नागरिक के कर्तव्य
गर्मी की छुट्टियाँ। हिंदी शिक्षिका मीना मैडम ने समुदाय भवन में 15 दिवसीय एक कार्यशिविर आयोजित किया है। कविता वाचन, कविता – रचना, नाटक-प्रदर्शन, संभाषण – कौशल, टेराकोटा गुड़िया बनाना इत्यादि कार्यक्रम यहाँ आयोजित हैं।
शुक्रवार का दिन। आज का संभाषण – ‘कौशल विकसन’ है। इसमें भाग लेने के लिए छात्र बड़ी तत्परता से मीना मैडम की प्रतीक्षा में बैठे हैं।
मीना मैडम आकर बोर्ड पर लिखती हैं- संभाषण का विषय : ‘नागरिकों के मूल कर्तव्य’।
सभी छात्र-छात्रा एक साथ हाथ उठाते हैं और कहते हैं – ‘मैं बोलूंगा, मैं बोलूँगी।’
मीना : ठहरो, एक-एक करके मैं पूछेंगी, तब बताओ।
अकुल : मैडम, एक नागरिक की हैसियत से हमें अपने देश के राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान, राष्ट्रीय त्योहार आदि का आदर करना चाहिए।
मीना : सही कहा, सलमा अब तुम बताओ।
सलमा : प्रकृति हमारी माता है। इसलिए हमें प्राकृतिक संसाधनों का अपव्यय करना नहीं चाहिए। अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखना भी हमारा दायित्व है।
मीना : नीलिमा, तुम क्या कहना चाहती हो?
नीलिमा : मैडम, देश के प्रति गौरव का भाव रखना एवं देश की एकता और
अखंडता को कायम रखना हमारा कर्तव्य है।
मीना : तुम्हारा विचार बिलकुल सही है। अन्वर, तुम कुछ कहने को उतावले दिख रहे हो।
अन्वर : : हाँ मैडम, मैं कहना चाहता हूँ कि समस्त देशवासियों के प्रति भाई-चारे का भाव रखना और जाति, धर्म, भाषा, प्रदेश, वर्ग पर आधारित सभी भेद-भावों से दूर रहना चाहिए।
मीना : सौ फीसदी सही बात अन्वर। कोई और कुछ कहना चाहता है?
जार्ज : वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सुधार की भावना का विकास करना भी नागरिक का कर्तव्य होता है न मैडम?
मीना : हाँ जार्ज, इतना ही नहीं, देश की रक्षा के लिए कटिबद्ध रहना, सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखना, व्यक्तिगत और सामूहिक दृष्टि से देश के उत्कर्ष के लिए सतत प्रयत्नशील रहना इत्यादि भी हमारे कर्तव्य हैं।
स्टेला : हमें अपनी संस्कृति और गौरवशाली परंपरा का सम्मान करना है, संविधान के नियमों का पालन भी करना चाहिए।
बिंदु : धन्यवाद टीचर, आपने हमें इतना कुछ समझाया।
मीना : आज के बच्चे कल के नागरिक हैं। विद्यार्थियो! आज से, नहीं नहीं; अब से ही आप इन कर्तव्यों का पालन करना शुरू करो। इससे आपका हित तो होगा ही, देश का कल्याण भी होगा।
उत्तर लिखिए :-
- मीना मैडम ने कितने दिनों के कार्यशिविर का आयोजन किया था?
उत्तर – हिंदी शिक्षिका मीना मैडम ने समुदाय भवन में 15 दिवसीय कार्यशिविर का आयोजन किया था।
- संभाषण का विषय क्या था?
उत्तर – संभाषण का विषय था -‘नागरिकों के मूल कर्तव्य’।
- अकुल ने मीना मैडम से क्या कहा?
उत्तर – अकुल ने मीना मैडम से कहा कि एक नागरिक की हैसियत से हमें अपने देश के राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान, राष्ट्रीय त्योहार आदि का आदर करना चाहिए।
- सलमा ने क्या कहा?
उत्तर – सलमा ने कहा कि प्रकृति हमारी माता है। इसलिए हमें प्राकृतिक संसाधनों का अपव्यय करना नहीं चाहिए। अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखना भी हमारा दायित्व है।
- अन्वर ने मीना मैडम से क्या कहा?
उत्तर – अन्वर ने मीना मैडम से कहा कि समस्त देशवासियों के प्रति भाई-चारे का भाव रखना और जाति, धर्म, भाषा, प्रदेश, वर्ग पर आधारित सभी भेद-भावों से दूर रहना चाहिए।
- मीना मैडम ने छात्रों से अंत में क्या कहा?
उत्तर – मीना मैडम ने छात्रों से अंत में यह कहा कि आज के बच्चे कल के नागरिक हैं। विद्यार्थियो! आज से, नहीं नहीं; अब से ही आप इन कर्तव्यों का पालन करना शुरू करो। इससे आपका हित तो होगा ही, देश का कल्याण भी होगा।