शब्दार्थ
कवि – Poet
उदास – दुखी
मुर्गा – Cock, Rooster
आँख-मिचौनी – Hide and seek
कलाकार – Artist
चित्रकारी – Painting
पसंद – Choice
भैंस – Buffalo
शिकायत – निंदा
प्रतिभा – Brilliance
प्रतिभाशाली – Genius
परख – पहचान, जाँच
तुक – लय / Rhythm
बुद्धू – मूर्ख
शब्द – Word
कविता – Poem
अर्थ – Meaning
नदिया – River
तट – किनारा / Bank
बकवास – बेकार की बातें / Bullshit
बघार – छौंक / Condiment
हिम्मत – साहस
शरारत – बदमाशी
पाठ में से
प्रश्न 1. नजानू क्या कहना चाहता था? क्या उसकी इच्छा पूरी हुई?
उत्तर – नजानू कविता कहना चाहता था। उसकी इच्छा तो पूरी हुई पर उसे उठक-बैठक लगानी पड़ी।
प्रश्न 2. गुलदस्ता नजानू को कविता सिखाने से पहले क्या परखना चाहता था?
उत्तर – गुलदस्ता नजानू को कविता लिखना सिखाने से यह परखना चाहता था कि नाजानू को तुक (Rhythm) बनाना आता है या नहीं क्योंकि कविता लिखने में तुक का आना बहुत ज़रूरी होता है।
प्रश्न 3. गुलदस्ता को अंततः क्यों स्वीकार करना पड़ा कि नजानू में कविता-लेखन की प्रतिभा है?
उत्तर – गुलदस्ता जब नजानू की तुक बनाने की प्रतिभा की परख कर रहा था तब नजानू ने कुछ तुक तो बनाए परंतु वे तुक अर्थहीन थे, बावजूद इसके वह ये मानने को तैयार नहीं था। गुलदस्ता को लगा कि इससे पीछा छुड़ाने के लिए यह कह देना उचित होगा कि तुममें कविता रचने की प्रतिभा है।
प्रश्न 4. जब नजानू ने जानू और सुस्तराम पर कविताएँ सुनाई तो उन्होंने क्या कहा और क्यों?
उत्तर – जब नजानू ने जानू को कविता सुनाई तो चिढ़ते हुए जानू ने नजानू से कहा ,”मैं मोटर की छत पर कब कूदा?” और सुस्तराम ने नाराज़ होते हुए कहा, “झूठ, सफ़ेद झूठ ! मेरी जेब में कोई सेब नहीं है। लो देख लो।”
प्रश्न 5. नीचे दिए गए कथन किसने किससे कहे?
(क) आओ, हम लोग नदी पहाड़ खेलेंगे।
(ख) अच्छा छड़ी की तुक बताओ।
(ग) किसके बारे में हैं तुम्हारी कविताएँ?
(घ) तुम्हें मेरी कविताएँ अच्छी लगी?
उत्तर – क. छोटू ने नजानू से कहा
उत्तर – ख. गुलदस्ता ने नजानू से कहा
उत्तर – ग. मोटू ने नजानू से कहा
उत्तर – घ. नजानू ने सभी बच्चों से कहा
प्रश्न 6. पाठ के आधार पर नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। उनके सामने ‘हाँ’ अथवा ‘नहीं’ लिखिए-
(क) बच्चे नजानू को खेलने के लिए नहीं बुलाते। नहीं
(ख) नजानू का मन खेल में नहीं लगता था। हाँ
(ग) नजानू एक बड़ा गायक बनना चाहता था। नहीं
(घ) नजानू ने उठक-बैठक लगाई। हाँ
(ङ) अंत में सारे बच्चे नजानू से कविता बनाना सीखना चाहते थे। हाँ
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. आपको क्या-क्या करना अच्छा लगता है?
उत्तर – मुझे पढ़ाई करना, फुटबॉल खेलना, संगीत सीखना, कहानियाँ लिखना और नई-नई जगह घूमना अच्छा लगता है।
प्रश्न 2. आप बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं? क्यों?
उत्तर – मैं बड़ा होकर एक निर्देशक (Director) बनना चाहता हूँ क्योंकि आज के ज़माने में दृश्य-श्रव्य (Video-Audio) का प्रचलन काफी बढ़ गया है और इसमें सृजनात्मकता की आवश्यकता पड़ती है।
प्रश्न 3. क्या कविता लिखने के लिए प्रतिभा का होना आवश्यक है? क्यों?
उत्तर – हाँ, कविता लिखने के लिए भरपूर प्रतिभा होनी चाहिए तभी आप उत्तम कोटि की कविताएँ लिख सकते हैं इसके लिए आपको तुक बनाना आना चाहिए साथ ही साथ शब्दसमूह (Vocabulary) में दक्षता भी होनी चाहिए और परिस्थितियों की सही-सही परख करने का गुण भी होना चाहिए।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. यदि नजानू के मित्र उसके न खेलने पर नाराज़ हो जाते तो क्या होता?
उत्तर – यदि नजानू के मित्र उसके न खेलने पर नाराज़ हो जाते तो अपने मित्रों का मन रखने के लिए शायद नाजानू खेल खेलने के लिए राज़ी हो जाता और उसकी मुलाकात गुलदस्ता से नहीं होती।
प्रश्न 2. अगर नजानू की जगह आप होते तो आप कैसी कविताएँ बनाते, बताइए ।
उत्तर – अगर मैं नजानू की जगह मैं होता तो पेड़-पौधों के प्रति संवेदनशीलता से भरी हुई एक कविता लिखने का प्रयास करता क्योंकि एक तो यह बेज़ुबान पेड़-पौधों की आवाज़ लोगों तक पहुँचाने का काम करता और दूसरा यह वर्तमान समय के अनुकूल है।
भाषा की बात
प्रश्न 1. पाठ में आए कोई चार व्यक्तिवाचक व चार जातिवाचक संज्ञा शब्द का छाँटकर लिखिए-
व्यक्तिवाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा
नजानू कविता
गुलदस्ता चित्र
सुस्तराम नदीं
मोटू पहाड़
छोटू मुर्गी
प्रश्न 2. पाठ में से कोई छह सर्वनाम शब्द छाँटकर लिखिए-
मैंने,
यह,
कोई,
तुम,
हम,
तुम्हारे
जीवन मूल्य
मैं बड़ा कलाकार बनना चाहता हूँ।
तुम तो चित्रकारी सीख रहे थे।
मैं आपकी तरह कविताएँ लिखना चाहता हूँ।
प्रश्न 1. जीवन में कुछ बनने के लिए पहले उस विषय को सीखना जरूरी है, क्यों?
उत्तर – हमें सफलता उस समय मिलती है जब हम अपने मनचाहे क्षेत्र में दक्षता और महारत हासिल कर ले इसके लिए हमें उस कार्य में निपुण होने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, अपने मार्गदर्शक की सहायता लेनी पड़ती है और कई वर्षों के अभ्यास के बाद जाकर कहीं हम अपने कार्य में पारंगत हो पाते है इसलिए कहा गया है कि जीवन में कुछ करने के लिए पहले उस विषय को सीखना ज़रूरी है।
प्रश्न 2. हमें कुछ भी नया सीखने के लिए किन गुणों को अपनाना चाहिए?
उत्तर – हमें कुछ भी नया सीखने के लिए सबसे पहले नम्र होना चाहिए अपने शिक्षक के प्रति समर्पण की भवना होनी चाहिए, दृढ़-संकल्प लेना चाहिए, जुझारू प्रवृत्ति वाला बनना चाहिए, हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और सफलता मिलने पर अभिमानी न होकर सौम्य बने रहना चाहिए।
कुछ करने के लिए
1. बाल – पत्रिकाओं तथा समाचार पत्रों में प्रकाशित बाल-कविताओं का संकलन कीजिए तथा स्क्रैप बुक में लगाइए।
2. नाटक ‘नजानू कवि बना’ को विद्यालय के रंगमंच पर अभिनीत कीजिए ।
उत्तर – शिक्षक के दिशानिर्देश में छात्र करेंगे।
अभ्यास सागर
पाठ – 8
नजानू कवि बना
विराम चिह्न
1.
“ ” । – ? ,
2.
। – पूर्ण विराम
– योजक चिह्न
? – प्रश्नसूचक चिह्न
“ ” – उद्धरण चिह्न
, – अल्पविराम चिह्न
! – विस्मयादिबोधक चिह्न
3.
क. मोहन विद्यालय जा रहा था।
ख. कविता ने बहुत अच्छा गीत गाया।
ग. आप कहाँ रहते हैं?
घ. हमारा विद्यालय बहुत सुंदर है।
ङ. ये खिलौने किसके लिए हैं?
च. पिकनिक पर कौन जाएगा?
4.
क. बगीचे में आम, अमरूद और सेब के पेड़ लगे हुए हैं।
ख. अरे! तुम यहाँ कैसे?
ग. हे ईश्वर! कृपा करो।
घ. वाह! खीर तो बहुत अच्छी बनी है।
ङ. कितने बजे हैं?
च. कितना सुंदर फूल है!
5.
क. दादाजी ने कहा, “मोहन अंदर आ जाओ।”
ख. माँ ने रोहित से पूछा, “तुम क्या कर रहे थे?”
ग. रीमा बोली, “मैं तो फलों की चाट खाऊँगी।”
घ. नेहा ने कहा, “मैं रोज़ देश–विदेश की खबरें सुनती हूँ।”
ङ. यह काम तो चलते–फिरते हो जाएगा।
च. हरप्रीत ज़ोर से चिल्लाई, “मेरी मिठाई किसने खाई?”
छ. सुनील ने पूछा, “क्या तुम मेरे साथ चलोगे?”
6.
क. ताजमहल आगरा में स्थित है।
ख. कौन-कौन मेला घूमने जाना चाहता है?
ग. उफ! आज बहुत गर्मी है।
घ. मैंने बाज़ार से फल, सब्ज़ियाँ और मिठाइयाँ खरीदीं।
ङ. राजू परीक्षा में प्रथम आने के लिए दिन–रात मेहनत करता है।
7.
क. शाम
ख. दानव
ग. प्रेम
घ. मूर्ख
ङ. उद्यम
च. अनुचित
8.
क. माँ
ख. कोशिश
ग. प्रबंध
घ. काम
ङ. विख्यात
च. आचरण
9.
क. मधुर
ख. साहसी
ग. आलसी
घ. कमज़ोर
10
क. उसे
ख. मैं
ग. मुझे
घ. उन्हें
ङ. वे
11.
क. भयंकर
ख. माँगना
ग. दोनों
घ. गणतंत्र
ङ. घटनाएँ
च. प्रारंभ
छ. संज्ञा
ज. दाँत
झ. क्योंकि
ञ. माँ
12
डीएवी पब्लिक स्कूल, राँची
नाटक मंचन के संदर्भ में
सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि इस वार्षिक उत्सव में नाटक मंचन का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। जो भी छात्र इस नाटक में किरदार अदा करने के इच्छुक हैं, वे दिनांक 12/11/2020 के अंतिम दो कालांशों (Periods) में स्क्रीन टेस्ट हेतु क्रिया-कलाप कक्ष में उपस्थित रहे। अधिक जानकारी के लिए अपने-अपने कक्षाध्यापक से संपर्क करें।
अविनाश रंजन गुप्ता
प्रधान बालक
दिनांक – 18/10/2020