DAV Solution, Class 4, Bhasha Madhuri Chapter – 11, Mousam मौसम

भाषा अभ्यास

प्रकृति – कुदरत Nature

निराला – मनमोहक

मतवाला – अपने मन की करनेवाला

हृदय दहलना – डर जाना

पृथ्वी – धरती

सूरज – सूर्य

सागर – समुद्र

जल – पानी

जल – जलना

भाप – Evaporation

बादल – मेघ Cloud  

धरती – भूमि

प्यास – Thirst

हरियाली – Greenery

अनाज – Grains

जन – आदमी

भूख – क्षुधा Hunger

किरणें – Rays

बिखर-बिखर – Shattered

फसल  – Crops

वसंत – एक मौसम

मेला – Fair

मधुरता – मिठास

जीवन – life

नित – हर दिन

स्वयं – खुद

कष्ट – पीड़ा

नवजीवन – New Life

प्रश्न 1. किसके रूप निराले हैं?

उत्तर – प्रकृति के रूप निराले हैं।

प्रश्न 2. बादल किससे बनते हैं?

उत्तर – सागर का जल सूर्य की किरणों से गरम होकर भाप का रूप लेकर ऊपर उठने लगता है। यही भाप ऊपर जाकर ठंड के कारण जमने लगता है और बादल बन जाता है।

प्रश्न 3. बसंत कब आता है?

उत्तर – शीत ऋतु के बाद बसंत का मौसम आता है।

प्रश्न 4. सूरज से हम क्या सीखते हैं?

उत्तर – सूरज से हम दूसरों के लिए जीना सीखते हैं।  

प्रश्न 5. कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए-

(क) जब सूरज

तेज़ चमकता है,

पृथ्वी का हृदय दहलता है।

(ख) वर्षा धरती की प्यास बुझाती,

जिससे चारों ओर हरियाली छाती

(ग) पृथ्वी जब ठिठुरती जाड़े से.

सूरज की किरणें उसे बचातीं ।

प्रश्न 1. कविता में किन-किन मौसमों के बारे में कहा गया है?

उत्तर – कविता में गर्मी, वर्षा, जाड़ा और वसंत मौसमों के बारे में कहा है।

प्रश्न 2. सागर का जल भाप बनकर कैसे उड़ जाता है?

उत्तर – सागर का जल सूर्य की किरणों से गरम होकर भाप बनकर उड़ने लगता है। 

प्रश्न 3. आपको सबसे अच्छा मौसम कौन-सा लगता है और क्यों?

उत्तर – मुझे सबसे अच्छा जाड़े का मौसम लगता है क्योंकि इस मौसम में दिन छोटी और रातें बड़ी होती हैं।

प्रश्न 4. अधिक ठंड लगने पर आप क्या करते हैं?

उत्तर – अधिक ठंड लगने पर मैं गरम कपड़े पहनता हूँ, सूप पीता हूँ और आग के सामने बैठता हूँ।   

लिखिए, इनसे आप क्या सीखेंगे-

(क) फूलों से – खुश रहना

(ख) कोयल से – मीठा बोलना

(ग) चींटियों से – सदैव मेहनत करना

(घ) नदी से – उपकार करना

प्रश्न 1. नीचे दिए गए शब्दों के लिए कविता में आए समान अर्थ वाले शब्द लिखिए-

क. वायु – हवा

ख. पुष्प – फूल

ग. मेघ – बादल

घ. बारिश – वर्षा

प्रश्न 2. कविता में से कोई पाँच क्रिया शब्द ढूँढकर लिखिए-

क्रिया शब्द                 

देखो

चमकता

उड़

जुड़ता

जीना

प्रश्न 1. आपने यह महसूस किया होगा कि वातावरण लगातार गरम होता जा रहा है। अलग-अलग मौसम के आने का समय भी बदल रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है? धरती पर हरियाली बनाए रखने के लिए हम क्या कर सकते हैं?

उत्तर – इन सबका कारण है जलवायु परिवर्तन (Climate Change) प्रचुर कार्बन उत्सर्जन से पृथ्वी की गर्मी निरंतर बढ़ती ही जा रही है जिसके कारण मौसमों में बदलाव आ रहे हैं। धरती पर हरियाली बनाए रखने के लिए हमें अधिकाधिक पेड़ लगाने होंगे। 

प्रश्न 2. पेड़-पौधों की संख्या बढ़ाने के लिए आप क्या करेंगे?

उत्तर – पेड़-पौधों की संख्या बढ़ाने के लिए हमें अपने स्तर पर लोगों में जागरूकता लानी होगी। पेड़-पौधों की उपयोगिता के बारे में सभी को बताना होगा। साथ ही साथ पेड़ काटने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी प्रावधान होना चाहिए। 

1. हिंदू कैलेंडर के अनुसार भारत में छह ऋतुएँ हैं जिनके अनुसार मौसम बदलता है। आइए इन्हें

जानें-

बसंत

शिशिर

ग्रीष्म

ऋतुएँ

हेमंत

वर्षा

शरद

अब आप बताइए कि आपको कौन-सा मौसम पसंद है? इस मौसम में आप क्या-क्या करते हैं?

गर्मी – इस मौसम में मुझे नहाना, आइसक्रीम खाना और इंडोर गेम्स खेलना बहुत पसंद है।

बारिश – इस मौसम में मुझे बारिश में भीगना, खेलना, पकौड़े खाना और इंडोर गेम्स खेलना बहुत पसंद है।

जाड़ा – इस मौसम में मुझे सोना, टीवी देखना, सूप पीना और पढ़ाई करना बहुत पसंद है।

पाठ – 11  

मौसम  

1.

क. दमकता  

ख. जुड़ता

ग. मतवाले

घ. जाते

2.

क. छम-छम         घर-आँगन        बिखर-बिखर  

ख. (i) बारिश की बूँदें छम-छम ध्वनि करती है।  

ग. (ii) हमें अपना घर-आँगन साफ़ रखना चाहिए।  

3.

क. कृपया

ख. दृश्य

ग. मृत्यु

घ. हृदय

4.

क. रूप

ख. रुचि

ग. ज़रूर

घ. गुरु

5.

क. रंक

ख. विदेश  

ग. लेना

घ. कटु

ङ. असफलता

च. अस्त

6.

क. हम   

ख. उसे  

ग. वे   

घ. स्वयं

7.

वसंत – मेला, सुहावना मौसम

बारिश – छतरी, पकौड़े  

सरदी – स्वेटर, रज़ाई

8.

पत्र लेखन  

घर संख्या – W/418

बोलानी, ओड़िशा

पूजनीया नानीजी

(सादर चरण स्पर्श)

हम यहाँ सकुशल हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि आप भी शिमला में सकुशल होंगी। नानी ठंड का मौसम आने वाला है। आपको तो पता ही है कि मुझे सरदी का मौसम बहुत पसंद है। यह मौसम खेल-कूद, व्यायाम पढ़ाई-लिखाई के लिए उत्तम है। नानी आप भी अपना ख्याल रखिएगा और नानाजी को मेरा प्रणाम कहिएगा। शेष अगले पत्र में।

आपका नवासा

अवि  

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