DAV Solution, Class 4, Bhasha Madhuri Chapter – 9, Nani Ki Naav Chali नानी की नाव चली

सफ़र – यात्रा Journey

सामान – चीज़ें

छड़ी – Stick

घड़ी – Watch

लाढ़ू – लड्डू

सन्दुक – पेटी

बंदूक – एक हथियार Gun

तलवार – एक हथियार Sword

सलवार  – एक प्रकार का वस्त्र जो स्त्रियाँ पहनती हैं

झाड़ू – Broom

ढोलक – एक प्रकार का वाद्य यंत्र

बीन – एक प्रकार का वाद्य यंत्र

जीन – घोड़े की पीठ पर लगा चमड़े का सामान

धीवर – मल्लाह, केवट, नाव चलाने वाला

नाल – अर्धचंद्राकार लोहे का टुकड़ा

डोरा – रस्सी

बोरा – Sack

अंडा – Egg

झंडा – पताका, केतु, Flag

डंडा – Stick

अंजीर  – गूलर की किस्म का एक विशेष फल

जंजीर – लोहे का सिकड़ी Chain

लहसुन – Garlic

कच्चा – Raw

पक्का – Reap

टोकरी – Basket

मगर – लेकिन But

मगर – मगरमच्छ

पीछा करना – Chasing

खींच – Pull

बुड्ढी – बूढ़ी

बहरी – जो सुन न सके Deaf

नींद – सोना

गहरी – Deep

नदिया – नदी river

दोपहरी – दिन का एक समय

ताला – Lock

पिचलन – 105

पीसन – 120

पतीसा – 135

फँदा – Gallows

नानी की नाव चली

सूरज की किरणें,

जब पड़ने लगी झील पर,

नाव भी निकलने लगे, 

धीरे-धीरे नीर पर।   

तट पर लगे पेड़,

पेड़ों के फूल-पत्ते,

खुशियाँ मनाते हुए,

खेलते हैं बच्चे।  

सुंदर यह दृश्य है,

हर्षित मनुष्य है।

जग में छाई खुशहाली,

हर ओर आई हरियाली।

कभी धूप कभी पानी,

कुदरत की यही कहानी।  

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