अविनाश रंजन गुप्ता हिंदी भाषा के एक समर्पित शिक्षक हैं, जो हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए सक्रिय रूप...
Author - हिंदीभाषा
‘ले चल वहाँ भुलावा देकर’ जयशंकर प्रसाद की रचना
ले चल वहाँ भुलावा देकरले चल वहाँ भुलावा देकर,मेरे नाविक धीरे-धीरे।जिस निर्जन में सागर लहरी,अम्बर के...
कर गयी प्लावित तन-मन सारा (झरना) जयशंकर प्रसाद की रचना
कर गयी प्लावित तन-मन सारा (झरना)मधुर है स्रोत मधुर है लहरीन है उत्पात, छटा है छहरीमनोहर झरनाकठिन...
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविता ‘भिक्षुक’ का...
भिक्षुकवह आता-दो टूक कलेजे के करता पछतातापथ पर आता।पेट-पीठ दोनों मिलकर हैं एक,चल रहा लकुटिया...
महाकवि नागार्जुन की कविता ‘सिंदूर तिलकित भाल’ कविता...
सिंदूर तिलकित भालघोर निर्जन में परिस्थिति ने दिया है डाल!याद आता तुम्हारा सिंदूर तिलकित भाल!कौन है...
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविता ‘तोड़ती पत्थर’ का...
तोड़ती पत्थरवह तोड़ती पत्थर;देखा उसे मैंने इलाहाबाद के पथ पर-वह तोड़ती पत्थर। कोई न छायादारपेड़ वह...
नागार्जुन की कविता ‘अकाल और उसके बाद’ का संपूर्ण...
अकाल और उसके बादकई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदासकई दिनों तक कानी कुतिया सोई उनके पासकई दिनों...
नागार्जुन की कविता ‘कालिदास’ का संपूर्ण अध्ययन
कालिदास कालिदास सच-सच बतलाना ! इंदुमती के मृत्युशोक से अज रोया या तुम रोए थे कालिदास सच-सच बतलाना ...
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविता ‘बादल राग’ का...
बादल राग तिरती है समीर-सागर परअस्थिर सुख पर दुख की छाया –जग के दग्ध हृदय परनिर्दय विप्लव की...
‘ग्रंथि’ सुमित्रानंदन पंत की श्रेष्ठ रचना का अध्ययन
‘ग्रंथि’ - कविता परिचय पंत जी की प्रारंभिक रचनाएँ हैं – ‘ग्रंथि’...