Meri Rachnayen

प्रार्थना A inner and silent prayer to God

Prayer to god a poem in HIndi Language

हे ज्योतिर्मय आओ,

अँधेरा गहरा तन-मन में,

अंतर में दीप जलाओ,

हे ज्योतिर्मय आओ

युगों-युगों से बुझी हुई है,

मन की ज्योत हमारी,

सूर्य-चंद्र विद्युत तारे

सब तेरे रहे अनुचारी

मेरे सूने जीवन में तुम

अपनी ज्योत जलाओ।

हे ज्योतिर्मय आओ,

नए प्राण आए मेरे मन में

प्रेम-स्नेह भरे इस सदन में

भजूँ मैं तुमको हर नमन में

लोकहित में बीते ये जीवन

ऐसे भाव जगाओ

हे ज्योतिर्मय आओ,

अविनाश रंजन गुप्ता

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