शब्दार्थ
पोंगल – दक्षिण भारत का एक विशेष पर्व
करीब – नजदीक, पास, निकट
कनाडा – Canada
मन – हृदय
भारत – हिंदुस्तान, आर्यावर्त, भारतवर्ष
मद्रास – चेन्नई
स्मरण – याद
त्योहार – पर्व
प्रिय – Favourite
तारीख – दिनांक
मध्य – बीच
फसल – Crops
उत्सुक – Curious
भव्य – शानदार
गली-कूचों – Alleyway
जुलूस – Procession
सफ़ेदी – Whitewash
पुरानी – Old
वस्तु – चीज़
दौरान – के समय
ढोल – ढोलक
समर्पित – Dedicated
राजा – King
इंद्र – देवराज
ऋतु – मौसम
आगमन – Arrival
घोषणा – Declare
आटा – Flour
फ़र्श – Floor
आकृतियाँ – Shapes
विशेष – खास / Special
महत्त्व – Importance
सूर्य – रवि, दिनकर, भास्कर
सुगंध – खुशबू
दूध – गोरस, क्षीर
हल्दी – Turmeric
अन्न-भंडार – Granary
प्रकृति – कुदरत / Nature
शोभा – सुंदरता
कृतज्ञता – Grateful
प्रकट – इजहार
खेती-बाड़ी – कृषिकार्य
दौड़ – Race
भरपूर – पूरा
मज़ा – आनंद
सार्थक – Meaningful
हृदय – दिल
स्नेहपूर्वक – प्रेमपूर्वक देश – मुल्क / Country
पाठ में से
प्रश्न 1. पोंगल का त्योहार किस प्रकार मनाया जाता है?
उत्तर – पोंगल का त्योहार ‘तई’ नामक तमिल की पहली तारीख को मनाया जाता है। सबसे पहले घरों की सफ़ेदी होती है और पुरानी वस्तुओं की होली-सी जलाते हैं। इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है, ‘शर्करइ पोंगल’ नामक स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाया जाता है तथा ‘कोलम्’ नामक सुंदर-सुंदर आकृतियाँ भी बनाई जाती है। इस त्योहार में पशुओं के प्रति कृतज्ञता भी प्रकट की जाती है।
प्रश्न 2. ‘कोलम्’ किसे कहते हैं? यह कैसे बनाया जाता है?
उत्तर – ‘कोलम्’ सुंदर-सुंदर आकृतियाँ होती हैं जिसे फ़र्श पर नए चावल के आटे से पोंगल के शुभ अवसर पर बनाया जाता है।
प्रश्न 3. ‘शर्करइ पोंगल’ किस प्रकार बनाया जाता है?
उत्तर – ‘शर्करइ पोंगल’ एक स्वादिष्ट व्यंजन है, इसे पोंगल के शुभ अवसर पर नए बर्तनों में दूध, गुड़ और चावल के मिश्रण से बनाया जाता है।
प्रश्न 4. ‘माट्टु पोंगल’ के दिन क्या होता है?
उत्तर – ‘माट्टु पोंगल’ के दिन बैलों को सजाया जाता है और उनका भव्य जुलूस गली-कूचों में निकाला जाता है। इस दिन पशुओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट की जाती है और बैलों की दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है।
प्रश्न 5. उचित उत्तर पर सही (P) का निशान लगाइए-
(क) गोपाल की उम्र कितनी थी?
बारह बरस
दस बरस
आठ बरस
नौ बरस
उत्तर – दस बरस
(ख) वे सब कितने महीनों के लिए भारत आ रहे थे?
दो महीने के लिए
एक महीने के लिए
चार महीने के लिए
छह महीने के लिए
उत्तर – एक महीने के लिए
(ग) पोंगल पर विशेष रूप से किसकी पूजा-अर्चना की जाती है?
चंद्र की
सूर्य की
तारों की
पौधों की
उत्तर – सूर्य की
घ) किसकी फ़सल एक साथ निकलती है?
हल्दी और चने की
हल्दी और गेहूँ की
हल्दी और धान की
हल्दी और सब्ज़ी की
उत्तर – हल्दी और धान की
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. भारत को त्योहारों का देश क्यों कहा जाता है?
उत्तर – भारत में अनेक धर्म और अनेक भाषा के लोग रहते हैं और उन सबकी सभ्यता और संस्कृति में विविधता होने के कारण भारत में बहुत से पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं। भारत के विषय में कहा भी जाता है, “बारह महीने और तेरह पर्वों का देश।”
प्रश्न 2. गोपाल का प्रिय त्योहार पोंगल था?
प्रश्न (क) आपको सबसे अच्छा त्योहार कौन-सा लगता है?
उत्तर – क. दीपावली मेरा प्रिय त्योहार है।
प्रश्न (ख) यह त्योहार आपको क्यों अच्छा लगता है?
उत्तर – ख. ये त्योहार मुझे अच्छा लगता है क्योंकि इस दिन श्रीराम 14 वर्षों का बनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे।
प्रश्न (ग) इस त्योहार पर आपके घर में कौन-कौन से पकवान बनाए जाते हैं?
उत्तर – ग. इस त्योहार में मेरे घर में पूरियाँ, मिठाइयाँ, सब्ज़ियाँ आदि पकवान पकाए जाते हैं।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. पोंगल के अवसर पर बैलों को कैसे सजाया जाता होगा?
उत्तर – पोंगल के अवसर पर बैलों को नहलाया जाता है फिर उन बैलों को टीका, माला और रंगीन कपड़ों से सजाया जाता है।
प्रश्न 2. रंगोली बहुत प्रकार से बनाई जाती है-गीले व सूखे रंगों से, फूलों से। मान लीजिए आपको अपने विद्यालय या घर में एक रंगोली तैयार करनी है। इस रंगोली को तैयार करने के लिए आप किस-किस सामान का प्रयोग कर सकते हैं? इनकी एक सूची बनाइए-
उत्तर – फूलों की पंखुड़ियाँ, पत्तियाँ, रंगीन मुर्ज आदि चीज़ों का प्रयोग रंगोली बनाने में किया जाता है।
भाषा की बात
प्रश्न 1. पाठ में आए हुए ऐसे चार-चार शब्दों को छाँटिए जिनमें अनुस्वार (ं) अथवा अनुनासिक (ँ) का प्रयोग किया गया हो-
अनुस्वार अनुनासिक
पोंगल हाँ
इंद्र खुशियाँ
भंडार गाँव
सुगंध बाँटते
आनंद वहाँ
प्रश्न 2. नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द पाठ में से ढूँढकर लिखिए-
क. गमन # आगमन
ख. दुर्गंध # सुगंध
ग. कृतघ्नता # कृतज्ञता
घ. निरर्थक # सार्थक
जीवन मूल्य
• हाँ बेटे! ये त्योहार खुशियाँ बाँटते हैं और हमें एक दूसरे के निकट लाते हैं।
प्रश्न 1. गोपाल की तरह क्या आपने भी दादा-दादी के साथ कोई त्योहार मनाया है?
उत्तर – हाँ, मैंने अपने दादा-दादी के साथ दीपावली का त्योहार मनाया है।
प्रश्न 2. त्योहार हमें आपस में जोड़ते हैं। कैसे?
उत्तर – त्योहार के समय में देश-विदेश में काम करने वाले लोग अपने-अपने गाँव लौट आते हैं। इस दिन लोग अपने पुरानी शत्रुता भूल कर मित्र बन जाते हैं। त्योहार खुशियों का प्रतीक होने के कारण ये हमें आपस में जोड़ते हैं।
प्रश्न 3. त्योहार हमारे भीतर कौन-कौन से गुणों को विकसित करते हैं?
उत्तर – त्योहार हमारे अंदर सामाजिक समायोजन (Social co-operation) का गुण विकसित करते हैं, समूह में कार्य करने की कुशलता के साथ-साथ लोक व्यवहार में भी हमें दक्षता प्राप्त होती है।
कुछ करने के लिए
1. ‘ढोल’ को तमिल में ‘बोगी कोट्टू’ कहते हैं। पता लगाइए कि पानी, चावल, नमक, चीनी, सूर्य, दूध को तमिल भाषा में क्या कहते हैं।
चावल – अरिसी
नमक – उप्पू
चीनी – कर्कराई
सूर्य – कुरियन
दूध – पल
2. हल्दी, तुलसी, नीम का किन-किन रोगों में प्रयोग किया जाता है?
उत्तर – सर्दी, ज़ुकाम, खाँसी, त्वचा संबंधी रोगों के उपचार के लिए हल्दी, तुलसी, नीम का प्रयोग किया जाता है।
3. भारत और विदेशों में मनाए जाने वाले किन्हीं तीन त्योहारों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए। ये त्योहार कहाँ, कब, क्यों और कैसे मनाए जाते हैं, इनकी एक सूची तैयार कीजिए।
उत्तर – छात्र स्वयं करें।
अभ्यास सागर
पाठ – 10
पोंगल
काल
1.
क. जहाँ उसने अनेकानेक रंग-बिरंगे मेले, त्योहार देखे थे।
ख. सचमुच, बड़ा मज़ा आएगा।
ग. गोपाल अपने परिवार के साथ कनाडा में रहता है।
2.
क. सुनील क्रिकेट खेल रहा था। – भूतकाल
ख. हम सभी कल फ़िल्म देखने जाएँगे। – भविष्यत् काल
ग. वे रोज़ मंदिर जाते हैं। – वर्तमान काल
घ. देखते ही देखते प्रवीण दस लड्डू खा गया। – भूतकाल
ङ. सभी बच्चे मेला देखने जा रहे हैं। – वर्तमान काल
3.
क. भूतकाल
ख. वर्तमान काल
ग. भविष्यत् काल
घ. भविष्यत् काल
ङ. वर्तमान काल
4.
क. पढ़ती
ख. रहे हैं
ग. देती
घ. लगता है
ङ. हैं
5.
क. पढ़ा
ख. थे
ग. गई
घ. बनाईं
ङ. था
6.
क. जाएँगे
ख. देंगे
ग. सोएगी
घ. आएगी
ङ. जाएँगे
7.
क. काली गाय खेत चर रही है।
ख. वह फल खरीदने के लिए बाज़ार जाएगा।
ग. हरीश पत्र लिख रहा है।
घ. बच्चे पार्क में खेल रहे थे।
ङ. गोपी लड्डू खा रहा है।
8.
क. मेले
ख. वस्तुएँ
ग. खुशियाँ
घ. घरों में
ङ. त्योहारों का
च. शहरों की
9.
क. परिवर्तन
ख. सम्राट
ग. ड्रम
घ. धर्म
ङ. ट्रक
च. प्रकार
10.
क. कृष्ण
ख. वृक्ष
ग. सृष्टि
11.
क. पुरस्कार – पुरस्कार पाना गर्व की बात है।
ख. जलसा – कल हमारे विद्यालय में सालाना जलसा है।
ग. प्रण – मैंने अच्छा इंसान बनने का प्रण लिया है।
12.
सेवा में
प्रधानाचार्या महोदया
डीएवी पब्लिक स्कूल
बरियातु रोड, राँची
विषय – तीन दिनों के अवकाश हेतु
महोदया
सविनय निवेदन यह है कि मैं, राकेश गुप्ता, कक्षा छठी ‘ब’ का एक अनुशासित छात्र हूँ। मैं ओणम के शुभ अवसर पर अपने दादा-दादी के पास गाँव जाना चाहता हूँ। इस हेतु मुझे दिनांक 00/00/0000-00/00/0000 तक की छुट्टी चाहिए। मैं आपको आश्वस्त करता हूँ कि स्कूल आने के दो दिनों के अंदर अपने सारे विषयों के नोट्स तैयार कर लूँगा। कृपया मेरी अर्जी स्वीकार करें।
सधन्यवाद!
आपका आज्ञाकारी छात्र
राकेश गुप्ता
छठी ‘ब’ अनुक्रमांक – 23
दिनांक – 00/00/0000