शब्दार्थ
सूरज – सूर्य, Sun
किरण – प्रभा, Rays
कली – Bud
खिलना – Blossom
अंधकार – अँधेरा
जग – दुनिया
सुंदर – अभिराम, Pretty, Beautiful
चिड़ियाँ – Birds
स्वर – Tone
सुहानी – अच्छी
मस्तानी – मतवाली
प्रात: – सुबह
बेला – समय, पहर
धरती – पृथ्वी
अलबेला – Beauteous
ताज़गी – Freshness
कहानी – कथा, Story
नया – नव, New
जोश – उमंग, Briskness
प्राणी – Creatures
आलस – Laziness
भली – अच्छी
मेहनत – परिश्रम
गुण – Quality दुर्गुण – Bad quality
कहानी में से
प्रश्न 1. आपको सुबह कैसी लगती है और क्यों?
उत्तर – मुझे सुबह बहुत ही अच्छी लगती है क्योंकि सुबह अपने साथ खुशियाँ, ताज़गी, नयापन और आगाज़ का संदेश देता है।
प्रश्न 2. अगर सुबह सूरज न निकले तो क्या होगा?
उत्तर – अगर सुबह सूरज न निकले तो सुबह होगी ही नहीं, चारों ओर अँधेरा ही फैला रहेगा। ऐसा होने पर प्रकृति में असंतुलन आ जाएगा और सभी प्राणियों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
प्रश्न 3. चिड़ियाँ हमें कैसे जगाती हैं?
उत्तर – चिड़ियाँ अपने मीठे स्वरों से चहचहा कर हमें जगाती हैं।
प्रश्न 4. कविताकेआधारपरसहीउत्तरचुनिए–
क) कविता में किसे सबसे अच्छा गुण कहा गया है?
ताकत को, मेहनत को, भोलेपन को
उत्तर – क. मेहनत को þ
(ख) सुबह होने पर क्या होता है?
कलियाँ मुरझा जाती हैं।
तेज धूप हो जाती है।
ठंडी-ठंडी हवा बहती है।
उत्तर – ख. ठंडी-ठंडी हवा बहती है।þ
प्रश्न 5. मिलान कीजिए-
चिड़ियाँ गाती है मिल-जुलकर
बहते हैं उनके मीठे स्वर
मेहनत सबसे अच्छा गुण है
धरती का सुख अलबेला है
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. आपको कविता की कौन-सी पंक्तियाँ अच्छी लगीं और क्यों?
उत्तर – मुझे कविता की “मेहनत सबसे अच्छा गुण है” पंक्ति सबसे अच्छी लगी क्योंकि यह शत-प्रतिशत सही बात है। वास्तव में मेहनत ही सभी प्रकार के सफलता की कुंजी है।
प्रश्न 2. मेहनत करने वालों को सुबह कैसी लगती है?
उत्तर – मेहनत करने वालों की सुबह जोश और उमंग से भरी हुई होती है। वे अपने नए विचारों, नई योजनाओं के साथ अपने कर्मक्षेत्र में जाते हैं।
प्रश्न 3. आपको सुबह – सुबह उठना कैसा लगता है, क्यों?
उत्तर – मुझे सुबह-सुबह उठना बहुत ही अच्छा लगता है मेरा मानना है कि मैं सूरज को जगाऊँ न कि सूरज मुझे।
प्रश्न 4. सुबह होने पर आपके घर में क्या-क्या होता है?
उत्तर – सुबह होते ही मेरे घर में चहलकदमी शुरू होने लगती है। माँ नाश्ता बनाने में व्यस्त हो जाती हैं। दादाजी टहलने के लिए निकल पड़ते हैं। दादी पूजा-पाठ के कामों में संलग्न हो जाती हैं। मैं और मेरी बहन पढ़ाई करते हैं और पिताजी दफ्तर जाने की तैयारी करते हैं।
आपकी कल्पना
प्रश्न 1. अगर सुबह न हो तो क्या होगा?
उत्तर – अगर सुबह न हो तो यह प्रकृति के नियम के खिलाफ होगा। ऐसा होने पर तरह-तरह की समस्याएँ सामने आएँगी जैसे- फसलों का न उग पाना, अँधेरे की समस्या, मौसम का एक जैसा ही रह जाना इत्यादि।
प्रश्न 2. यदि मैंनन्हीं सी चिड़ियाहोती / होता- इस विषय पर पाँच वाक्य लिखिए-
उत्तर – मैं सबसे पहले उड़ना सीखता।
मैं विस्तृत गगन में भरपूर उड़ता।
मैं घोंसला बनाता।
मैं हर पेड़ की डाली पर बैठता।
मैं और दूसरे नन्हें चिड़ियों से दोस्ती करता।
शीर्षक की बात
प्रश्न 1. कविता ‘सुबह’ के लिए कोई दो शीर्षक लिखिए-
उत्तर – सवेरा उषा
प्रश्न 2. बताइए ये शीर्षक आपने क्यों लिखे?
उत्तर – मैंने ये शीर्षक रखे हैं क्योंकि ये दोनों सुबह के पर्यायवाची शब्द हैं।
भाषा की बात
1. कविता में से लयवाले शब्द लिखिए-
क. सारा – प्यारा
ख. सुहानी – मस्तानी
ग. उनको – जिनको
घ. पाए – जाए
2. इन्हें और क्या कहते हैं?
क. प्राणी – जीव
ख. मेहनत – परिश्रम
ग. जग – दुनिया
घ. अंधकार – अँधेरा
जीवन मूल्य
प्रश्न 1. सुबह की सैर और व्यायाम से आपको क्या फ़ायदा होता है?
उत्तर – सुबह की सैर और व्यायाम से अनेक फायदे होते हैं जैसे- सुबह की सैर से हमें ताज़ी हवा मिलती है जो हमारे फेफड़ों और मस्तिष्क ले लिए बहुत ही लाभदायक है। व्यायाम से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है।
प्रश्न 2. सुबह कैसे लोगों को भली और अच्छी लगती है? क्या आपको सुबह अच्छी लगती है, क्यों?
उत्तर – जो जीवन को उमंग से जीते हैं उन लोगों को सुबह भली और अच्छी लगती है। मैं एक ज़िंदादिल बालक हूँ। मेरा मानना है कि जीवन मिला है तो उसे पूरी तरह से जीना चाहिए बिना एक पल गवाएँ। इसके लिए हमें सुबह से ही शुरुआत करनी चाहिए।
कुछ करने के लिए
भली-सी सुबह का चित्र बनाकररंग भरिए-

भाषा अभ्यास
पाठ – 12
सुबह
1.
सारा
प्यारा
उनको
जिनको
2.
क. सूरज की किरणें आती हैं।
ख. सारी कलियाँ खिल जाती हैं।
ग. सब जग सुंदर हो जाता है।
3.
क. सूरज – सूर्य, रवि
ख. धरती – भूमि, धरा
ग. हवा – वायु, पवन
4.
क. अंधकार – प्रकाश
ख. मेहनत – आलस
ग. सुख – दुख
घ. नया – पुराना
ङ. दुर्गुण – सद्गुण
5.
क. नई कहानी
ख. मीठे स्वर
ग. ठंडी हवा
घ. सारी कलियाँ
6.
क. माँ – नाश्ता तैयार करती है।
ख. नानीजी/दादीजी – पूजा करती हैं।
ग. पिताजी – ऑफिस जाने की तैयारी करते हैं।
घ. दादाजी/नानाजी – सैर पर जाते हैं।
7.
दिनांक – 00/00/0000
पूजनीया दादी जी
(सादर चरण स्पर्श)
दादी जी, मुझे पता चला कि इन दिनों आपका स्वास्थ्य कुछ ठीक नहीं है। मैं आपके स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आप जल्द ही ठीक हो जाएँ। दादी जी इसके साथ ही मैं आपको सुबह सैर करने की सलाह दूँगा। सुबह की सैर सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। इससे शरीर में रक्त प्रवाह सही रहता है, शरीर के सारे अंग क्रियाशील होते हैं, फेफड़ों को शुद्ध हवा मिलती है और प्रकृति की मधुर ध्वनि मन को ताज़गी देते हैं। आशा करता हूँ कि आप कल से ही सैर पर जाएँगे। शेष अगले पत्र में।
आपका पोता
मोनू