DAV Solution, Class 4, Bhasha Madhuri Chapter – 4, Mitrata मित्रता

सुगंध – खुशबू

स्वर –  Tone

मित्रता – दोस्ती

लोमड़ी – Fox

चरना – Grazing

गड़बड़ – ठीक न होना

सतर्क – सावधान, सजग

सलाह – Suggestion

मैदान – Field

घबराना – डरना

विश्वास – भरोसा

मज़ा – उल्लास

बुरा – जो अच्छा न हो

शिकारी – Hunter

जाल बिछाना – किसी को फँसाने के लिए बिछाया गया जाल

योजना – Plan  

बहला-फुसलाकर – Entice

भरोसा – विश्वास

चोंच – Beak

वार – आक्रमण

दरअसल – वास्तव में, Actually

भूमि – ज़मीन

प्रसन्न – खुश

मुक्त – आज़ाद, स्वतंत्र

पछतावा – अफसोस

चेतावनी – Warning

धूर्तता – Cunningness कूकना – कोयल का गीत गाना

प्रश्न 1. सलोनी कहाँ रहती थी?

सुंदर वन में आम का एक पुराना पेड़ था उसी पर सलोनी कोयल घोंसला बनाकर रहती थी। 

प्रश्न 2. हीरक हिरन घास चरने कहाँ आता था?

सलोनी कोयल जिस आम के पेड़ पर रहती थी वहाँ और भी बहुत सारे आम के पेड़ थे। उसके आस-पास हरी घास और झाड़ियाँ थीं। हीरक हिरन वहीं घास चरने आया करता था।  

प्रश्न 3. लोमड़ी ने हिरन को अपने साथ चलने के लिए क्यों कहा?

लोमड़ी ने हिरन को अपने साथ चलने को कहा क्योंकि वो उसे अपना शिकार बनाना चाहती थी।

प्रश्न 4. सलोनी कोयल ने हीरक हिरन को जाल से आज़ाद होने की क्या तरकीब बताई?

सलोनी कोयल ने हीरक हिरन को जाल से आज़ाद होने का यह उपाय बताया कि जब मैं सुबह-सुबह गाऊँ तो तुम आँखें बंद करके पेट फूलाकर सो जाना। शिकारी तुम्हें मरा हुआ समझकर जाल उठा लेंगे और तब तुम तुरंत भाग जाना।

प्रश्न 5. कहानी में घटनाएँ जिस क्रम से घटीं, उन्हें वही क्रमांक दीजिए-

  • शिकारियों ने घास के मैदान में जाल बिछाया। 2
  • लोमड़ी और हीरक की दोस्ती हो गई। 1
  • सलोनी की सहेलियों ने लोमड़ी को घायल कर दिया। 4
  • हीरक जाल में फँस गया। 5
  • सलोनी की होशियारी से हीरक जाल से मुक्त हो गया। 6
  • लोमड़ी हीरक को घास के मैदान तक ले गई। 3

प्रश्न 1. सलोनी हीरक और लोमड़ी की मित्रता से खुश क्यों नहीं थी?

सलोनी लोमड़ी और हीरक की मित्रता से खुश नहीं थी क्योंकि वो लोमड़ी बुरे इरादे जान चुकी थी।

प्रश्न 2. अगर सलोनी चुहिया होती तो हीरक को कैसे बचाती?

अगर सलोनी चुहिया होती तो हीरक को बचाने के लिए वह अपने दाँतों से जाल को काट देती और हीरक को मुक्त कर देती।

प्रश्न 3. लोमड़ी ने हीरक का विश्वास जीतने के लिए क्या किया?

लोमड़ी ने हीरक का विश्वास जीतने के लिए उससे कहा कि मैं तो बूढ़ी हो चुकी हूँ। मेरे कमजोर दाँत माँस नहीं चबा सकते इसलिए मैं अब केवल घास-फूस ही खाया करती हूँ। तुम्हें मुझसे डरने की कोई ज़रूरत नहीं। 

प्रश्न 4. आपको अपने दोस्तों की किन बातों पर विश्वास है और क्यों?

 मुझे अपने दोस्तों पर यह विश्वास है कि वे कभी भी किसी हिंसात्मक गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। वे मानवीय कार्यों में दूसरों का सहयोग करेंगे और भविष्य में एक अच्छे नागरिक बनेंगे क्योंकि वे सभी सुसंस्कृत परिवारों से हैं तथा उन्हें अच्छी शिक्षा मिल रही है।   

1. कौन-कौन से पक्षी अपना घोंसला बनाते है? सही (ü) का निशान लगाइए-

कोयल नहीं

चिड़िया सही (ü) P

कौआ सही (ü) P

उल्लू सही (ü) P

कबूतर सही (ü) P

तोता सही (ü) P

प्रश्न 1. लोमड़ी हीरक को जाल में फँसाने की योजना बनाने लगी।

• आपके किसी मित्र ने कभी झूठ बोलकर आपको फँसाया है?

 मेरे मित्र ने एक बार अपने पिता से यह कहकर मुझे फँसाया कि वह मेरे साथ एक प्रोजेक्ट वर्क कर रहा था इसलिए घर आने में रात हो गई। हालाँकि, अपने पिता के मार के डर से उसने ऐसा किया था। उसे पता था कि मेरा नाम लेकर वह बच सकता है क्योंकि उसके पिता की नज़रों में मैं एक अच्छा बालक था।   

प्रश्न 2. “मुझसे डरते हो?” लोमड़ी ने हिरन से कहा।

आप किस-किस से डरते हैं? और क्यों?

मैं केवल अपने स्कूल के खेल-कूद शिक्षक से डरता हूँ क्योंकि जब वे परेड या स्काउट का अभ्यास करवाते हैं और मैं सही से नहीं कर पाता हूँ तो वो मुझे बहुतर डाँटते हैं।                                

दिए गए कामों को करने के लिए आप जो सलाह देंगे, उसे लिखिए-

सड़क पार करना – दाएँ-बाएँ देखना और सावधानी से सड़क पार करना।

होली खेलना – प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करना।

पतंग उड़ाना – पतंग उड़ाते समय आगे पड़ी चीज़ों को देखना।

1. दिए गए शब्दों के उलटे शब्द चुनकर लिखिए-

क. बुरा – अच्छा

ख. सुगंध – दुर्गंध

ग. पुराना – नया

घ. प्रसन्न – अप्रसन्न

2. पाठ में आए कोई चार संज्ञा तथा सर्वनाम शब्द छाँटकर लिखिए-

संज्ञा – कोयल, लोमड़ी, जंगल, शिकारी

सर्वनाम – तुम, कुछ, उसके, मैं

3. चित्रों को ध्यान से देखिए तथा वाक्य में बताइए –

क. बिल्ली का रंग काला है।

ख. गमले में तीन फूल हैं।

ग. पृथ्वी का आकार गोल है।

अब इन वाक्यों में विशेषता बताने वाले शब्दों पर घेरा लगाइए।

4. ‘जंगल’ शब्द सुनते ही आपके मन में उससे संबंधित कई शब्द आते होंगे। उन्हें दी गई जगह पर लिखिए। फिर देखिए कि ऐसे कौन-से शब्दहैं जो कक्षा के सभी बच्चों ने लिखे हैं।

पेड़, नदी, पहाड़, घना, बड़ा, साँप

प्रश्न सलोनी और हीरक सच्चे मित्र थे।

• सच्चे मित्र में कौन-कौन से गुण होते हैं?

सच्चा मित्र वही होता है जो विपत्ति में साथ रहे। वह अपने साथ-साथ अपने मित्र की उन्नति के बारे में भी सोचे।  

प्रश्न • आप अपनी मित्रता कैसे निभाते हैं?

मैं अपनी मित्रता मेरे मित्र की प्रगति, उसे गलत कामों से आगाह करके, उसे उसके लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित करके निभाता हूँ।

प्रश्न मान लीजिए, सलोनी की साथी कोयलें नहीं आती तो क्या होता? आगे की कहानी लिखिए-

जब सलोनी को लोमड़ी के इरादे के बारे में पता चल गया तो उसने अपने मित्र हीरक हिरन को बचाने के लिए अन्य कोयलों से कहा पर अन्य कोयलों ने  सलोनी की बात नहीं मानी। इसके बाद सलोनी कौओं के पास गई पर कौए भी आपसी रंजीश के कारण सलोनी कोयल की मदद करने से इंकार कर देते हैं। सलोनी फिर भी हार नहीं मानती है वो इस बार मदद की तलाश में मधुमक्खियों के पास जाती है और उनसे निवेदन करती है कि मेरे मित्र को लोमड़ी से बचा लीजिए। सलोनी की बातों में सच्चे मित्र की प्रार्थना झलक रही थी। मधुमक्खियों ने सलोनी की मदद की और लोमड़ी को डंक मार-मार कर जख्मी कर दिया। और इस तरह सलोनी ने अपने मित्र के प्राणों की रक्षा की।

पाठ – 4

मित्रता

1.

क. सतर्क – सावधान

ख. प्रसन्न – खुश

ग. भूमि – ज़मीन

घ. मित्रता – दोस्ती

ङ. सुगंध – खुशबू  

2.

क. पुराना – पेड़

 मीठे – स्वर

 हरी – घास और झाड़ियाँ

 मीठे – आम

3.

क. बड़ा     जाल

ख. ऊँची झाड़ी

ग. बुरे   दिन

घ. बूढ़ी  लोमड़ी

4.

क. पेड़ = वृक्ष     तरु  

ख. जंगल = वन       कानन   

ग. हिरण = मृग       हरिण

घ. पक्षी = खग        पंछी   

5.

क. शिकारी जाल बिछाकर पशुओं को पकड़ते थे।   

ख. मुझे हरी घास के मैदान का पता है।

ग. उस पेड़ पर सलोनी कोयल का एक घोंसला था।  

6.

क. उस पेड़ पर मीठे आम लगे हैं।

   उस पेड़ पर चिड़ियों के घोंसले हैं।

ख. हिरन को देखते ही लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया।

   हिरन को देखते ही शिकारी ने जाल बिछा दिया।

7.

क. गरमा-गरम जलेबियाँ देखकर मेरे मुँह में पानी आ गया।   

ख. लोमड़ी को देखकर सलोनी को लगा कि दाल में कुछ काला है।   

8.

एक बार जंगल के राजा शेर ने एक सभा बुलाई। इस सभा का विषय था, ‘जंगल हमारी जीवन रेखा’। शेर ने सबको संबोधित करते हुए कहा कि शहर से कुछ लकड़हारे और शिकारी हमारे इस जंगल को बर्बाद करना चाहते हैं। हमें चाहिए कि हम उनका विरोध करें। शेर ने सभी जानवरों को उनके-उनके दायित्वों के बारे में बताया। सबने अपने-अपने काम को अच्छे से पूरा करने की शपथ ली।  

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