DAV Solution, Class 4, Bhasha Madhuri Chapter – 8, Kisse Kahawaton Ki Duniya किस्से-कहावतों की दुनिया

कहावतें – Proverbs

आकाश-पाताल एक कर देना – मुहावरा – बहुत परिश्रम करना

मियाँ की जूती मियाँ के सिर – लोकोक्ति जब अपनी बात अपनी ही हानि करे

कोल्हू का बैल – मुहावरा बहुत मेहनत करने वाला

राज्य – State

डकैती – Loot

सिपाही – सैनिक

राहगीर – पथिक

राजमहल – Palace

गुजरना – जाना

पहरेदार – चौकीदार, रक्षक

उत्सुकता – Curiosity

आलीशान – शानदार

कीमती – मूल्यवान

मन डोल जाना – मुहावरा मन में बेईमानी आना

साधारण – मामूली

झोला – थैला

शोर मच जाना – मुहावरा खबर फैल जाना

परेशान – व्याकुल   

कोशिश – प्रयास

नतीजा – परिणाम

साहस – हिम्मत

आदेश – Order

कामयाब – सफल

ज़िंदा या मुर्दा – Alive or dead

हाज़िर – उपस्थित

कोतवाल – दारोगा, पुलिस

चस्का – आदत

खबर – समाचार

दरबार – Royal Court

शान – ठाठ-बाट, वैभव

सज़ा – दंड, Punishment

खजाना – निधि

मुखिया – Head

बड़ाई – तारीफ़

खीर – एक प्रकार का मीठा व्यंजन

रबड़ी – दूध की बनी एक मिठाई

अघाना – अधिक खाने पर मन का भर जाना

भिखारी – भिक्षुक Beggar

साथी – मित्र

जवाब – उत्तर

उजला – सफ़ेद

नेत्रहीन – दृष्टि बाधित

कठिनाई – मुश्किल

पोखर – तालाब

बगुला – एक पक्षी Wader  

सकुचाना – लज्जा करना

तरकीब – उपाय

कोहनी – elbow

हथेली – Palm

टटोलना – छूकर पता लगाना

टेढ़ी खीर – लोकोक्ति मुश्किल काम

प्रश्न 1. कहानी के आधार पर उत्तर दीजिए-

(क) वह तो ठहरा साधारण आदमी। सो, लालच में आ गया।

प्रश्न (i) राहगीर कहाँ से गुज़रा?

उत्तर. राहगीर राजमहल के पास से गुज़रा था।  

प्रश्न (ii) वह लालच में क्यों आ गया?

उत्तर. राजमहल के अंदर पड़े कीमती सामानों को देखकर वह लालच में आ गया।

प्रश्न (iii) उसने लालच में आकर क्या किया?

उत्तर. लालच में आकर उसने कुछ कीमती सामानों को अपने थैले में डाल लिया।  

(ख) चोर को तो जैसे चस्का लग गया था।

प्रश्न (i) चोर को क्या करने का चस्का लग गया था?

उत्तर. चोर को राजमहल में चोरी करने का चस्का लग गया।

प्रश्न (ii) चोर कैसे पकड़ा गया?

उत्तर. इस बार जब चोर चोरी करने राजमहल में आया तो सैनिक सजग थे और उन्होंने चोर को पकड़ लिया।

प्रश्न (iii) अंत में चोर ने पकड़े जाने पर क्या कहा?

उत्तर. चोर को जब पकड़ लिया गया तो उसने अपने बचाव में कहा कि मैंने ये चोरियाँ कोतवाल की गलतियों को सुधारने के लिए किया है ताकि वे अपना काम सही से करें और महल में चोरियाँ न हों।

(ग) उसने सोचा-पता नहीं खीर कैसी होती है?

प्रश्न (i) माधो ने खीर के बारे में किससे पूछा?

उत्तर. माधो ने खीर के बारे में अपने मित्र कालू से पूछा। 

प्रश्न (ii) माधो को क्यों नहीं पता चल रहा था कि खीर कैसी होती हैं?

उत्तर. माधो अंधा था और उसने अपने पूरे जीवन में खीर नहीं देखी थी इसलिए उसे पता नहीं चल रहा था कि खीर कैसी होती है।  

प्रश्न (iii) माधो के साथी ने खीर की तुलना किस-किस से करके उसे बताया ?

उत्तर. माधो के साथी कालू ने खीर की तुलना बगुले और अपनी कोहनी से की। 

2. उचित उत्तर पर सही () का चिह्न लगाइए-

(क) राजमहल में चोरी होने से कौन परेशान हो गया?

राजा

सिपाही

राहगीर

उत्तर – राजा

(ख) राजा ने किसे पकड़ने का आदेश दिया?

पंडित

चोर

किसान

उत्तर – चोर

(ग) एक दिन गाँव में किसके घर पर भोज था?

रामू

कोतवाल

मुखिया

उत्तर – मुखिया

प्रश्न 3. इस पाठ में आपने जिन दो कहावतों के बनने के मज़ेदार किस्से पढ़े हैं, उन्हें लिखिए-

उत्तर. क. उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे।

ख. टेढ़ी खीर 

प्रश्न 1. किसी ऐसी घटना के बारे में बताइए जब आपने भी ‘उलटा चोर कोतवाल को डाँटे’ वाला काम किया हो।

उत्तर. एक बार मैं अपने अन्य भाई-बहनों के साथ मेला घूमने गया था। मेले में मैं खिलौनों के दुकान के सामने रुक गया और न जाने कब मेरे भाई बहन मुझे छोड़कर आगे निकल गए। मैं परेशान भी था और डरा हुआ भी। इतने में मेरी बड़ी बहन ने मेरा हाथ पकड़ लिया। मुझे लग रहा था कि वो मुझे ज़रूर डाँटेंगी पर मैंने उनके डाँटने से पहले ही उनसे कह दिया कि आपने मेरा हाथ क्यों छोड़ा था? अगर मैं खो जाता तो।     

प्रश्न 2. ‘भोज’ क्या होता है? क्या कभी आप भोज पर गए हैं?

उत्तर. जब किसी के यहाँ किसी उपलक्ष्य पर बहुत सारे लोगों को एक साथ बैठाकर खिलाया जाता है तो उसे ‘भोज’ कहते हैं। मैं तो बहुत सारे भोज पर जा चुका हूँ।

प्रश्न 3. यदि आपको साँप, शेर के बारे में बताना हो तो कैसे बताएँगे?

 उत्तर. यदि मुझे साँप के बारे में बताना हो तो मैं एक मोटी रस्सी का सहारा लूँगा और शेर के बारे में बताना हो तो मैं बिल्ली को उस व्यक्ति के हाथों में दे दूँगा जिन्हें शेर के बारे में जानना है और उससे कहूँगा कि इसका ही बड़ा रूप शेर के नाम से जाना जाता है। 

1. ‘महल’ और ‘गाँव’ शब्द सुनते ही उनसे जुड़ी जो चीजें आपके मन में आती हैं, उन्हें नीचे दी गई तालिका में लिखिए-

उत्तर

महल  गाँव

आलीशान    खेत

सिंहासन    झोंपड़ी

नौकर-चाकर       नदी

महाराजा    गाय-बैल

महारानी     किसान

2. नीचे दिए गए कामों में से जो काम आपके लिए ‘टेढ़ी खीर’ हैं, उन पर सही ( ) का निशान लगाइए-

उत्तर

परीक्षा देना  नहीं

पेड़ पर चढ़ना  सही ()

दो घंटे लगातार पढ़ना  सही ()

पतंग उड़ाना   नहीं

बटन टाँकना  नहीं

ऊन का गोला बनाना  सही ()

प्रश्न – पाठ में आए दोनों किस्सों को अपनी कल्पना के अनुसार आगे आगे बढ़ाइए और कक्षा में सुनाइए।

उत्तर. छात्र इसका अभ्यास अपने शिक्षक के दिशानिर्देश में करें।   

1. दिए गए एक शब्द के लिए अनेक शब्द लिखिए-

एक – अनेक

क. कहावत – कहावतें  

ख. झोला – झोले 

ग. जूती – जूतियाँ

घ. किस्सा – किस्से

ङ. बगुला – बगुले

2. बताइए, इन्हें और क्या कहते हैं?

क. कीमती – मूल्यवान

ख. चस्का – आदत

ग. पोखर – तालाब                      

3. नीचे दिए गए वाक्यों में क्रिया शब्द के नीचे रेखा खींचिए-

क. उसने एक बगुला देखा।

चोर को तुरंत पकड़ लिया।

सभी आराम से रहते थे।  

‘चोर को तो जैसे चस्का लग गया।’ पाठ में चोर को चोरी करने की आदत पड़ गई। उसे मज़ा आने लगा।

प्रश्न – आपके विचार से चोर को यह आदत क्यों लगी होगी?

उत्तर. मेरे विचार से चोर को चोरी करने की आदत इसलिए लग गई क्योंकि वह चोरी करने के बाद भी नहीं पकड़ाता था।

प्रश्न • व्यक्ति चोरी कब करता है?

उत्तर. व्यक्ति दो स्थितियों में चोरी करता है, पहला मज़बूरी में जब उसके पास चोरी करने के अलावा और कोई अन्य मार्ग शेष नहीं रह जाता और दूसरा, आदतवश, अर्थात् उसे चोरी करने की आदत लग जाती है।

प्रश्न • अपने लालच पर कैसे काबू पाया जा सकता है?

उत्तर. अपने लालच पर काबू पाने के लिए हमें मन और मस्तिष्क से बहुत ही मज़बूत होना पड़ेगा। साथ ही साथ यह भावना भी हमारे मन में होनी चाहिए कि चोरी की सज़ा जेल और आजीवन बदनामी होती है। • चोरी का चस्का लगना गलत बात है। किस चीज़ का चस्का अच्छी बात हो सकती है?

चस्का लगना अच्छा भी हो सकता है और बुरा भी बशर्ते ध्यान देने वाली बात यह है कि चस्का लगा किस चीज़ का है। मेरा मानना है कि पढ़ाई-लिखाई करने का चस्का अच्छी बात होती है। ऐसा इसलिए कि विद्याव्यसनी हमेशा जीवन में सफल ही होते हैं। 

आओ, कहावत- ‘अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत’ पर किस्सा बनाएँ।

संकेत- एक बार की बात है। एक किसान का बेटा बहुत आलसी था। वह कोई काम नहीं करना

एक बार की बात है। एक किसान का बेटा बहुत आलसी था। वह कोई काम नहीं करना चाहता था। उसके पिता उसे आलसी से उद्यमी बनाने के लिए सदा प्रयासरत रहा करते थे। पिता की बातों को उसका बेटा सदैव नज़रअंदाज़ कर दिया करता था। अपने बेटे के भविष्य के बारे में सोच-सोचकर वे दुखी रहने लगे और उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्होने अपने बेटे से कई बार कहा कि बेटा मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती सो तुम खेतों में जाया करो। पर उनका बेटा उन्हें झूठा आश्वासन देता रहा मगर खेतों में कभी नहीं गया। अब फसलों की कटाई का समय आ गया। पिता ने बेटे से कहा कि बेटा फसलों की कटाई एक-दो दिन में कर लो वरना फसलें खराब हो जाएँगी। पर उसके बेटे ने इस बार भी लापरवाही दिखाई और एक रात इतने ज़ोरों की आँधी-तूफ़ान और बारिश आई कि सारी फसल खराब हो गई। पश्चाताप में आँसू बहाता हुआ बेटा जब पिताजी के पास आया तो पिताजी ने दुख जताते हुए कहा, “अब पछताय होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।” 

2.

छात्र स्वयं करें    

किस्से-कहावतों की दुनिया

1.

क. महल    आलीशान

ख. सामान   कीमती

ग. खीर     मज़ेदार

2.

क. स्वादिष्ट  खीर

ख. शूरवीर राजा

ग. सफ़ेद बगुला

घ. चालाक चोर  

3.

क. सुंदर = लड़की     घर

ख. लंबा = रास्ता     आदमी

ग. गरम = पानी      चाय

4.

उत्तर

उजलाकालापीला
दूधतवानींबू
दहीकोयलाहल्दी
चाँदनीधुआँसरसों का फूल

5.

क. स्त्रीलिंग

ख. पुल्लिंग

ग. स्त्रीलिंग

घ. पुल्लिंग

6.

क. के कारण

ख. के किनारे

ग. के पीछे

घ. के आगे

7.

क. अनपढ़

ख. राजा

ग. विषैला

घ. निर्धन

8.

उत्तर

संज्ञासर्वनामक्रिया
महलवहघुसा
खीरउसनेखाई
चोरहमनेपकड़ा

9.

क. कड़ी मेहनत करना

प्रथम आने के लिए रवि ने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया।

ख. अनपढ़ होना

रंजू के लिए काला अक्सर भैंस बराबर है।

ग. शाबाशी देना

हिंदी के शिक्षक ने आज मेरी पीठ थपथपाई।

10 चित्रकथा

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