आइए, हम कविता बनाएँ

1.

कल करे सो आज कर

आज करे सो अब।

पल में परलय होता है

तब फिर करेगा कब?

2.

वीर तुम बढ़े चलो

धीर तुम बढ़े चलो

सामने पहाड़ हो

सिंह का दहाड़ हो

रुको नहीं डरो नहीं।

3. बड़े देखकर छोटे का

कभी न करो अपमान

जहाँ काम आये सुई

क्या कर लेगा कमान।

4. गरजें बादल

बरसें बादल

कड़के बिजली

नदियाँ उछली

भर गई क्यारी

लगती प्यारी

धान की बाली

लाए खुशहाली।

5.

छुक छुक गाड़ी

तेजी से दौड़ी

लचकती पटरी

उचकती गठरी।

6.

दूसरों के दुःख में आँसू बहाओ

दूसरों के सुख में हँसी मिलाओ

तब तुम बनोगे सच्चा इंसान

पाओगे जी भरके सम्मान।

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