शब्दार्थ
नदी – सरिता / River
सागर – समुद्र / Sea
आखिर – अंत
लंबी – Long
राह – रास्ता
सींचना – Irrigation
फसल – Crops
धानी – हरी-भरी
लहर – Waves
थकना – Tired
करारों – कोनों
मैदान – Field
लुका-छिपी – Hide and Seek
बिलकुल– सब, कुल, सारा
खो जाना – गुम होना
पर्वत – पहाड़
तेज़– Speed
धीमी-धीमी – Slow
चाल – गति
थकना – शिथिल पड़ना
सुस्ताना – आराम करना
बिखराना – फैलाना
हरियाली – Greenery
बुरा – खराब
मन – हृदय
दीया – दीप
धरती – पृथ्वी
पाठ में से
प्रश्न 1. नदी चलते-चलते कैसे-कैसे आकार बदलती है?
उत्तर – नदी कहीं सीधी बहती है तो कहीं टेढ़ी, चलते-चलते कहीं करारों में छिपती है तो मैदानों में आकर पूरी तरह से गायब ही हो जाती है, ऐसा लगता है की नदी लुका-छिपी का खेल खेल रही हो। इस तरह नदी अपना आकार बदलती है।
प्रश्न 2. नदी का बहाव पर्वत पर कैसा होता है और नीचे आने पर कैसा हो जाता है?
उत्तर – नदी का बहाव पर्वत पर बहुत तेज़ होता है और नीचे समतल भूमि पर आते ही उसकी चाल धीमी हो जाती है।
प्रश्न 3. नदी हमारे लिए क्या-क्या करती है?
उत्तर – नदी हमें अपने पानी के रूप में जीवन देती है। नदी के जल से खेतों की सिंचाई होती है जिससे फसल उगते हैं और चारों तरफ हरियाली फैल जाती है।
प्रश्न 4. कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए-
(क) चलते-चलते सागर को
ख) सींच सींचकर खेतों को
(ग) खेल-खेलती लुका-छिपी
(घ) एक दीएसी जगर-मगर
उत्तर – चलते-चलते सागर को
आखिर में वह पाती है
सींच-सींचकर खेतों को
फसल बनाती है धानी
खेल-खेलती लुका-छिपी
बिलकुल ही खो जाती है
एज दीए-सी जागर-मगर
सदा रहेगी जलती ही ।
प्रश्न 5. कविता की पंक्तियों को पढ़कर उचित उत्तर पर सही (a) का निशान लगाइए-
बहुत तेज़ थी पर्वत पर
लेकिन नीचे जब आई
धीमी-धीमी चाल हुई
जैसे थककर सुस्ताई
क) नदी की चाल कहाँ धीमी हो जाती है?
सागर में
पर्वत पर
मैदानी भाग में
उत्तर – क. मैदानी भाग में
ख) पर्वत पर नदी की गति तेज़ कैसे हो जाती है?
क. मैदानी भाग में
ख. जब नदी ऊपर से नीचे की ओर आती है।
ख. जब नदी ऊपर से नीचे की ओर आती है।
उत्तर – ख. जब नदी ऊपर से नीचे की ओर आती है।
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. बताइए तालाब, नदी, नहर, सागर, महासागर में क्या अंतर है?
उत्तर – तालाब – एक छोटे-से गड्ढे वाले क्षेत्र में जब बारिश का जल भर जाता है और वह पानी बहुत दिनों तक लोगों के द्वारा छोटे-मोटे कामों के लिए प्रयोग में लाया जाता है तो उसे तालाब कहते हैं।
नदी – नदी का उद्गम स्थल पर्वत होता है। यह पहाड़ों से निकलती हुई एक लंबी राह तय करती है और अंत में सागर से मिल जाती है।
सागर – एक बहुत बड़ा लवण जल समूह जो बड़े-बड़े हिमखंडों से जुड़ा होता है जिसमें नदियाँ आकर मिलती हैं।
महासागर – एक विशाल लवण जल समूह जो बहुत ही सागरों से मिलकर बनता है और महादेशों को विभाजित करता है।
प्रश्न 2. नदी की शुरुआत कहाँ से होती है और नदी में पानी कहाँ-कहाँ से आता है?
उत्तर – नदी की शुरूआत पर्वतों से होती हैं और नदी में बारिश का पानी आता है।
प्रश्न 3. आजकल नदियों का पानी गंदा और कम क्यों होता जा रहा है?
उत्तर – आजकल घर और कारखानों से निकलने वाला गंदा द्रव्य नदियों में छोड़ दिया जाता है साथ ही साथ निर्माण कार्य और कारखानों में बहुत मात्रा में नदी के जल को प्रयोग में लाया जा रहा है इसलिए आजकल नदियों का पानी गंदा हो और कम होता जा रहा है।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. विचार कीजिए अगर नदी में जल की जगह दूध होता तो क्या होता?
उत्तर – अगर नदी में जल की जगह दूध होता तो पानी से जुड़ी समस्या पैदा हो जाती और कुछ दिनों के बाद दूध गरम न होने के कारण वह खराब भी हो जाता।
प्रश्न 2. अगर नदी अपने बारे में स्वयं बताती तो वह कैसे बताती ?
मैं नदी हूँ। मेरे जीवन का सफ़र अनोखा है। मेरी शुरुआत…
• अब आप आगे बताइए ।
उत्तर – मैं नदी हूँ। मेरे जीवन का सफ़र अनोखा है। मेरी शुरूआत पहाड़ों से होती है और एक लंबी राह तय करते हुए मैं बहुतों की प्यास बुझाती हूँ। परंतु मेरे साथ बहुत ही अन्याय होता है। घरों और कारखानों से निकलने वाला अपद्रव्य मुझमें बहा दिया जाता है जिससे मैं दूषित हो जाती हूँ। मेरे जल में रहने वाले अनेक जलीय जीव भी मर जाते हैं। मेरा अस्तित्व भी खतरे में आ जाता है। इसी तरह अंत में मैं सागर से मिल जाती हूँ।
भाषा की बात
प्रश्न 1. नीचे लिखे शब्दों के अर्थ का अंतर वाक्य प्रयोग करके स्पष्ट कीजिए-
उत्तर – (क) चाल
(ख) चलती
(ग) चलते-चलते
चाल – समतल भूमि में नदी की चाल धीमी हो जाती है।
चलती – रीमा धीर-धीरे चलती है।
चलते-चलते – चलते-चलते मेरे पैरों में दर्द होने लगा
प्रश्न 2. पाठ में आए दस क्रिया शब्द छाँटकर शब्दकोश के क्रमानुसार लिखिए-
उत्तर – आई
आती
चलती
जाती
देती
पाती
बनाती
बिखराती
लाती
सुस्ताई
प्रश्न 3. नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित शब्दों के वचन बदलकर वाक्य दोबारा लिखिए-
(क) मैंने अपने खेत में पानी दिया।
(ख) बच्चे मैदान में खेल रहे हैं।
(ग) नदी सबको पानी देती है।
(घ) सागर में लहरें उठ रही थीं।
(ङ) मैंने दीपावली पर दीया खरीदा।
(च) रीमा ने फूल उठाया।
उत्तर – मैंने अपने खेतों में पानी दिया।
बच्चा मैदान में खेल रहा है।
नदियाँ सबको पानी देती हैं।
सागर में लहर उठ रही थी।
मैंने दीपावली पर दीए खरीदे।
रीमा ने फूल उठाए।
जीवन मूल्य
लहर उठाती जाती है
लेकिन थकती कहीं नहीं
चाहे जितना पानी लो
मन में बुरा न लाती है
एक दीए-सी जगर-मगर
सदा रहेगी जलती ही
प्रश्न 1. ऊपर लिखी पंक्तियों के माध्यम से नदी हमें क्या-क्या सिखाती है?
उत्तर – इन पंक्तियों के माध्यम से नदी हमें परोपकार करना सिखाती है और कभी भी किसी दूसरे के प्रति अपने मन में बुरा ख्याल न लाने की बात कहती है।
प्रश्न 2. क्या नदी के इन गुणों को अपनाने से हमारे व्यवहार में अंतर आएगा? कैसे?
उत्तर – नदी के इन गुणों को अपनाने से हमारे व्यवहार में सकारात्मक (Positive) अंतर आएगा जैसे, हमारा व्यक्तित्व निखरेगा, समाज में हमारा सम्मान बढ़ेगा और हम सदा के लिए इतिहास के पन्नों में अमर हो जाएँगे।
कुछ करने के लिए
प्रश्न 1. भारत में अनेक नदियाँ बहती हैं। इनमें से किन्हीं पाँच नदियों के नाम व उनके राज्यों के नाम नीचे दी गई तालिका में लिखिए-
उत्तर – 1. नदी राज्य
ब्राह्मणी ओडिशा
गंगा हरिद्वार
यमुना आगरा
सतलुज पंजाब
सोन नदी बिहार
प्रश्न 2. दुनिया की सबसे लंबी नदी कौन सी है? ये नदी कहाँ पर बहती है? पता कीजिए।
उत्तर – दुनिया की सबसे लंबी नदी का नाम नील (Nile) नदी है ये मिस्र (Egypt) में बहती है
प्रश्न 3. गंगा नदी कहाँ से निकलती है?
उत्तर – यह नदी किन-किन राज्यों में बहती है? इसके जल के दूषित होने के क्या कारण है? इस नदी को साफ़ करने के लिए क्या-क्या उपाय किए जा रहे हैं? यह सारी जानकारी इकट्ठी करके कक्षा में प्रस्तुत कीजिए ।
गंगा नदी हिमालय के गंगोत्री से निकलती है, यह उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों में बहती है। नमामि गंगे परियोजना के तहत 3000 करोड़ रुपए खर्च करके गंगा निर्मलीकरण किया जा रहा है।
भाषा अभ्यास
पाठ – 6
नदी यहाँ पर
1.
क. सागर
ख. पर
ग. रात
घ. धरती
ङ. पर
च. पर्वत
छ. पर
2. केवल पढ़ने और समझने के लिए-
3. ‘र’ के रूप को समझने के लिए-
4. केवल पढ़ने और समझने के लिए-
5. क. –
ख. सागर कर्म प्रतिदिन राष्ट्र
ग. मुखजोर सूर्य उम्र ट्रेन
6.
क. नदी – सरिता, तटिनी
ख. सागर – सिंधु, समुद्र
ग. पर्वत – शैल, भूधर
घ. पानी – जल, नीर
ङ. रात – निशा, रात्रि
7.
क. रात – दिन ग. टेढ़ी – सीधी
ख. बहुत – कम घ. अशांति – शांति
ङ. एक – अनेक छ. स्वदेश – विदेश
च. बुरा- भला ज. नीचे- ऊपर
8.
क. कछुआ धीमी-धीमी चाल में चलता है।
आज सुबह से ही धीमी-धीमी हवा चल रही है।
ख. आज कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है।
इस सड़क पर कहीं-कहीं बड़े गड्ढे हैं।
9. नीचे दिए गए चित्रों के आधार पर वर्ग पहेली को पूरा कीजिए
क | मी | ज़ | स | मो | सा | |
ली | इ | |||||
पे | उ | क | ||||
बा | ड़ | ठ | ल | |||
द | ना | वि | क | |||
शा | व | ती | ||||
ह | जा | र | ह | थे | ली |
10.
“आओ रखे नदियों को साफ़,
नहीं तो प्रकृति करेगी न माफ़।”