पाठ – 04
मेहनत का फल
शब्दार्थ
आजकल – Now-a-days
स्कूल – विद्यालय, School
बंद – Close
सुबह – Morning
शाम – Evening
मैदान – Field
जगह–जगह – Place to place
झाड़ियाँ – Shrubs
कंकड़ – Pebbles
सड़क – Road
खेल – Game
सफ़ाई – Cleaning
आते–जाते – Coming and going
हैरानी – आश्चर्य, Shock
चुपचाप – Silent
काटते–काटते –
Cutting
काँटे – Thorns
चुभना – गड़ना
कोने – Corner
ढेर – Heap
आग – Fire
राख – Ash
घंटी – Bell
प्रार्थना – Prayer
मंच – Stage
मुख्य-अध्यापक – Head-Master
साफ़–सुथरा – Neat and clean
मेहनत – परिश्रम
तालियाँ – Applause
इनाम – पुरस्कार
अभ्यास
1. सही
शब्द चुनकर वाक्य पूरे कीजिए–
क. वहाँ जगह–जगह झाड़ियाँ हैं।
ख. कंकड़ों
का ढेर भी एक कोने में लगा दिया है।
ग. इतना कहने
पर तालियाँ बज उठीं।
घ. वे सब चुपचाप अपने काम में लगे रहते हैं।
ङ सुरेश और उसके साथियों को मंच पर
बुलाया जाता है।
2. पाठ के आधार पर वाक्य पूरे कीजिए–
आजकल स्कूल बंद हैं।
मैदान सड़क के
एक किनारे पर
हैं।
सब लड़के उनसे बहुत प्यार करते हैं।
वह इन सब की मेहनत के कारण है।
कंकड़ भी बहुत हैं।
3. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए–
क. सुरेश और उसके साथी छुट्टियों में स्कूल के मैदान में क्यों जाते हैं?
उत्तर
– सुरेश और उसके साथी छुट्टियों में स्कूल के मैदान में मैदान की सफ़ाई करने जाते
हैं।
ख. सड़क पर आते–जाते लोग लड़कों को कैसे देखते हैं?
उत्तर
– सड़क पर आते–जाते लोग हैरानी से उन लड़कों को देखते हैं।
ग. आग लगाते
ही झाड़ियों
का ढेर कैसा हो गया?
उत्तर
– आग लगाते ही झाड़ियों का ढेर राख में बदल गया।
घ. घंटी बजते ही सब लड़के कहाँ पहुँचते हैं?
उत्तर
– घंटी बजते ही सब लड़के मैदान में प्रार्थना करने पहुँचते हैं।
ङ. तालियाँ रुकने के बाद क्या हुआ?
उत्तर
– तालियाँ
रुकने के बाद सुरेश और उसके साथियों को
इनाम दिए गए।
4. आइए, कुछ कार्य करें—
अपनी कक्षा में पड़े फटे काग़ज़,
पैंसिल का कूड़ा इत्यादि उठाकर कूड़ेदान
में डालिए ।
शिक्षक के दिशानिर्देश में छात्र यह कार्य करें।