद पर जाना सपना था। आजकल तो लोग चंद्रमा की सैर कर आते हैं। तुम्हें याद होगा जब सबसे पहले नील आर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा पर पाँव रखा था तो सारी दुनिया खिल उठी थी। उसके बाद चंद्रमा की कई यात्राएँ हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले भारत का चंद्रयान चंद्रमा में जाकर तस्वीरें खींचता था। उन तस्वीरों से पता लगा कि चाँद में जल है। भारतीय वैज्ञानिकों की इस खोज से संसार के लोग खुश हुए। अमेरीका के ‘नासा’ संस्था ने चंद्रमा में एक विस्फोट कराया। उससे यह प्रमाणित हुआ है कि चंद्रमा में जल है। दुनिया के लोग चाँद पर जाने की तैयारी करने लगे हैं। वह दिन दूर नहीं जब आदमी चंद्रमा से धरती के लोगों से टेलीफोन पर बात करेगा। तब मैं तुम्हें पत्र नहीं, टेलीफोन से कहूँगा – मैं चाँद से बोल रहा हूँ। लेकिन पत्र का मजा कुछ अलग है न ! आशा है, तुम प्रसन्न होगी।

तुम्हारा भाई निशीथ

सैर – यात्रा,

तस्वीर – फोटो,

वैज्ञानिक – विज्ञान विषय जानने वाला,

खोज – तलाश

भारतीय – भारत के लोग

संसार – दुनिया

संस्था – संगठन

प्रमाणित – Proved

विस्फोट – बारूद से फोड़ना।

(क) रानी मौसी कौन-सा गाना सिखाती थीं?

उत्तर – रानी मौसी यह गाना सिखाती थीं –

“चन्दा मामा दूर के

पूए पकाए नूर के

आप खाए थाली में

हम को दिया प्याली में”

(ख) मौसी हमें क्या बताती थी?

उत्तर – मौसी हमें क्या बताती थीं कि चंद्रमा हम सब के मामा हैं और  माता लक्ष्मी और मामा चंद्रमा एक साथ सागर से निकले थे।

(ग) संसार के लोग क्यों खुश हुए?

उत्तर – संसार के लोगों को जब यह पता चला कि चाँद पर जल है तो वे बहुत खुश हुए।

(क) निशीथ पत्र किसे लिख रहा है?

उत्तर – निशीथ अपनी बहन अंजना को पत्र लिख रहा है।

(ख) निशीथ और अंजना की खुशी का कारण क्या था?  

उत्तर – निशीथ और अंजना जब छोटे थे तब उनकी रानी मौसी उन्हें छत पर ले जाकर चमचमाता चाँद दिखाया करती थी। चाँद देखकर निशीथ और अंजना बहुत खुश हो जाया करते थे।

(ग) सारी दुनिया क्यों खिल उठी थी?

उत्तर – जब अमेरिका के अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने सबसे पहले चंद्रमा पर पाँव रखा था तो सारी दुनिया खिल उठी थी।

(घ) निशीथ पत्र के बदले क्या करने को कहता है?

उत्तर – निशीथ पत्र के बदले टेलीफोन करने को कहता है।

(क) क्या देखकर पुरानी बात याद आ गई?

(i) सूर्य को

(ii) पूनम के चाँद को  

(ii) मौसी को  

(iv) अंजना को

उत्तर – (ii) पूनम के चाँद को

(ख) हमें छत पर ले जाती थी। कौन?

(i) माँ   

(ii) बहन   

(ii) बड़े भाई   

(iv) रानी मौसी

उत्तर – (iv) रानी मौसी

(ग) किसने चंद्रमा पर सबसे पहले पाँव रखा था?

(i) नील आर्मस्ट्रांग   

(ii) सी.वी. रमन  

(iii) स्वामीनाथन   

(iv) नेलसन मैंडला

उत्तर – (i) नील आर्मस्ट्रांग

(घ) अमेरीका की किस संस्था ने चंद्रमा में विस्फोट कराया?

(i) स्पेश संस्था

(ii) नासा  

(iii) यू.एन.ओ.

(iv) स्पेश कमीशन  

उत्तर – (ii) नासा

(ङ) अंजना किसकी बहन है?

(i) रमेश   

(ii) गोपाल   

(iii) चंदामामा   

(iv) निशीथ

उत्तर – (iv) निशीथ

1. निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजए :

सैर – हमें सुबह-सुबह सैर करनी चाहिए।

तस्वीर – यह मेरे बचपन की तस्वीर है। 

पूए – मुझे पुए बहुत अच्छे लगते हैं।

यात्रा – मैंने तीन बार पुरी की यात्रा की है।

चाँद – चाँद पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

टेलीफोन – टेलीफोन एक आधुनिक आविष्कार है।  

प्रसन्न – हमें सभी स्थिति में प्रसन्न रहना चाहिए।

खोज – वैज्ञानिक चाँद पर अनेक खोज कर रहे हैं।  

2.’क’ स्तंभ के विशेषणों के साथ ‘ख’ के विशेष्यों -(संज्ञाओं) का मिलान कीजिए :-

‘क’ स्तंभ           ‘ख’ स्तंभ

भोले              बच्चे

भारतीय            लोग

सारी              दुनिया

पुरानी             याद

चमचमाता     चाँद

3. निम्नलिखित वाक्यों के खाली स्थानों मे कोष्ठक में से सही सर्वनाम चुनकर भरिए :-  

(क) मैं इसलिए यह पत्र लिख रहा हूँ।  

(मैं, हम )

(ख) चंदामामा ने हम को प्याली में दिया।    

(वह, हम )

(ग) आप थाली में खाए।

(तू, आप)

(घ) यह प्रमाणित हुआ कि चंद्रमा में जल है।

(आप, यह)

(ङ) आशा है तुम प्रसन्न होगी।

(मैं, तुम )

4. उदाहरण के अनुसार वाक्यों का परिवर्तन कीजिए:

नासा संस्था ने एक विस्फोट कराया।

नासा संस्था एक विस्फोट करेगी।

(क) मैंने टेलीफोन से कहा।

उत्तर – मैं टेलीफोन से कहूँगा।

(ख) चंद्रयान ने तस्वीरें खींचीं।

उत्तर – चंद्रयान तस्वीरें खींचेगी।

(ग) उमा ने रोटी खाई।

उत्तर – उमा रोटी खाएगी।

(घ) लोगों ने चाँद पर जाने की तैयारी की।

उत्तर – लोग चाँद पर जाने की तैयारी करेंगे।

(ङ) तुमने एक कहानी लिखी।

उत्तर – तुम एक कहानी लिखोगे।

5. खाली जगहों पर सही परसर्ग कोष्ठक में से चुनकर भरिए :

(की, में, के, ने, पर)

(क) पूनम की चाँद देखकर एक पुरानी बात याद आ गई।

(ख) उस समय चाँद पर जाना सपना था।

(ग) चंद्रमा की कई यात्राएँ हो चुकी हैं।

(घ) नासा ने चंद्रमा पर विस्फोट कराया।

(ङ) आपने पूए थाली में खाए।

इस पाठ में जो सर्वनाम आए हैं, वे हैं-

हम, हमें, वह, यह, आप, तुम्हें, मैं, तुम ये सब पुरुषवाचक सर्वनाम हैं। पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद है-

(1) उत्तम पुरुष मैं, हम

(2) मध्यम पुरुष तू, तुम / आप

(3) अन्य पुरुष – वह, यह, वे, ये

परसर्ग के संयोग से सर्वनाम के मूल रूप में परिवर्तन हो जाता है, जैसे-

मैं + को = मुझे, मुझको

मैं + रा = मेरा

हम + को = हमें, हमको

हम + रा = हमारा

तू + को = तुझे, तुझको

मैं + ने = मैंने

वह + ने उसने

यह + ने = इसने

वह + ने = उन्होने

वह + को = उसे, उसको

तुम + को = तुम्हें, तुमको

वह + को = उन्हें, उनको

वह + को = उसे, उसको

आप + ने = आपने

पत्र की पूरी रूपरेखा

(क) जिसके पास पत्र लिख रहे हैं उसका संबोधन

(ख) पत्र का विषय

(ग) लिखने वाले का नाम

(घ) लिफाफे पर पूरा पता

आपके लिए काम :

इस प्रकार के पत्र लिखने का अभ्यास कीजिए।

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