शब्दार्थ
साहस – हिम्मत
नृत्य – Dance
प्रमुख – मुख्य
भूमिका – किरदार
शौक – Hobby
आय – Income
साधन – माध्यम
भयानक – खतरनाक
दुर्घटना – Accident
अवकाश – छुट्टी
आराम – Relax
भोजन – खाना
सामग्री – चीज़ें
सुरक्षित – Safe
रास्ता – मार्ग
सड़क – Road
तेज़ – Speed
गति – चाल
टक्कर – धक्का
शीशा – Glass
लगभग – Approximately
उछलना – कूदना
बाड़ – Railing
धड़ाम से – Flatly
लहूलुहान – ज़ख़्मी, घायल
टाँग – पैर
चोट – प्रहार
घायल – ज़ख़्मी / Wounded
अचेत – बेहोश
प्रत्येक – हर एक
सुप्रसिद्ध – विख्यात
पत्नी – भार्या
चिकित्सक – Doctor
एंबुलेंस – रोगी वाहन / Ambulance
नाड़ी – नब्ज़ / Pulse
स्थल – जगह
साँस – श्वास / Breathe
अस्पताल – Hospital
जीवित – ज़िंदा
शरीर – देह
दाईं – Right
भुजा – बाँह
खोपड़ी – Skull
गहरा – Deep
अन्य – दूसरा
हिस्सा – भाग
घाव – Infection
अथक – बिना थके
प्रयास – कोशिश
शल्य चिकित्सा – Operation
बिस्तर – Bed
छत – Roof
निहारना – देखना
बेबसी – लाचारी
आँसू – अश्रु
अक्सर – Often
मन – हृदय
विचार – Thought
अभ्यास – Practise
संकल्प – Determination
उद्देश्य – लक्ष्य
समस्या – मुश्किल
दवा – औषध
अंत – Last
गुर्दा – वृक्क / Kidney
घीसटना – Rag
निराश – Disappointment
आशा की किरण – Ray of Hope
शेष – बाकी
रोना – Cry
सेविका – परिचारिका
सहलाना – प्यार से हाथ फेरना
विशेष – Special
दिशा – Direction
सलाह – मश्वरा
शौचालय – Lavatory
भयंकर – खतरनाक
पीड़ा – दर्द
गति – Velocity
लचक – Flexibility
माह – महीना
मालिश – Massage
तरण-ताल – Swimming pool
शिक्षक – Teacher
शारीरिक – Bodily
असहनीय – जिसे सहा न जा सके
झेलना – सामना करना
शक्ति – ताकत
संचार – Circulation
मोड़ – Curve
प्रवेश – Entry
प्रतिभा – Talent
दृढ़ संकल्प – Strong Determination
परिचित – वाकिफ
केंद्र – Centre
व्यक्त – Express
इच्छा – चाहत
सहयोग – Co-operation
आश्वासन – दिलासा
कठोर – Rigorous
साधना – तपस्या
संगीत – Music
लय – Rhyme
ताल – Tap
कठिनाई – मुश्किल
वर्ष – साल
धातु – Metal
टुकड़े – part
संतुलन – Balance
सफलता – Success
क्षण – पल / Moment
समूचा – सारा
सभागार – Hall
तालियाँ – करतल
गूँजना – प्रतिध्वनित होना / Echo
शिखर – Peak
जहाँ चाह वहाँ राह – Where there is a will, there is a way
पाठ में से
प्रश्न 1. किन शब्दों ने बेट्टिना की सोचने की दिशा बदल दी?
उत्तर –अस्पताल में निराश और मायूस बेट्टिना को देखकर एक दिन उसकी परिचारिका ने उसे कहा,“तुम्हारा यह नया जन्म किसी विशेष उद्देश्य के लिए हुआ है।” परिचारिका के इन शब्दों ने बेट्टिना की सोचने की दिशा ही बदल दी।
प्रश्न 2. बिस्तर पर पड़े पड़े बेट्टिना की आँखों से आँसू क्यों बहने लगते थे?
उत्तर –बिस्तर पर पड़े-पड़े बेट्टिना के आँखों से आँसू बहने लगते थे क्योंकि दुर्घटना के बाद वह यह मान बैठी थी कि अब वह कभी भी नृत्य नहीं कर पाएगी।
प्रश्न 3. बेट्टिना सफलता के शिखर पर फिर से किस प्रकार पहुँची?
उत्तर –बेट्टिना ने हार नहीं मानी। वह अपने माता-पिता के सहयोग से नजदीक के तरण-ताल में अपने टाँगों की मालिश हेतु जाने लगी। शिक्षक बैरी के दिशा-निर्देश से उसने फिर से नृत्य करना शुरू किया और कुछ वर्षों के बाद ही वह पुनः मंच पर नृत्य कर सफलता के शिखर पर पहुँच गई।
प्रश्न 4. नृत्य के बिना बेट्टिना का जीवन अधूरा था। कैसे?
उत्तर –एक कलाकार के लिए उसकी कला ही उसके जीवन का आधार होता है ठीक इसी प्रकार बेट्टिना के जीवन का आधार नृत्य ही था। इसलिए बेट्टिना का जीवन नृत्य के बिना अधूरा था।
प्रश्न 5. उचित उत्तर पर सही (a) का निशान लगाइए-
प्रश्न (क) बेट्टिना लगभग कितने मीटर ऊपर उछली?
तीन
पाँच
आठ
उत्तर –तीन
प्रश्न (ख) टेरेंस लेविस कौन थे?
अध्यापक
नर्तक
चिकित्सक
उत्तर –चिकित्सक
प्रश्न (ग) बेट्टिना के माता उसे मालिश के लिए कहाँ लेकर जाते थे?
अस्पताल
तरण-ताल
सिनेमा हॉल
उत्तर –तरण-ताल
प्रश्न 6. रिक्त स्थान भरकर वाक्य पूरे कीजिए-
(क) बेट्टिना नृत्य नाटिकाओं में प्रमुख भूमिकाएँ निभाती है।
(ख) शिक्षक बैरी उसकी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प शक्ति से परिचित थे।
(ग) अधिक दवाओं के कारण उसके गुर्दे में खराबी आ गई।
क. नृत्य नाटिकाओं
ख. प्रतिभा
ग. गुर्दे
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. यदि बेट्टिना या उस जैसी कोई लड़की आप के साथ नृत्य सीखती तो आपके मन में भी कई सवाल उठते कक्षा में बातचीत कीजिए।
उत्तर –यदि बेट्टिना जैसी कोई लड़की मेरे साथ नृत्य सीखती तो मेरे मन में यह सवाल उठता कि इस लड़की के साथ ऐसा क्या हुआ होगा जिस वजह से इसकी ये हालत हो गई है।
प्रश्न 2. इस पाठ को पढ़ने के बाद आपकी सोच में भी कुछ बदलाव आया होगा। बताइए।
उत्तर –इस पाठ को पढ़ने के बाद मेरे सोच में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है जैसे कि अब मैं यह मानने लगा हूँ कि मनुष्य शारीरिक रूप से नहीं वास्तव में मानसिक रूप से विकलांग होता है। और यदि मनुष्य चाहे तो कुछ भी कर सकता है।
आपका अनुमान
प्रश्न – बेट्टिना की सारी कोशिशों के बाद ही वह ठीक हो पाई, और फिर से सभागार में नृत्य कर सकी। यदि कोई उससे कोई सवाल पूछता, “आपको, अब कैसा लग रहा है?” तो उसका क्या उत्तर या भावनाएँ होतीं?
उत्तर –दुर्घटना ने बाद बेट्टिना फिर से नृत्य कर सकी। ऐसे में अगर कोई भी उससे यह सवाल पूछता कि आपको, अब कैसा लग रहा है? तो बेट्टिना का यही उत्तर होता – मैंने अपने माता-पिता और शिक्षक बैरी की मदद से अपने जीवन को इस मुकाम तक पहुँचाया है। मैं एक मिसाल हूँ उन सभी लोगों के लिए जो यह मान बैठे हैं कि अब वे अपने जीवन में कुछ नहीं कर सकते।
भाषा की बात
प्रश्न 1. पाठ में कई स्थानों पर विशेषण- विशेष्य के संबंध के शब्द आए हैं, जैसे- दूसरे नगर,
उन्नीस वर्ष…
विशेषण विशेष्य
प्रमुख भूमिका
तेज़ गति
गहरी चोट
असहनीय दर्द
कठोर साधना
प्रश्न 2. ‘र’ का प्रयोग कीजिए और शब्द को दोबारा लिखिए-
क. दुर्घटना
ख. सुप्रसिद्ध
ग. सामग्री
घ. पर्व
ङ. प्रयास
च. दर्द
छ. वर्ष
ज. गुर्दों
झ. केंद्र
ञ. प्रकार
जीवन मूल्य
यदि हम ठान लें कि किसी भी विकट परिस्थिति में हार नहीं मानेंगे तो मुश्किलों को झेलते हुए सफलता प्राप्त कर ही लेंगे।
प्रश्न • क्या आप इस बात से सहमत हैं, कैसे?
उत्तर –हाँ, मैं इस कथन से शत-प्रतिशत सहमत हूँ। मेरा यह मानना है कि जीवन में आने वाली कोई भी ऐसी समस्या नहीं है जिसका समाधान मनुष्य अपनी बुद्धि से न निकाल सके। मनुष्य अपनी बुद्धि के बल पर ही आज उन्नति के शिखर पर पहुँच सका है।
कुछ करने के लिए
बेट्टिना की सफलता पर उसे एक बधाई संदेश लिखिए-
भाषा अभ्यास
पाठ – 18
बेट्टिना का साहस
1
स्त – बिस्तर, बस्ता, सस्ता
त्य – नृत्य, सत्य, कृत्य
क्स – अक्सर, बक्सा, बक्सर
ल्प – संकल्प, अल्प, शिल्पकार
2.
क. शुभकामनाएँ
ख. तालियाँ
ग. खिड़कियाँ
घ. शंकाएँ
ङ. चिंताएँ
च. स्त्रियाँ
3.
क. कक्षा + कक्ष = कक्षाकक्ष
ख. जन्म + भूमि = जन्मभूमि
ग. कर्म + वीर = कर्मवीर
घ. पाठ्य + पुस्तक = पाठ्यपुस्तक
ङ. चाल + चलन = चालचलन
च. सेना + पति = सेनापति
छ. रसोई + घर = रसोईघर
ज. पान + दान = पानदान
4.
क. आविष्कारक
ख. छापाखाना
ग. पड़ोसी
घ. सहपाठी
ङ. पत्रकार
च. कपास
छ. लोकप्रिय
5.
क. भाग्य = भाग्यशाली
ख. शक्ति – शक्तिशाली
ग. गौरव – गौरवशाली
घ. प्रतिभा – प्रतिभाशाली
ङ. प्रभाव – प्रभावशाली
च. बल – बलशाली
6.
क. दिन – मंगलवार का दिन शुभ माना जाता है।
दीन – हमें दीन-दुखियों की मदद करनी चाहिए।
ख. शाम – बच्चे शाम के समय खेला करते हैं।
श्याम – श्रीकृष्ण साँवले हैं इसलिए उन्हें श्याम भी कहते हैं।
7.
क. अंधा क्या चाहे दो आँखें
ख. एक मछली सारे तालाब को गंदा करती है।
ग. अंधों में काना राजा
घ. एक ही थाली के चट्टे-बट्टे
8.
क. रमेश एक समस्या से निकला ही था कि दूसरी में फँस गया मानो आसमान से गिरा खजूर पर अटका।
ख. सैंटियागो दिन भर जाल बिछाए रहा पर एक ही मछली फँसी। ये तो खोदा पहाड़ और निकली चुहिया वाली बात हो गई।
ग. परीक्षा में फेल होने के बाद पछताना ठीक वैसा ही जैसे अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।
9.
क. इज्ज़त + दार = इज्ज़तदार प्रतिष्ठित होना
मज़े + दार = मज़ेदार रुचिकर होना
चौकी + दार = चौकीदार पहरा देने वाला
चमक + दार = चमकदार चमकीला
हवा + दार = हवादार हवा से युक्त
माल + दार = मालदार धनी
10. पत्र लेखन
दिनांक – 00/00/0000
घर संख्या – N/216
नवीन नगर, भुवनेश्वर
पूजनीय दादाजी
(सादर चरण स्पर्श)
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि ईश्वर की अनुकंपा से आप भी कोलकाता में स्वस्थ और सकुशल होंगे। दादाजी, कुछ दिनों पहले मैंने ‘बेट्टिना बेचगार्ड’ विश्व प्रसिद्ध नर्तकी की एक प्रेरक कहानी पढ़ी। वह एक सड़क दुर्घटना की शिकार हो जाती है, इसमें उसके हाथ-पैर तथा दोनों गुर्दे खराब हो जाते हैं। फिर भी दृढ़ निश्चयी बेट्टिना हार नहीं मानती है और सालों के कसरत और अभ्यास के बाद पुनः मंच पर आकर नृत्य करके सबको मुग्ध कर देती है।
समस्याओं से जूझना और उनपर विजय पाना ही ज़िंदगी का दूसरा नाम है। शेष सब सामान्य है। दादीजी को मेरा प्रणाम दीजिएगा। बाकी अगले पत्र में।
आपका पोता
अविनाश