इटली: महान सम्राट
जन्म : 100 ई.पू.
मृत्यु : 44 ई.पू.
विश्व इतिहास के महानतम व्यक्तियों में जूलियस सीज़र का नाम अग्रगण्य है। रोमनसम्राट जूलियस सीज़र एक सुदर्शन, बुद्धिमान तथा साहसी व्यक्ति था। शेक्सपियर ने अपने प्रसिद्ध काव्य-नाटक ‘जूलियस सीज़र’ में इस महान सम्राट को साहित्य में भी अमर बना दिया है। जूलियस सीज़र ने भेदभावपूर्ण तथा विनाशकारी, रोम लोकतंत्र को एक सुदृढ़ साम्राज्यवादी सरकार दी, जो उसकी महानतम उपलब्धि है। सीज़र ने जब राजनीति में प्रवेश किया, तब रोम एक भूमध्य सागरीय साम्राज्य था, पर उसने फ्रांस, बेल्जियम और स्पेन के कुछ भाग जीतकर उस यूरोपीय साम्राज्य की नींव डाली, जिसे आज हम पश्चिमी यूरोप कहते हैं।
सीज़र के जीवन के प्रारंभिक 40 वर्ष अत्यंत संघर्षपूर्ण थे। उस समय लोकतंत्र टूट रहा था। सेनाओं में महत्त्वाकांक्षी जनरल अपनी-अपनी सरकार बनाकर रोम के लिए खतरा उत्पन्न करते रहते थे। उस समय तक सीज़र को स्पेन के कुछ भागों पर अधिकार के अतिरिक्त और कोई विशेष उपलब्धि नहीं हुई थी, यद्यपि उसका युद्ध कौशल सिद्ध हो चुका था।
जूलियस सीज़र की विशेष उपलब्धियाँ थीं- कैलेंडर का पुनर्निर्माण, रोमन कानून के विधिविधानों की स्थापना, ‘स्थानीय सरकारों’ (पंचायतों) का गठन तथा सत्तारूढ़ मंत्रिमंडल का विस्तार, जिसमें विजित प्रदेशों के सदस्य भी शामिल हो सकें। वास्तव में रोमन साम्राज्य का गौरव जूलियस सीज़र के साथ जुड़ा हुआ उसके द्वारा प्रस्तावित सुधारों की उपयोगिता अभी भी स्वीकार की जाती है।
‘आइड्स ऑफ मार्च’ (15 मार्च) 44 ई.पू. को पाम्पे थियेटर में कुछ ईर्ष्यालु संसद सदस्यों द्वारा सीज़र की हत्या कर दी गई। अपने साम्राज्य की उन्नति के लिए आजीवन तलवार थामे रखने वाले इस महान योद्धा तथा राजनीतिज्ञ को अपने अद्भुत व्यक्तित्व के कारण सदा याद किया जाएगा।