अभ्यास – 14
अच्छी परी
1. पाठ ‘अच्छी परी’ में से ं) और (ँ) वाले दो-दो शब्द चुनकर लिखिए.
शब्द – पंखुड़ी सुंदर
शब्द – सांस यहाँ
2. दिए गए शब्दों के विपरीत शब्द लिखिए –
क. उठना – बैठना
ख. सोना – जागना
ग. ठंडा – गरम
घ. हँसना – रोना
डः यहाँ – वहाँ
च. अंदर – बाहर
3. एक से अनेक में बदलिए
क. खिलौना – खिलौने
ख. गुब्बारा – गुब्बारे
ग. बोतल – बोतलें
घ. जुराब – जुराबें
डः गेंद – गेंदें
च. परी – पारियाँ
छ. लड़की – लड़कियाँ
ज. सीढ़ी – सीढ़ियाँ
1. कोष्ठक में दिए शब्दों को सही रूप में खाली स्थानों पर लिखिए-
1. टीटू झूला झूल रहा है। (झूलना)
2. मामा आम तोड़ रहा है। (तोड़ना)
3. तनुज दीपक सजा रहा है। (सजाना)
4. राजू ताली बजा रहा है। (बजाना)
5. मयंक पतंग उड़ा रहा है। (उड़ाना)
6. रमा नाच रही है। (नाचना)
7. दीपू दौड़ रहा है। (दौड़ना)
8. शिल्पा गा रही है। (गाना)
5. नीचे लिखे शब्दों से वाक्य बनाइए –
फूल – मुझे कमल का फूल बहुत पसंद है।
खेल – बच्चे बगीचे में खेल रहे हैं।
वादा – मैं अपना वादा नहीं तोड़ता हूँ।
6. सही शब्द चुनकर खाली स्थान में लिखिए और कहानी को पूरी कीजिए-
[शेर, गुस्सा, काम, शरीर, दाँतों, धन्यवाद, सो, दया, जाल, चुहिया]
एक जंगल में एक शेर रहता था। एक दिन वह सो रहा था। वहाँ पर एक चुहिया आई। वह शेर के शरीर पर चढ़कर दौड़ने लगी। नींद खुलने पर शेर को गुस्सा आया। चुहिया ने माफ़ी माँगी और कहा, ‘मैं भी आपके काम आ सकती हूँ।’ शेर ने उस पर दया दिखाई। उसे छोड़ दिया। एक दिन शेर शिकारी के जाल में फँस गया। चुहिया ने अपने तेज़ दाँतों से जाल काट दिया। शेर ने चुहिया का धन्यवाद किया और अपनी गुफा की ओर बढ़ गया।