शब्दार्थ
भीषण – अत्यधिक
तालाब – पोखरी / Pond
सूख – Dry
सुख – Happy
एकदम – पूरा
पिछवाड़े – Backyard
बगीचा – उद्यान / Garden
कुआँ – कूप / Well
माल-मिल्कियत – धन-दौलत
दरबार – Royal Court
चर्चा – ज़िक्र
खिड़की – Window
पत्नी – भार्या / Wife
संदूक – पेटी / बक्सा
गहना – जेवर, आभूषण
पोटली – Bale
मुहरें – दीनार
थैली – झोला
चतुराई – चालाकी
उल्लू – Owl
तारीफ़ – प्रशंसा
दीवारों के कान होना – मुहावरा – लोगों का मौजूद होना
चक्की – जाता
दृश्य – Scene
लालटेन – Lantern
ओर – तरफ
रस्सी – रज्जु / Rope
उलीचना – निकालना
क्यारी – पंक्ति
सिंचाई – Irrigation
समाप्त – अंत / End
उजाला – प्रकाश
ताला – Lock
उल्लू बनाना – मुहावरा – बेवकूफ बनाना
भाग खड़ा होना – मुहावरा – गायब होना
अभ्यास सागर
पाठ – 11
तेनालीराम ने चोरों को उल्लू बनाया…
डायरी लेखन
दिनांक : 08/09/20XX
समय : 09:30 PM
आज हमारी हिंदी साहित्य की कक्षा में एक बड़ी ही रोचक कथा पढ़ाई गई जिसका नाम था ‘तेनालीराम ने चोरों को उल्लू बनाया…’। वास्तव में यह कहानी चतुराई पर आधारित है। इस कहानी में तेनालीराम अपने घर आए में चोरों को इस तरह बेवकूफ़ बनाता है कि तेनालीराम के खेतों की सिंचाई भी हो जाती है और चोर भी उसकी बुद्धि का लोहा मान लेते हैं। सच ही तो है किसी भी समस्या का समाधान समझदारी और चतुराई से आसानी से निकाला जा सकता है।
अविनाश रंजन गुप्ता