इंग्लैंड : महान शासिका
जन्म : 1819
मृत्यु : 1901
महारानी विक्टोरिया ब्रिटिश इतिहास की अत्यंत गौरवशाली शासिका थीं। मेलबोर्न में राजनीतिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद 1837 में वे सिंहासन पर बैठीं। और 63 वर्ष तक एकछत्र राज्य किया। वे इंग्लैंड की ऐसी एकमात्र शासिका हैं जिन्होंने इतने लम्बे समय तक देश का शासनसूत्र संभाला। इस मध्य अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के मामलों में भी वे लगातार रुचि लेती रहीं। उन्हीं के काल में इंग्लैंड को कई महत्त्वपूर्ण वैदेशिक सफलताएँ प्राप्त हुई थीं। उनके जीवन की उत्तरावस्था तक ब्रिटिश साम्राज्य विश्व के एक चौथाई भूभाग पर छा चुका था। 1876 में विक्टोरिया को ‘भारत-साम्राज्ञी’ की पदवी दी गई। उस समय भारत पर ब्रिटिश राज्य था। 1887 में बड़े उत्साह के साथ उनके शासन की ‘स्वर्ण-जयंती’ मनाई गई। विक्टोरिया एक साम्राज्यवादी महिला होते हुये भी इंग्लैंड में सर्वसाधारण के मध्य भी सबसे ज्यादा लोकप्रिय सिद्ध हुईं। लगभग सारे यूरोप के राजपरिवारों से उनका पारिवारिक संबंध था।
विक्टोरिया का जन्म ब्रिटिश राजपरिवार में, केंट के ड्यूक एडवर्ड के यहाँ हुआ था । आया ‘फ्रॉलिन लोहजन’ की देख-रेख में उनका बचपन बीता। विक्टोरिया प्रारंभ से ही सादगीप्रिय एवं एक अनुशासित महिला थीं। 1837 में वे 18 वर्ष की आयु में सिंहासन पर बैठीं और 10 फरवरी 1840 को ‘सेंट जेम्स पैलेस चर्च’ में जर्मन राजकुमार अलबर्ट के साथ उन्होंने विवाह किया। उनके 9 सन्तानें हुईं जिनमें से एक एडवर्ड सप्तम थे। 1861 में पति की मृत्यु हो जाने पर उन्होंने अपने को इंग्लैंड के सार्वजनिक जीवन से अलग कर लिया था परंतु 1874 में वे अपने सहयोगियों के आग्रह पर शोक त्याग कर पुनः सार्वजनिक कार्यों में भाग लेने लगीं। वे घुड़सवारी की भी शौकीन महिला थीं। 22 जनवरी, 1901 को 81 साल की आयु पूरी करने के बाद उनका देहांत हो गया।
इंग्लैंड के इतिहास के एक पूरे अध्याय पर महारानी विक्टोरिया छाई हुई हैं। उन्होंने अपने शासनकाल में ब्रिटेन का नक्शा ही पलट दिया और उनकी नीतिकुशलता ने उसे एक विशाल साम्राज्य का रूप दे दिया।