काले हाथी काले भालू शोर बहुत मचाते हैं। उजली बिल्ली उजले कुत्ते करतब हमें दिखाते हैं। काले कौए काँ...
Author - हिंदीभाषा
हाथी
खंभे जैसे पैर हैं इसके कान सूप के जैसे हैं। सूँड़ है इसकी लंबी मोटी आँखें छोटी-छोटी हैं काले रंग का...
जीवन – सरल व्याख्या
निशिदिन गति करे सब अंत को इसका सबको भान नहीं है मति में कुमति के ही कारण धन लिप्सा में लिप्त रहे...
संसार की श्रेष्ठ संपत्ति
धरा को धारण जिसने किया है, जिसने धरा में जीवन दिया है, जिसने सबका पुण्य किया है, जिससे धरा में बसी...
प्रेम और परीक्षा
“ध्यान से सुनिए जो मैं कह रहा हूँ। भुवनेश्वर में 2400 स्केवेयर फीट ज़मीन, पीएफ़ में 21 लाख रुपए और...
सच्चाई
सच्चाई फल में होती है – ऐसा कई लोग मानते हैं सच्चाई फूल में होती है – ऐसा कई से कुछ कम लोग...
एक तमन्ना थी और है …..
एक तमन्ना थी एक आरज़ू थी एक ही चाहत थी की तेरी कुर्बत में मेरी सारी ज़िंदगी गुजरे अब एक...
‘कुरुक्षेत्र’ रामधारी सिंह ‘दिनकर’
इच्छित बिंदु पर क्लिक करें। लेखक परिचय लेखक परिचय दिनकर जी का जन्म 23 सितंबर 1908 को बिहार के...
‘दाज्यू’ शेखर जोशी
दाज्यूचौक से निकल कर बायीं ओर जो बड़े साइनबोर्डवाला छोटा कैफे है, वहीं जगदीशबाबू ने उसे पहली बार...
‘पत्नी’ जैनेन्द्र कुमार
पत्नीजैनेंद्र कुमारशहर के एक ओर एक तिरस्कृत मकान। दूसरा तल्ला। वहाँ चौके में एक स्त्री अँगीठी सामने...