शब्दार्थ
धोती – एक प्रकार का वस्त्र
बनियान – Inner
पोशाक – वस्त्र
मतलब – अर्थ
निकट – पास , नजदीक
भविष्य – Future
वक्त – समय
झाड़ने – Dusting
आदेश – हुक्म, आज्ञा
फुर्ती – Agility
गणित – Mathematics
आना – पैसे की एक इकाई
अख़बार – समाचार पत्र / Newspaper
नज़र – आँख
लाचार – बेबस, मजबूर
कच्चे – Raw
काश – Wish
क्षण – पल / Moment
कुंजी – चाबी
घृणा – नफ़रत
समस्या – Problem
दुर्गुण – बुरे गुण
स्वभाव – व्यवहार
अनुरूप – की तरह
चमत्कार – Miracle
प्रतीक्षा – इंतज़ार
कीमत – मूल्य, रकम
हिस्से – भाग
बुद्धू – मूर्ख, बेवकूफ़
सताना – परेशान करना
उत्सुकता – व्याकुलता
खूब – बहुत
मरम्मत करना – मुहावरा – मारना
मरोड़ा – घूमना
झुँझलाहट – चिड़चिड़ापन
भयानक – खतरनाक
क्षेत्र – इलाका / क्षेत्र
धकेल – Push
हल – समाधान
बटा – Divide
उम्मीद – आशा
सरल – आसान
यातना – कष्ट
घोषणा – Declaration
अफ़सोस – पछतावा
खंभा – Pillar
ओझल – गायब / Disappear
उदास – मायूस / Sad
हॉर्न – Horn
रैकेट – Racquet
पाठ में से
प्रश्न 1. पिताजी भविष्य में बाहर जाने वाले नहीं हैं। स्वामीनाथन को ऐसा क्यों लगा?
उत्तर – स्वामीनाथन जब पिताजी को धोती-बनियान में देखता तो वह समझ जाता कि पिताजी अभी निकट भविष्य में बाहर नहीं आने वाले।
प्रश्न 2. पिताजी ने स्वामीनाथन को क्या करने का आदेश दिया?
उत्तर – पिताजी ने स्वामीनाथन को मेज़ साफ़ करने और पुस्तकें झाड़ने का आदेश दिया।
प्रश्न 3. जब पिताजी ने स्वामीनाथन को पढ़ने के लिए कहा तो वह क्या सोच रहा था?
उत्तर – जब पिताजी ने स्वामीनाथन को पढ़ने के लिए कहा तो स्वामीनाथन यह सोचने लगा कि अगर गर्मी की छुट्टियों में भी पढ़ाई करनी पड़े तो छुट्टियाँ दी ही क्यों जाती हैं।
प्रश्न 4. नीचे दिए गए वाक्यों के लिए उचित उत्तर पर सही (P ) का निशान लगाइए-
प्रश्न (क) आधे घंटे बाद स्वामीनाथन पिताजी के कमरे में क्या लेकर बैठा था?
पेन-पेंसिल
रबड़ – पेंसिल
स्लेट-पेंसिल
कॉपी-स्लेट
उत्तर – स्लेट-पैंसिल
प्रश्न (ख) पिताजी ने किसकी पुस्तक खोल रखी थी?
विज्ञान की
हिंदी की
गणित की
अंग्रेज़ी की
उत्तर – गणित की
प्रश्न (ग) स्वामीनाथन ने सवाल हल करने के बाद एक आम की कीमत कितनी निकाली?
तीन बटा दो आना
तीन बटा एक आना
तीन बटा चार आना
तीन बटा छह आना
उत्तर – तीन बटा दो आना
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. स्वामीनाथन को झुँझलाहट क्यों हो रही थी?
उत्तर – राम और कृष्ण के बीच आम और कुछ पैसों की लेन-देन को लेकर लंबी झिकझिक से स्वामीनाथन को झुँझलाहट हो रही थी।
प्रश्न 2. स्वामीनाथन को कब लगा कि वह लाचार है?
उत्तर – स्वामीनाथन के पूछने पर भी जब पिताजी ने यह बताने से इनकार कर दिया कि आम कच्चे है या पके हुए तब उसे लगा कि वह बिलकुल लाचार है।
प्रश्न 3. आप अपने पिताजी की किस वेशभूषा से समझ जाते हैं कि वे घर से बाहर जाने वाले है?
जब मेरे पिताजी सर्ट-पैंट पहनते हैं तथा हाथ में घड़ी और आँखों पर चश्मा चढ़ा लेते हैं तो मुझे यह पता चल जाता है कि पिताजी अभी बाहर जाने वाले हैं।
प्रश्न 4. आप किस विषय का गृहकार्य सबसे पहले करते हैं? और क्यों?
उत्तर – मैं सबसे पहले हिंदी का गृहकार्य पूरा करता हूँ क्योंकि यह जल्दी हो जाता है और इसे पूरा करने में बड़ा मजा भी आ जाता है।
प्रश्न 5. छुट्टियों में पढ़ाई करना जरूरी है तो छुट्टियाँ दी ही क्यों जाती हैं? इस बारे आप क्या सोचते हैं?
उत्तर – इस बारे में मैं यह सोचता हूँ कि छुट्टियों में स्कूल भले ही बंद रहता है परंतु इसका मतलब यह नहीं कि हम पढ़ाई-लिखाई से नाता ही तोड़ लें। हमें मज़े भी करने चाहिए और पढ़ाई भी पूरे मनोयोग से करनी चाहिए।
अनुमान और कल्पना
• क्यों बेटे! मेरे साथ क्लब चलोगे? स्वामी एक क्षण के लिए ओझल हुआ और फिर कोट-टोपी पहनकर प्रकट हो गया।
प्रश्न 1. क्लब जाते हुए स्वामी को कैसा लग रहा होगा?
उत्तर – क्लब जाते समय स्वामी को बहुत अच्छा लग रहा होगा।
प्रश्न 2. उस समय स्वामी अपने पिता के बारे में क्या सोच रहा होगा?
उत्तर – उस समय स्वामी अपने पिताजी के बारे में यह सोच रहा होगा कि उसके पिताजी उससे बहुत स्नेह करते हैं तभी तो वे उसे अपने साथ क्लब ले जा रहे हैं।
भाषा की बात
प्रश्न 1. नीचे दिए गए वाक्यों को सही शब्द द्वारा पूरा कीजिए-
क. महात्मा के चेहरे पर तेज था।
ख. भुवन का घोड़ा बहुत तेज़ दौड़ता था।
ग. साँप का फन बहुत चौड़ा था।
घ. स्नेहा तो चित्रकारी के फ़न में माहिर है।
प्रश्न 2. नीचे दिए गए शब्द शब्द-कोश में जिस क्रम से आएँगे, उन्हें उसी क्रम से अंक दीजिए-
अख़बार 1, आँगन 2, कीमत 3, छुट्टी 4, निकट 5, निकलते 6, भयानक 7, शाम 8, सवाल 9, हल 10
जीवन मूल्य
• देखो स्वामी मन तो करता है तुम्हारी खूब मरम्मत करूँ। तुम्हारी खोपड़ी में क्या भूसा भरा है?
प्रश्न 1. स्वामी के पिता का इस तरह उसे डाँटना-फटकारना क्या सही है, क्यों?
उत्तर – स्वामी के पिताजी का स्वामी को इस तरह डाँटना सही है क्योंकि अगर बाल्यावस्था में बच्चों को अनुशासन में नहीं रखा जाए तो वे बिगड़ जाएँगे और पढ़ाई-लिखाई तो जीवन का आधार है। इस अमूल्य धन के गुण से बच्चे भले ही अनजान हों परंतु बड़ों को बच्चों की शिक्षा-दीक्षा का ध्यान तो रखना ही पड़ता है।
प्रश्न 2. सभी का सम्मान करना चाहिए, चाहे वे छोटे हो या बड़े। हमें दूसरों के साथ बातचीत करते समय किस तरह की सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करना चाहिए?
उत्तर – दूसरों से बात करते समय आदरसूचक शब्दों का प्रयोग करना चाहिए, दूसरों के विचारों और भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। वार्तालाप के दौरान दूसरों को भी ध्यान से सुनना चाहिए और यथासंभव कर्णप्रिय शब्दों का ही प्रयोग करना चाहिए।
कुछ करने के लिए
1. गरमियों की छुट्टियों में अपने गृहकार्य के साथ-साथ और क्या-क्या करेंगे? उन कामों की सूची बनाइए ।
2. गरमी की छुट्टियों में बच्चे अकसर दादी-दादा / नानी नाना के घर जाते हैं या किसी पर्यटन स्थल में घूमने जाते हैं। इन छुट्टियों में आप कहाँ घूमने गए? उस जगह की कुछ प्रमुख चीज़ों/ जगहों की जानकारी एक प्रोजेक्ट रूप में बनाकर कक्षा में दिखाइए ।
उत्तर – छात्र स्वयं करें
अभ्यास सागर
पाठ – 12
दस आमों की कीमत
नुक्ता का प्रयोग
1.
मेज़ पिताजी
साफ़ फुर्ती
ज़रूरी जाती
2.
केवल समझने के लिए
3.
फन – साँप का मुँह
फ़न – कला
जरा – बुढ़ापा
ज़रा – थोड़ा
तेज – चमक, आभा
तेज़ – तीव्र गति
4.
क. इंतजाम
ख. बजाना
ग. गुफा
घ. ज़रूरत
ङ. साफ़
च. जहाज़
छ. खौफ़
ज. मेज़
झ. जगत
5.
क. ज़रूरी – आज मुझे एक ज़रूरी काम पूरा करना है।
ख. सिर्फ़ – मुझे सिर्फ़ एक लाख रुपए चाहिए।
ग. ज़माना – आजकल का ज़माना बहुत खराब हो गया है।
घ. इंतज़ाम – मैंने तुम्हारे रहने का पूरा इंतज़ाम कर दिया है।
6.
क. क्योंकि (2)
ख. बताएँगे (3)
ग. प्रतीक्षा (1)
घ. झुँझलाहट (2)
ङ. उत्सुकता (2)
7.
क. मूर्ख – स्वामीनाथन
ख. नए – पोशाक
ग. मोटी – पुस्तक
घ. अच्छे – पिताजी
ङ. लंबा – खंभा
च. पुरानी – कार
8.
क. छुट्टियाँ
ख. सब्ज़ियाँ
ग. भाषाएँ
घ. कार
ङ. दीवार
च. दवाई
9.
क. बाहर
ख. अवनति
ग. पराजय
घ. संतुष्ट
ङ. अस्त
10.
क. चुहिया
ख. छात्रा
ग. बेटा
घ. बुढ़िया
11.
क. गरमा-गरम जलेबियाँ देखकर मेरे मुँह में पानी आ गया।
ख. प्राचार्य को देखते ही छात्रों की बोलती बंद हो गई।
ग. मज़दूर खून-पसीना एक कर देते हैं।
घ. शिक्षक की बातों से राजू की आँखें खुल गईं।
12.
क. घी के दीए जलाना
ख. अंधे की लाठी
ग. अँगूठा दिखाना
घ. दाँतों तले उँगली दबाना
ङ. नौ-दो ग्यारह होना
च. आग में घी डालना
13. पत्र
दिनांक – 00/00/0000
घर संख्या – W/414
शहीद नगर, भुवनेश्वर
प्रिय मित्र रजनीश
(मधुर स्मृति)
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि ईश्वर की अनुकंपा से तुम भी शिमला में सपरिवार सकुशल होगे। मित्र, इस गर्मी की छुट्टियों में मैं रामन् रिसर्च इंस्टीट्यूट, बैंगलुरु जा रहा हूँ। वहाँ इस वर्ष स्कूली विद्यार्थियों के लिए विज्ञान कार्यशाला का आयोजन होने वाला है। मैं चाहता हूँ कि तुम भी मेरे साथ चलो। पत्र के माध्यम से मुझे जल्द ही सूचित करना।
शेष सब सामान्य है। चाचा-चाची को मेरा प्रणाम और बिट्टू को ढेर सारा प्यार।
तुम्हारा मित्र
अविनाश