DAV Solution, Class 4, Bhasha Madhuri Chapter – 16, Aise Bhi Bacche ऐसे भी बच्चे

विद्यार्थी – छात्र Student

बस्ता  – School Bag

उत्साह – जोश

प्रसन्नता – खुशी

ऊनी वस्त्र – गरम कपड़े Woollen cloths

अधनंगे – Half-naked

बोरी – Sack

थैली – Bag

कुम्हलाए – मुरझाए

पपड़ाए – सूखे

होंठ – अधर

टकटकी – एकटक, लगातार

गली – Lane

रद्दी – जिस कागज़ का प्रयोग न हो  

बोरी – Sack

तन – शरीर

बासी – Stale

इकट्ठा – एकत्र

गप्पे मारना – बातें करना

धंधा – व्यापार Business

बिलखना – रोना

दुर्घटना – Accident

खटिया पकड़ लेना – बीमार हो जाना

कमाई – आय Income

लाचारी – बेबसी, मज़बूरी

ज़िम्मेदारी – दायित्व, Responsibility

मनचाहा – मन मुताबिक

चौपट – सत्यानास, बर्बाद

किटकिटाना – ठंड से दाँतों का किटकिटाना

पहलवान – Wrestler

ढाबा – सड़क के किनारे वाला होटल

मज़बूर – लाचार

योग्य – काबिल, लायक

बुद्धिमान – चतुर

खीझ – गुस्सा

झिड़कना – दुत्कार

अंतर – पार्थक्य Difference

अभाव – कमी

भंडार – अधिकता, बाहुल्य

कोना – Corner

बस अड्डा – Bus stand

दुकानदार – Shopkeeper

धोखा – दगाबाज़ी

लूट – ठगना

(क) लोग तो रात में सपने देखते हैं, तू तो दिन में ही सपने देखने लगा।

(i) मोती ने हीरा से ऐसा क्यों कहा?

क.i. मोती ने हीरा से ऐसा कहा क्योंकि हीरा का स्कूल जाने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता था क्योंकि वे बहुत गरीब थे और उनके ऊपर किसी का हाथ भी नहीं था।

(ii) आप कौन-कौन से सपने देखते हैं?

ii. मैं आईएएस बनने का सपना देखता हूँ क्योंकि यह भारत की सबसे ऊँची और प्रतिष्ठित नौकरी है।    

(ख) गप्पे मारना बंद करो और धंधे पर चलो।

(i) पन्ना किस धंधे की बात कर रही थी?

i. पन्ना ने प्लास्टिक की थैलियाँ, रद्दी कागज़ बीनने के धंधे की बात कर रही थी।

(ii) पन्ना को कौन-सी चिंता सता रही थी?

ii. पन्ना को यह चिंता सता रही थी कि अगर बोरी भरकर माल इकट्ठा नहीं किया तो शाम को उसके घर में चूल्हा नहीं जलेगा और उसके छोटे भाई-बहन भूख से बिलखने लगेंगे। 

(ग) हो सकता है ये बच्चे हमसे अधिक योग्य और बुद्धिमान हों।

(i) ‘ये बच्चे’ किसके लिए प्रयोग हुआ है?

i. प्लास्टिक की थैलियाँ और रद्दी कागज़ बीनने वाले बच्चों के लिए ‘ये बच्चे’ का प्रयोग हुआ है।

(ii) अर्चना ने बच्चों के बारे में ऐसा क्यों कहा?

ii. अर्चना ने बच्चों के बारे में ऐसा कहा क्योंकि उसे लगता है कि ये बच्चे इतनी कम उम्र से ही जिम्मेदारियों का पालन सही से कर रहे हैं तो अगर इन पर पढ़ाई-लिखाई की ज़िम्मेदारी आ जाए तो उसे भी ये अच्छे से ही निभाएँगे 

2. कोष्ठक से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-

(क) स्कूल जाते ______को ये सदा टकटकी लगाकर देखते थे। (लोगों / बच्चों)

बच्चों

(ख) दोपहर बाद ______के ढाबे के बाहर मिलेंगे। (राजू/पहलवान)

पहलवान

1. कुछ बच्चे पढ़-लिख क्यों नहीं पाते?

कुछ बच्चे पढ़-लिख नहीं पाते इसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं जिसमें सबसे बड़ा कारण है गरीबी। सरकार द्वारा लागू की गई शिक्षा का अधिकार और मध्याह्न भोजन के बावजूद उन बच्चों को पैसे जुटाने के लिए काम करना पड़ता है। इसके अलावा कभी-कभी बच्चों के अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूक नहीं रहते और बच्चे की पढ़ाई रुक जाती है। 

2. जो बच्चे पढ़ नहीं पाते उन्हें किस प्रकार की परेशानियाँ आती होंगी?

जो बच्चे पढ़-लिख नहीं पाते वे आज के जमाने के साथ कदम-ताल मिलकर चल पाने में समर्थ नहीं हो पाते। इसके अतिरिक्त सही-गलत में अंतर कर पाने में भी उन्हें खासा दिक्कत होती है। कभी-कभी कुछ लोग उनका दुरुपयोग भी करते हैं।  

1. स्कूल में पढ़ने के लिए आपको जिन-जिन चीज़ों की ज़रूरत होती है, उन्हें लिखिए-

विद्यालय में दाखिले की

विद्यालय गणवेश (Uniform) की

कॉपियों और किताबों की

अनुशासन की

पढ़ने की इच्छा की

2. ‘बाल मज़दूरी’ के बारे में कक्षा में चर्चा कीजिए।

‘बाल मज़दूरी’ का सरल अर्थ हुआ 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का किसी घरेलू या व्यावसायिक जगहों पर पैसे के लिए काम करना। अगर कोई 14 वर्षों से कम बच्चों से काम करवाता है तो यह गैर-कानूनी होगा और बाल मज़दूरी अधिनियम के तहत जुर्माना और सज़ा दोनों का प्रावधान है। 

1. दिए गए उदाहरणों की तरह खाली स्थान में सही शब्द लिखिए-

फटे-पुराने, पढ़ना-लिखना

क. इधर – उधर

ख. सुबह – शाम

ग. लेना – देना

घ. रात – दिन

2. पाठ में से पूर्ण विराम (।) तथा प्रश्नसूचक (?) वाले दो-दो वाक्य छाँटकर लिखिए-

पूर्ण विराम

क. उनके चेहरों पर उत्साह और प्रसन्नता थी।

ख. ये सदा टकटकी लगाकर देखते थे।

प्रश्न-सूचक

क. अच्छा पूछकर देखते हैं? ख. क्या तुम स्कूल जाओगों?

1. ऐसे अनेक बच्चे हैं जो कूड़ा बीनते हैं, जिन्हें खाने-पीने के लिए चीजें नहीं मिलतीं। ऐसे बच्चों की मदद हम किस प्रकार कर सकते हैं?

ऐसे बच्चों की मदद करने के लिए हमें आर्थिक और मानसिक दोनों रूपों से समर्थ बनना होगा। हमारी जो चीज़ें हमारे काम की नहीं रहीं उन्हें हम इन बच्चों को दे सकते हैं, जैसे – अपनी पुरानी किताबें, कपड़े इत्यादि। इसके अतिरिक्त अगर हमारे पास समय हो तो हमें उन्हें पढ़ा भी सकते हैं। इस तरह से हम उनकी मदद कर सकते हैं।    

2. यदि आप किसी बहुत छोटे बच्चे को ढाबे पर या किसी दुकान में काम करते देखेंगे तो क्या करेंगे और क्यों?

 यदि मैं किसी ढाबे या दुकान पर किसी बच्चे को काम करते देखूँगा तो सबसे पहले यह पता लगाने की कोशिश करूँगा कि आखिर उसकी ऐसी क्या स्थिति है जिसकी वजह से उसे यह काम करना पड़ रहा है। अगर मुझे यह पता चलता है कि उसकी  स्थिति उसे ऐसा करने पर मज़बूर कर रही है तो शायद मैं कुछ न करूँ परंतु अगर उससे यह काम जबरन करवाया जा रहा होगा तो मैं उस व्यक्ति के खिलाफ थाने में एफ़आईआर दर्ज़ करवाऊँगा।

1. अपने घर के आस-पास जो बच्चे स्कूल नहीं जाते, उन्हें पार्क में इकट्ठा करके स्कूल जाने के फ़ायदों के बारे में बताइए।

2. विभिन्न चेहरों को देखकर बताइए कौन कैसा दिखता है?

इन दोनों प्रश्नों के उत्तर कक्षा गतिविधि के अंतर्गत शिक्षक के दिशानिर्देश में करवाया जाएगा।

                                                                                                                                                                                                                     पाठ – 16  

ऐसे भी बच्चे

1.

क. सब्ज़ी

ख. आवाज़

ग. ज़िम्मेदारी

घ. जरूरतों

2.

केवल पढ़ने और समझने के लिए –

3.

क. वर्तमान काल

ख. भविष्यत् काल

ग. भूतकाल

घ. वर्तमान काल

ङ. भविष्यत् काल

4.

क. i सूर्य पूर्व दिशा से उगता है।  

   ii मुझे सवालों के जवाब देना अच्छा लगता है।

ख. i युद्ध में शत्रुओं की पराजय हुई।

   ii हीरे का हार बहुत कीमती होता है।  

5.

क. सब्ज़ियाँ  

ख. रोटियाँ

ग. बोरियाँ

घ. बस्तियाँ

6.

क. गरम

ख. हल्की

ग. प्यारे  

घ. गंदी

7.

क. दिया गया है

ख. माल + दार = मालदार

ग. केले + वाला = केलेवाला

घ. चित्र + कार  = चित्रकार

8.

क. रम

ख. आई

ग. भूख  

घ. पेड़

ङ. फाड़

च. शंकर

छ. सीख

ज. गीली

झ. काम

ञ. झुक

ट. जा

ठ. पवन

9.

क. बीमार पड़ना

ख. मज़बूर होना

ग. ठंड से काँपना

10.

“अगर जीवन में बढ़ना है आगे तो….

  पढ़ाई-लिखाई से दूर न भागें।”

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