DAV Solution, Class 4, Bhasha Madhuri Chapter – 5, Ser Ko Sawaser सेर को सवा सेर

हरकारा – डाकिया  

ख़त – पत्र Letter

कुनबा – परिवार

सलामती – कुशलता

दुआ – प्रार्थना

शुक्रिया – धन्यवाद

मेहनताना – पारिश्रमिक

दीनार – Currency of Iran

बेईमान – Dishonest

मज़ा चखाना – बदला लेना

बंडल – गट्ठा, पुलिंदा

सेर को सवा सेर

एक बार की बात है किसी गाँव के विद्यालय में चिनयू नाम का एक छात्र दूसरे छात्रों के सामानों को चुरा लिया करता था। आज फिर वह चोरी करता पकड़ा गया और यह चिनयू की तीसरी चोरी थी। सभी छात्रों ने प्राचार्य से शिकायत की कि उसे विद्यालय से निकाल दिया जाए वरना हम विद्यालय छोड़ देंगे। प्राचार्य ने उन बालकों के जवाब देते हुए कहा कि तुम लोग जहाँ भी जाओगे अपना ख़्याल रख सकते हो क्योंकि तुम्हें सही और गलत का फर्क करना आता है पर चिनयू तो अबोध बालक है इसे निकाल कर मैं इसके भविष्य को खतरे में नहीं डाल सकता।

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