DAV Solution, Class 5, Bhasha Madhuri Chapter – 9, Ajanta Ki Sair अजंता की सैर

अजंता–  महाराष्ट्र की एक जगह 

सैर – घूमना 

पत्र – चिट्ठी / Letter  

दशहरा – दुर्गापूजा  

खूब –  बहुत  

मज़ा– मस्ती

मूर्ति –  प्रतिमा / Statue

चित्र –  Drawing

आकर्षित –  लुभाना / Attracted

गुफा –  Cave

कलाकारी –  Art

सपरिवार –  परिवार के साथ

रेलगाड़ी  –  Train

बौद्ध –  बुद्ध से जुड़ा हुआ   

दीवार –  प्राचीर / Wall    

सपना –  स्वप्न / Dream 

कस्बा – एक छोटा गाँव

इमारत – भवन

आमतौर –  Generally

सपाट – Flat

कोरी – Blank 

ऑफिस – दफ़्तर

शहर – नगर

टाँगना –  Hang

प्रकृति – Nature

रमणीक – मनोहर

ध्यान लगाना – Meditation

सभागृह – Meeting Hall

कमरा – Room

उपासना – भक्ति

पठन-पाठन – Reading

धनी – मालदार / Rich

व्यापारी – वणिक / Businessman

किसान – कृषक / Farmer

पसंद – Choice

विचार – Thought

शिल्पकार – Artist

सजावट – Decoration

दिलचस्पी – रुचि

मुख्य विषय – Main Topic  

जातक – जन्म से जुड़ी

कथा – कहानी

शायद – Perhaps

जीवन – Life

सजीव – जीवित

जंगल – वन, कानन / Forest

जानवर – Animal

बखूबी – बहुत अच्छे से

चित्रित – वर्णित

लगाव – Attachment

सुंदर – Beautiful

रहन-सहन – Living

पहनावा – पहनने से जुड़ा

हाव-भाव – Expression

खनिज – Mineral

चूना – Lime

गोंद – Glue

अफगानिस्तान – एक देश 

रंग – वर्ण / Colour

मानव – मनुष्य

आकृति – Shape

प्रतिभा – Quality

उत्कृष्ट – श्रेष्ठ

नमूना – Sample

मन मोहना – आकर्षित करना

संस्कृति – Culture

समृद्ध – संपन्न

प्रमाण – Proof

सँजोना – सहेजकर रखना

प्रश्न1. अजंता की गुफाएँ किसने और क्यों बनवाई?

उत्तर – अजंता की गुफाएँ अजंता के आस-पास रहने वाले धनी व्यापारियों एव किसानों ने बौद्ध भिक्षुओं के उपासना, पठन-पाठन और ध्यान लगाने के लिए बनवाईं थीं।

प्रश्न2. अजंता के चित्रों में नज़र आने वाले रंग इतने दिनों तक कैसे टिक पाए?

उत्तर – अजंता के चित्रों में नज़र आने वाले रंग इतने दिनों टिक पाए क्योंकि ये रंग पत्थरों को पीसकर बनाया गया था। इन पत्थरों में से कुछ पत्थर दूसरे देशों से भी मँगवाए गए थे।

प्रश्न3. उचित उत्तर पर सही (a) का निशान लगाइए-

(क) अनुपमा दशहरे की छुट्टियों में कहाँ गई?

चेन्नई

शिमला

महाराष्ट्र

उत्तर – क. महाराष्ट्र

(ख) अनुपमा सपरिवार अपने मामाजी के घर कैसे गई?

बस से

रेलगाड़ी से

हवाई जहाज़ से

उत्तर – ख. रेलगाड़ी से

प्रश्न4. पाठ के आधार पर नीचे लिखे कथनों के सामने सही (a) या गलत (x) का निशान लगाइए-

(क) अजंता की गुफाएँ एक अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई हैं। सही  

(ख) वे लोग लंबी और पतली आँख को सुंदर नहीं मानते थे। गलत

(ग) अजंता के चित्र अनेक कलाकारों की मिली-जुली प्रतिभा के उत्कृष्ट नमूने हैं। सही

(घ) हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है- अजंता इस बात का प्रमाण है। सही

(ङ) अजंता में सबसे अधिक लाल रंग का प्रयोग हुआ है। गलत

प्रश्न1. अजंता की गुफाओं में बने चित्रों का क्या विषय था? इन चित्रों को देखकर क्या पता चलता है?

उत्तर – अजंता के गुफाओं में बने चित्रों का मुख्य विषय गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़ी जातक कथाएँ और प्रकृति है। इन चित्रों को देखकर यह पता चलता है की उस समय की भित्ति कला कितनी श्रेष्ठ थी और वे प्रकृति प्रेमी भी थे।   

प्रश्न2. आप अपने घर, कमरे की दीवारों को किस तरह सजाना चाहते हैं?

उत्तर – मैं अपने घर और कमरे की दीवारों को सुंदर-सुंदर चित्रों और अपने प्रमाणपत्रों से सजाना चाहूँगा।

प्रश्न3. आपको किस तरह की जगहों पर जाना पसंद है और क्यों?

उत्तर – मुझे ऐसी जगह जाना पसंद है जहाँ प्रकृति का वास्तविक रूप देखने को मिले जैसे शिमला, कश्मीर क्योंकि जब भी मैं प्रकृति के नजदीक जाता हूँ अपने-आपको तारो-ताज़ा महसूस करता हूँ।

प्रश्न4. ‘अजंता की सैर’ पाठ पढ़ते-पढ़ते आपको भी अपनी कोई छोटी या लंबी यात्रा याद आ रही हो तो उसे कक्षा में सुनाइए।

उत्तर – ‘अजंता की सैर’ पाठ पढ़ते-पढ़ते मुझे अपनी उस यात्रा के बारे में स्मरण हो रहा है जब मैं अपने परिवार के साथ देहरादून घूमने गया था। वह भ्रमण मेरे लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण था क्योंकि उस यात्रा में मैंने बहुत कुछ सीखा था।

प्रश्न1. सांस्कृतिक धरोहरों के साथ लोग किस प्रकार का व्यवहार करते हैं? हमें किस तरह का व्यवहार करना चाहिए ? नीचे दी गई तालिका में भरिए-

लोगों का व्यवहार          मेरा व्यवहार

दीवारों पर नाम लिखना   लिखने वाले को मना करना

इधर-उधर थूकना       पीकदान की तरफ़ इशारा करना

प्लास्टिक की थैलियाँ     फेंकना कूड़ादान दिखाना

फूल तोड़ना            लिखित चेतावनी की ओर दिखाना

अश्लील टिप्पणी करना    मानवता का पाठ पढ़ाना।

प्रश्न2. अगर आज गुफाओं की दीवारों पर चित्रकारी की जाती तो उनमें क्या-क्या बनाया जाता?

उत्तर – अगर आज दीवारों पर चित्रकारी की जाती तो उनमें लुप्त हो रहे प्राणियों के चित्र, आदिवासियों के चित्र, पेड़-पौधे के चित्र आदि बनाए जाते।

प्रश्न1. पाठ में आए इन शब्दों में उचित स्थान पर नुक्ता (.) लगाकर शब्द को दोबारा

लिखिए-

क. मज़े

ख. हज़ार

ग. लेपिज़

घ. ज़्यादा

ङ. सफ़ेद    

प्रश्न2. नीचे पाठ में से कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें रेखांकित शब्दों का लिंग पहचानकर लिखिए-

  वाक्य के अंश       लिंग 

क. तुम्हारा पत्र मिला   पुल्लिंग

ख. सपनों की दुनिया        स्त्रीलिंग

ग. हज़ार साल पुरानी   स्त्रीलिंग

घ. आस-पास के शहरों       पुल्लिंग

ङ. ध्यान लगाना           पुल्लिंग

च. हमारी संस्कृति     स्त्रीलिंग 

3. नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द पाठ में से ढूँढकर लिखिए-

क. धीरे # जल्दी

ख. गाँव # शहर

ग. निर्जीव # सजीव

घ. बाहर # अंदर

तब लोग अत्यधिक प्रकृति-प्रेमी थे।

प्रश्नक्या आप भी प्रकृति-प्रेमी हैं?

उत्तर – हाँ, मैं प्रकृति प्रेमी हूँ।

प्रश्न आप प्रकृति का ध्यान किस प्रकार रखते हैं?

उत्तर – मैं प्रकृति का ध्यान रखने के लिए न ही प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करता हूँ, न ही कूड़ा इधर-उधर फेंकता हूँ और न ही अकार्बनिक (Inorganic) चीजों कर प्रयोग अधिक मात्रा में करता हूँ। दूसरी तरफ़ मैं तो ज़्यादा से ज़्यादा पौधे लगाता हूँ।

1. अजंता की गुफाएँ महाराष्ट्र में हैं। भारत के नक्शे में ढूँढिए कि महाराष्ट्र कहाँ है?

2. पता कीजिए कि जहाँ आप रहते हैं वहाँ से महाराष्ट्र पहुँचने में कितने दिन लग सकते

हैं और वहाँ यातायात के किन-किन साधनों से पहुँचा जा सकता है?

3. कोलाज – कोलाज उस तस्वीर को कहते हैं जो कई तस्वीरों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर

एक कागज़ पर चिपकाकर बनाई जाती है।

अब आप अजंता की गुफाओं के चित्र इकट्ठे करके उनका कोलाज बनाइए ।

4. आइए, मिथिला पेंटिंग सीखें

मिथिला शैली की मोहक पेंटिंग से हम अपने घर की सजावट तो कर ही सकते हैं, साथ ही हम अपने पहनने के कुर्ते, साड़ी, पर्दा आदि पर भी फूल-पत्तियाँ, चिड़िया, हाथी, लड़की आदि का चित्रण कर कपड़े को और भी खूबसूरत बना सकते हैं।

पहनने के कपड़ों पर चित्र बनाने के लिए ‘0’ नं. का गोल ब्रश और फेबरिक कलर (कपड़ों वाला रंग) का इस्तेमाल होता है।

आइए, इन नमूनों का अभ्यास करते हैं और इन्हें आगे बढ़ाते हैं-

छात्र शिक्षक के दिशानिर्देश में करें।

पाठ – 9

अजंता की सैर

1.

क. तुम्हारा

ख. अपने

ग. मुझे

घ. हम

ङ. वह

च. कुछ

तुम्हारा घर कहाँ है?

मुझे देश-विदेश की यात्राएँ करना पसंद है।  

कल हम सब फिल्म देखने जाएँगे।

2.

क. –

ख. धनी – व्यापारी

ग. लंबी – आँख

घ. पतली – आँख

ङ. सुंदर – आँख

च. कोरी – दीवारें

छ. सपाट – दीवारें

3.

क. बड़ा, पेड़   

ख. मोटा, आदमी

ग. लाल, गुलाब

घ. गरम, चाय

4.

क. सुंदर, रंग-बिरंगी, मनमोहक, आकर्षक 

ख. कोमल, छोटा, हरा, नाजुक

ग. स्वादिष्ट, ताज़ा, मीठे, लज़ीज

5.

क. कपड़ा, कनकौआ, डिब्बा

ख. पोशाक, पानी, रुमाल  

ग. खाना, आम, पपीता

घ. कपड़ा, फर्श, तौलिया

ङ. कथा, पुस्तक, बातें 

च. घर, पेड़, टेलीविज़न    

6.

क. अजंता

ख. टाँग

ग. आकृतियाँ

घ. दिखाएँ

7.

क. की

ख. ने

ग. ने, को

घ. के लिए

ङ. में

8.

क. चित्र + कारी = चित्रकारी

ख. वि + जय = विजय

ग. चित्र + कार = चित्रकार

घ. कला + कार = कलाकार 

ङ. अप + यश = अपयश  

9.

क. पेड़

ख. चित्र

ग. मूर्तियाँ

घ. पेड़ों

ङ. चित्रों

च. बच्चों

10.

पत्र लेखन

दिनांक – 00/00/0000

घर संख्या – W/414

शहीद नगर, भुवनेश्वर

पूजनीया नानीजी  

(सादर चरण स्पर्श)

मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि ईश्वर की अनुकंपा से आप भी मुंबई में स्वस्थ और सकुशल होंगी। नानी, इन गर्मियों की छुट्टियों में मैं मित्रों के साथ शिमला गया था। वहाँ हमें बहुत कुछ सीखने और जानने को मिला। हमने पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के गुर भी सीखे। मैंने आपके लिए एक शॉल भी खरीदी है।   

शेष सब सामान्य है। नाना जी को मेरा प्रणाम दीजिएगा। बाकी अगले पत्र में।

आपका नवासा

अविनाश  

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