DAV Solution, Class 6, Gyan Sagar, Abhyas Sagar Chapter – 7, Sundar Lal सुंदर लाल

कक्षा – Class

शौक – रुचि

बीज – Seed

रोज़ – प्रतिदिन

नियमित – Regularly

गुरुजी – शिक्षक

पाठ – सबक / Lesson

परीक्षा – इम्तहान

सदा – हमेशा

लगाव – Attachment

मित्र-मंडली – friend circle

स्नेह – प्रेम

भावना – Feeling

जागृत – जागना

छाया – Shadow

माँ – जननी / Mother

सहन – बर्दाश्त

रक्षा – Save

कष्ट – पीड़ा

अंग – अवयव

विनम्र – Polite

भाव – Feeling

बी.ए – Bachelor of Arts

व्याकुल – परेशान

हैरानी – आश्चर्य

कंपनी – Company

नौकर – Servant

ठेका – Contract

स्तर – Level

मज़दूर – श्रमिक

बस – Bus

भयंकर – खतरनाक

परिणाम – नतीजा

अनाथ – Orphan

मन – हृदय

आत्मग्लानि – Self-remorse

सभा – Meeting

आमंत्रित – invited

महत्त्व – Value

लगातार – Continuously

उत्पन्न – पैदा

खतरा – Danger

आँखें छलक पड़ना – रोना

कुल्हाड़ी – Axe

उत्तीर्ण – Pass

अतिरिक्त – के अलावा

वैज्ञानिक – Scientific

पर्यावरण – Environment

संतुलन – Balance

अंधाधुंध – Rapid

सूखा – अकाल / Drought

यातायात – परिवहन

आयात – Import

ग्रामीण – गाँव से जुड़ा

अनाज – Grains

धन – रुपए

वाणी – बोली

प्रभाव – Effect

योग्यता – Ability

पक्ष – Favour

आयोजन – Organise

सचेत – सावधान

तरु – वृक्ष

संस्थान – Organisation

ढंग – तरीका

आंदोलन – Movement

चमत्कारी – Miraculous

लोकप्रियता – Popularity

लिपट – चिपक

सूत्रपात – आरंभ

प्रश्न 1. सुंदर लाल की आत्मग्लानि का क्या कारण था?

उत्तर – सुंदरलाल जब बी.ए की परीक्षा देने नैनीताल जा रहा था तो उसने देखा की बहुत-से मज़दूर बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई कर रहे थे। उसने उन मज़दूरों को पेड़ की उपयोगिता बताते हुए पेड़ों की कटाई बंद करने को कहा परंतु कंपनी के मज़दूरों ने जंगल को काटने का ठेका ले रखा था। उन्हें न रोक पाना ही सुंदरलाल की आत्मग्लानि (Self-remorse) का कारण था।

प्रश्न 2. सुंदर लाल ने वृक्षों की कटाई रोकने के लिए कौन-कौन से कार्य किए?

उत्तर – सुंदर लाल ने वृक्षों की कटाई को रोकने के लिए गाँव-गाँव जाकर सभाओं का आयोजन किया लोगों को पेड़ों से होने वाले लाभों के बारे में बताया। पेड़ों की कटाई रोकने के लिए सरकार को पत्र लिखा। ‘तरु-रक्षण एवं वृक्षारोपण संस्थान’ का गठन किया तथा चिपको आंदोलन की शुरूआत भी की।

प्रश्न 3. जब भी कंपनी मज़दूर वृक्ष काटने लगते तो लोग क्या करते थे?

उत्तर – जब भी कंपनी के मज़दूर वृक्ष काटने लगते तो पेड़ों की रक्षा करने के लिए लोग पेड़ों से लिपट जाते थे।

प्रश्न 4. उचित उत्तर पर सही (P) का निशान लगाइए-

(क) सुंदर लाल पेड़-पौधों को किसके समान मानता था?

मित्रों

माता-पिता

भाई-बहन

पूर्वजों

उत्तर – माता-पिता

(ख) सुंदर लाल अपनी बी. ए. की परीक्षा के लिए कहाँ जा रहे थे?

दिल्ली

गुजरात

नैनीताल

शिमला

उत्तर – नैनीताल

प्रश्न 5. पाठ के आधार पर नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। सही कथनों को आगे सही (P ) का चिह्न एवं गलत के आगे गलत (x) का चिह्न लगाइए-

(क) सुंदर लाल वृक्ष काटने वालों से लड़ाई-झगड़ा करता था। हाँ

(ख) सुंदर लाल मैदानी गाँव में रहता था। नहीं

(ग) सुंदर लाल ने ‘तरु-रक्षण एवं वृक्षारोपण संस्थान’ का गठन किया। हाँ

(घ) सुंदर लाल ने लोगों को फ़सलों की कटाई का ढंग समझाया। नहीं

(ङ) सुंदर लाल के इस आंदोलन से ‘चिपको आंदोलन’ का सूत्रपात हुआ। हाँ

प्रश्न 1. आपको सुंदर लाल में कौन-कौन से गुण नज़र आते हैं? पाठ में से ऐसे अंशों को उदाहरण के रूप में बताइए जो इन गुणों के बारे में बताते हैं।

उत्तर – मुझे सुंदर लाल में प्रकृति-प्रेमी होने का भाव नज़र आता है क्योंकि वह बचपन से पेड़-पौधों से बहुत प्रेम करता था। वह संवेदनशील भी था तभी तो पेड़ों पर चलने वाले कुल्हाड़ियों का प्रहार उसे अपने शरीर पर प्रहार की भाँति लगते थे। उनमें नेतृत्व करने की भी अद्भुत  क्षमता थी तभी तो उनके नेतृत्व  में चिपको आंदोलन का आगाज़ हुआ।  वे एक कुशल पर्यावरणविद् (Environmentalist) भी थे तभी तो पेड़ों के न रहने पर होने वाले असंतुलन का बोध उन्हें था।

प्रश्न 2. सुंदर लाल पेड़-पौधों, वनों और वृक्षों के किस वैज्ञानिक महत्त्व को समझने लगे थे?

उत्तर – सुंदर लाल को पेड़ और  पर्यावरण का जीवधारियों के साथ कितना घनिष्ट संबंध है इस बात का ज्ञान हो गया था। वे समझने लगे थे कि पेड़ों की कटाई से गर्मी बढ़ने लगेगी, वर्षा का अभाव होगा, मृदा का संरक्षण नहीं हो पाएगा, सूखे की स्थिति पैदा हो जाएगी और प्रकृति में असंतुलन आ जाएगा।

प्रश्न 3. पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए?

उत्तर – हाँ, कविता लिखने के लिए भरपूर प्रतिभा होनी चाहिए तभी आप उत्तम कोटि की कविताएँ लिख सकते हैं इसके लिए आपको तुक बनाना आना चाहिए साथ ही साथ शब्दसमूह (Vocabulary) में दक्षता भी होनी चाहिए और परिस्थितियों की सही-सही परख करने का गुण भी होना चाहिए।

प्रश्न 4. सुंदर लाल को पेड़ लगाने का बहुत शौक था। आपको किस चीज़ का बहुत शौक है? आप अपने शौक किस तरह से पूरे करते हो?

उत्तर – मुझे कहानियाँ लिखने का बहुत शौक है और मैं छोटी-छोटी कहानियाँ लिखकर तथा अपने दोस्तों को सुनाकर अपनी इच्छा पूरी करता हूँ।  

प्रश्न 1. यदि आपको कोई व्यक्ति पेड़ काटता नज़र आए तो आप उसे किस तरह समझाएँगे?

उत्तर – यदि मुझे कोई पेड़ काटता नज़र आ जाए तो मैं उसे पेड़ों की उपयोगिता के बारे में बताऊँगा तथा पेड़ काटना एक कानूनन अपराध है ये बताते हुए, उसे पेड़ काटने से रोकूँगा।

प्रश्न 2. कल्पना कीजिए कि अगर सारे पेड़ कट गए तो धरती का क्या होगा?

उत्तर – अगर धरती के सारे पेड़ कट जाए तो इस दुनिया में जीवन की कल्पना करना असंभव हो जाएगा।

प्रश्न 1. नीचे लिखे युग्म शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए-

क. आस-पास – हमारे आस-पास बहुत सी चीज़ें जानने लायक हैं।  

ख. मित्र-मंडली – मेरी मित्र-मंडली में सभी मित्र समझदार हैं।

ग. हरे-भरे – सरंडा जंगल हरे-भरे वृक्षों से भरा पड़ा है।

घ. कहते-कहते – दादी कहानी कहते-कहते सो गईं।

प्रश्न 2. नीचे दिए गए शब्द पाठ से लिए हैं। बताइए कि ये स्त्रीलिंग हैं या पुल्लिंग-

शब्द                                 लिंग

शरीर                        पुल्लिंग

पढ़ाई                          स्त्रीलिंग

कुल्हाड़ियाँ                 स्त्रीलिंग

पत्र                            पुल्लिंग     

जंगल                         पुल्लिंग

कटाई                        स्त्रीलिंग

पेड़-पौधों में भी जीवन है। ये हमें अनाज, फल, छाया, ऑक्सीजन आदि देते हैं। धूप, वर्षा, जाड़ा, धूल आदि अपने ऊपर लेकर हमें सुख देते हैं।

प्रश्न 1. पेड-पौधों को काटना उचित नहीं है, कारण बताइए ।

उत्तर – पेड़-पौधों को कटना उचित नहीं है क्योंकि उनमें भी जीवन होता है, उन्हें भी सुख-दुख और पीड़ा का एहसास होता है और सबसे बड़ी बात तो यह कि ये पेड़ हमें आजीवन अमूल्य चीज़ें देते रहते हैं और बदले में हमसे कभी कुछ भी नहीं माँगते।

प्रश्न 2. पेड़-पौधों की विशेषता है- परोपकार करना। हमें भी उनकी तरह परोपकारी बनना चाहिए, क्यों?

उत्तर – हमें भी पेड़ों की तरह परोपकारी बनना चाहिए क्योंकि अगर हमें इस दुनिया में सदा के लिए अमर बनना है और अपने जीवन को सफल बनाना है तो हमें किसी न किसी के यादों में ही ज़िंदा रहना होगा और यह उसी समय संभव है जब हम दूसरों का उपकार करें। 

1. अपने घर / विद्यालय में अथवा आस-पास लगे किन्हीं पाँच पेड़ों के नाम लिखिए-

आम,

पीपल,

अशोक,

कुसुम,

अमरूद

2. पेड़-पौधों की कटाई रोकने के लिए विज्ञापन बनाइए।

“जन—जन से ये कहना है वृक्ष धरा का गहना है।”

पाठ – 7

सुंदर लाल

‘र’ के विभिन्न रूप

1.

सुंदर        वर्ष          प्रति         विनम्र        

उत्तीर्ण       वर्षा         ग्रामीण       रोकता

2.

सुंदर        प्रति         वर्ष

रोकता     विनम्र       उत्तीर्ण

ग्रामीण     वर्षा

3.

रहता       प्रति         वर्षा

मरने        प्रमाण       वर्ष

सरकार      विनम्र       पर्यावरण

रक्षा        प्रथम        आश्चर्य

4

क. सही þ

ख. सही þ

ग. गलत ý

घ. सही þ

ङ. सही þ

5.

सागर       सूर्य         ट्रेन          प्रकार

दरवाजा     कर्म         ड्रामा        क्रम

रात         वार्षिक       उष्ट्र         उम्र

रुपया       शौर्य         पेट्रोल        वज्र

राकेश       धैर्य         ड्राइवर       शुक्रवार

6.

कर्म        ड्रम         राष्ट्र

पर्व             प्रभाव        सम्राट

ट्रक         क्रम         दूरदर्शन

7.

रस्सी       चंद्र         पंद्रह         पर्वत

सूर्य            ट्रक         प्रार्थना       ट्रेन

8.

क. प्रथम

ख. प्रजा

ग. ड्रामा

घ. उपहार

ङ. धैर्य

च. प्रतिमा

9.

ग्रह             नृत्य        वर्ण

कर्म        धर्म         विद्यार्थी

कृषि        राष्ट्र         संस्कृत

10.

क. रुचि

ख. गुरु

ग. ज़रूर

घ. करुणा

ङ. रूमाल

च. अरुण

छ. रुपया

ज. रूप

11.

क. श्रमिक       त्रिशूल

ख. आश्रम           मित्र

ग. अश्रु             पवित्र

12.

क. जंगल – वन, कानन

ख. रात – निशा, रात्रि

ग. रास्ता – पथ, मार्ग

घ. चंद्रमा – चाँद, शशि

ङ. वर्षा – बारिश, वृष्टि

13.

क. पत्ता – पुल्लिंग

ख. हवा – स्त्रीलिंग

ग. पर्वत – पुल्लिंग

घ. नदी – स्त्रीलिंग

14.

क. पहाड़ियाँ

ख. तारे

ग. परीक्षाएँ

घ. पौधे

ङ. यात्राएँ

च. आँखें

15

“जन-जन से यह कहना है,

वृक्ष धरा का गहना है।”

“वृक्ष और शिव एक समान,

पीते विष करते कल्याण।”  

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