पाठ – 02
ठीक काम करें
शब्दार्थ
अहा – Expression of happiness
सुंदर – Beautiful
फूल – पुष्प, Flower
माली – Gardener
अंगुली – Finger
काँटा – Spine
खून – रक्त, Blood
दवाई – Medicine
ठीक – सही, Okay
नतीजा – परिणाम, Result
गलत – जो सही नहीं है, Wrong
केला – Banana
छिलका – Peel
सड़क – Road
पाँव – पैर
फिसल – Slip
बूढ़े – Old
बाबा – बूढ़ा आदमी
भागकर – दौड़कर
पछतावा – Regret
माफ़ – Forgive
जाना – Go away
तोड़ना – Pluck
अभ्यास
1. नीचे दिए गए वाक्यों पर सही (þ) या गलत (ý) का निशान लगाइए–
क. फूल तोड़ने चाहिए। ý
ख. खून बहने पर दवाई लगानी चाहिए। þ
ग. गीता अपने गलत काम करने पर पछताई। þ
घ. गलत काम का गलत नतीजा होता है। þ
2. किसने
कहा? लिखिए–
क. आओ, फूल तोड़ते हैं।
उत्तर – राजू ने कहा।
ख. उसकी अंगुली से तो खून बह रहा
है।
उत्तर – मोहन ने कहा।
ग. देख लिया, ठीक काम न करने का नतीजा !
उत्तर – रमेश ने कहा
घ. बस, बच ही गया बेटा!
उत्तर – बूढ़े बाबा ने कहा।
ङः बाबा, हम
समझे नहीं
!
उत्तर – बच्चों ने कहा।
3. नीचे
दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए–
क. सड़क पर छिलका
किसने फेंका था?
उत्तर – गीता ने केले का छिलका सड़क पर फेंका था।
ख. राजू की अंगुली में क्या चुभ गया था?
उत्तर – राजू की अंगुली में काँटा चुभ गया था।
ग. बगीचे में क्या तोड़ना मना था?
उत्तर – बगीचे में फूल तोड़ना मना था।
घ. बूढ़ा बाबा किस फल के छिलके से फिसला?
उत्तर – बूढ़े बाबा केले के छिलके से फिसल गए।
ङ इस पाठ से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर – इस पाठ से हमें यह सीख मिलती है कि कभी भी बगीचे
के फूलों को नहीं तोड़ना चाहिए और केले का छिलका सड़क पर नहीं फेंकना चाहिए।
4. पाठ
के आधार पर वाक्य पूरे कीजिए–
नहीं उधर नहीं जाओ!
कुछ नहीं होता!
कोई देख तो नहीं रहा।
वह देखो, बूढ़े बाबा फिसल गए।
बस, बच ही गया बेटा।
बाबा, हम समझे नहीं!