शब्दार्थ
गणपति – गणेश, गजानन, लंबोदर
नारा – Slogan
दिशा – Direction
खुशी का ठिकाना न रहना – मुहावरा- बहुत खुश होना
पंचांग – Calendar
भाद्रपद – एक महीने के नाम
शुक्ल पक्ष – चाँदनी पक्ष, चंद्रोदय के रात
पाठशाला – विद्यालय
दफ़्तर – कार्यालय
मोदक – लड्डू
वातावरण – Environment
मूर्ति – प्रतिमा, Statue
आकर्षित – Attracted
सैकड़ों – सौ
कलापूर्ण – Artistic
महाराष्ट्र – एक राज्य का नाम
मूर्तियाँ – प्रतिमाएँ
खूबसूरत – सुंदर
रंगीन – रंग-बिरंगा, Colourful
सौंपना – ससम्मान देना
खंडित – टूटा हुआ
मंजीरे – एक प्रकार का वाद्य यंत्र
घड़ियाल – एक प्रकार का वाद्य यंत्र
स्वरूप – Aspect
वाहन – सवारी
चूहा – मूषक
निर्भर – Depend
सार्वजनिक – सभी के लिए
स्थापना – कायम
फ़ीट – Feet
प्रथा – नियम, परंपरा
प्रचलित – Trend
शैव – शिव को मानने वाले
प्रमुख – मुख्य
देवता – भगवान
संबंध – Relation
शिवपुराण – एक पौराणिक ग्रंथ
सजीव – जीवित
द्वार-रक्षक – Doorkeeper
शंकर – शिव
इंद्र – मधवा, पुरंदर
हाथी – कुंजर
विघ्न-नाशक – संकट को दूर करने वाले
बुद्धिदाता – बुद्धि देने वाले, गणेश
प्रारंभ – आरंभ
पूजन – पूजा
कैलाश – एक पर्वत का नाम
दर्शन – दीदार
अमृत – सुधा, पीयूष
अद्भुत – अनोखा
कार्तिकेय – कार्तिक, संतानम
परिक्रमा – Revolution
शर्त – Condition
श्रद्धा – निष्ठभाव, Homage
भक्ति-भाव – इबादत
पृथ्वी – भू, भूमि, धरा
सर्वप्रथम – सबसे पहले
मज़ेदार – Interesting
चंद्रमा – चाँद
इल्ज़ाम – आरोप
बरबस – जबरदस्ती
रूढ़ि – प्रथा
पौराणिक – पुराण से जुड़ा
शाप – Curse
विनती – प्रार्थना
सूरत – चेहरा, हालत
श्रीकृष्ण – गोपी, मुरारी
स्यमंतक – एक मणि का नाम
मणि – Gem
उत्सव – Celebration
जन्माष्टमी – श्रीकृष्ण का जन्मदिन
विसर्जन – आप्लावन, Immersion
कोंकण – महाराष्ट्र के एक क्षेत्र का नाम
घुँघरू – नूपुर, Ringbell
ताल – लय
लोकगीत – Folksong
धुन – Tap
लय – ताल
ढोलक – एक प्रकार का वाद्य यंत्र
स्मरण – याद
नृत्य – नाच
कार्यक्रम – Programme
सजावट – Decoration
विशाल – बड़ा
हर्ष – खुशी
उल्लास – उमंग
जुलूस – शोभायात्रा, Procession
प्राचीन – पुराना
पालकी – डोली
गुलाल – अबीर
भजन – कीर्तन
दल – समूह
अत: – इसलिए
प्रांत – राज्य
इकठ्ठा – एकत्रित
मराठी – एक भाषा
सांस्कृतिक – Cultural
पाठ में से
प्रश्न 1. ‘गणेश चतुर्थी’ को अन्य किस नाम से पुकारा जाता है?
उत्तर – ‘गणेश चतुर्थी’ को ‘विनायक चतुर्थी’ के नाम से भी पुकारा जाता है।
प्रश्न 2. गणपति को किसका देवता माना गया है? प्रत्येक कार्य से पहले उनका पूजन क्यों किया जाता है?
उत्तर – गणपति को विघ्न-नाशक और बुद्धि का देवता माना जाता है। किसी भी काम को करने में कोई बाधा न आए और हमारी बुद्धि उस काम को सही से करने के लिए प्रेरित हो इसलिए किसी भी काम को करने से पहले गणपति का पूजन किया जाता है।
प्रश्न 3. कार्तिकेय ने पृथ्वी की परिक्रमा की थी लेकिन मोदक गणेश जी को मिला क्यों?
उत्तर – कार्तिकेय ने पृथ्वी की परिक्रमा की थी पर मोदक गणेश जी को मिला क्योंकि उन्होंने पृथ्वी के स्थान पर अपने माता-पिता की परिक्रमा पूरे श्रद्धा से की थी और माता-पिता सारी पृथ्वी से भी महान होते हैं।
प्रश्न 4. ‘रामा’ या ‘बालू’ कौन होते हैं? गणेशोत्सव के दिनों में ये क्या काम करते हैं?
उत्तर – ‘रामा’ या ‘बालू’ महाराष्ट्र के घरों में काम करने वाले लोग होते हैं। गणेशोत्सव के दिनों में घर-घर नाचने आते हैं और यह सिलसिला अनंत चतुर्दशी यानी गणपति विसर्जन के दिन तक चलता रहता है।
प्रश्न 5. जो गणपति का विसर्जन करने नहीं जाते वे क्या करते हैं?
उत्तर – जो गणपति का विसर्जन करने नहीं जाते वे सार्वजनिक गणेशोत्सव की बड़ी मूर्ति के साथ अपने घर की छोटी मूर्ति रख देते हैं और इन्हीं बड़ी मूर्तियों के साथ छोटी-छोटी मूर्तियों का भी विसर्जन हो जाता है।
प्रश्न 6. पाठ के आधार पर नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। सही कथनों के सामने सही (P) का और गलत कथनों के सामने गलत (x) का चिह्न लगाइए। गलत कथन को सही करके दोबारा कॉपी में लिखिए-
(क) गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की मूर्ति को घर लाकर उसकी पूजा की जाती है। सही
(ख) इस अवसर पर विशेष रूप से खीर तैयार की जाती है। गलत
(ग) तिलक के ज़माने से गणेशोत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाने की प्रथा शुरू हुई। सही
(घ) गणपति शैव परिवार का एक प्रमुख देवता है। गलत
शहर में गणेशोत्सव बीस दिन तक चलता है। गलत
(च) अनंत चतुर्दशी को गणपति विसर्जन की तैयारियाँ शुरू होती हैं। सही
(छ) गणपति की पूजा केवल महाराष्ट्र में ही की जाती है। गलत
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. गणपति और कार्तिकेय का वाहन क्या है?
उत्तर – गणपति का वाहन मूषक और कार्तिकेय का वाहन मयूर है।
प्रश्न 2. गणपति की खूबसूरत मूर्तियाँ किन कारीगरों द्वारा बनाई गई?
उत्तर – गणपति की खूबसूरत मूर्तियाँ महाराष्ट्र के पेण नाम की जगह के कारीगरों द्वारा बनाई गईं थीं।
प्रश्न 3. गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा नहीं देखना चाहिए। इसके पीछे किस पौराणिक कथा का उल्लेख किया गया है?
उत्तर – गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा नहीं देखना चाहिए इसके पीछे एक पौराणिक कथा है जिसमें गणपति चूहे पर सवार होकर जल्दबाज़ी में कहीं जा रहे थे और हड़बड़ाहट में नीचे गिर पड़े। यह देखकर चंद्रमा को हँसी आ गई। गणपति चिढ़ गए और उन्होंने चंद्रमा को शाप दे दिया कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखने वाले पर चोरी का आरोप लगेगा।
प्रश्न 4. गणपति का विसर्जन किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर – गणपति का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन पूरे हर्षोल्लास के साथ किया जाता है। विसर्जन के दिन लोग कतार में खड़े होकर लेज़ियम बजाते हैं और भजन-कीर्तन करते हैं। इस जुलूस में गुलाल भी उड़ाया जाता है और ‘गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया, गणपति बप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लौकर या’ के नारे लगाए जाते हैं।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. आप गणेश चतुर्थी का त्योहार कैसे मनाना चाहेंगे?
उत्तर – मैं गणेश चतुर्थी के त्योहार को अपने मोहल्ले वालों के सहयोग से भव्य रूप में मनाना चाहूँगा और साथ ही साथ पौराणिक कथाओं का नाटक-मंचन की भी व्यवस्था करूँगा।
प्रश्न 2. किसी तरह की हानि होने के डर से बच्चों को सरल काम दे दिए जाते हैं। दीपावली के अवसर पर बच्चों को कौन-कौन से काम दिए जा सकते हैं?
उत्तर – दीवाली के समय बच्चों को सूती कपड़े पहनने का काम दिया जा सकता है। पटाखे न जलाने के निर्देश दिए जा सकते हैं। घर की साफ़-सफ़ाई के काम भी दिए जा सकते हैं।
भाषा की बात
1. ध्यानपूर्वक पढ़िए-
• सुबह से बड़े जोर-शोर से तैयारियाँ शुरू हो गईं।
• बाज़ार में बड़ी भीड़-भाड़ थी।
• गाजे-बाजे के साथ मूर्ति घर पर ले आए।
ऊपर लिखे वाक्यों में शब्द युग्मों का प्रयोग हुआ है। जैसे-ज़ोर-शोर, भीड़-भाड़, अब आप नीचे दिए शब्द युग्मों का वाक्य में प्रयोग कीजिए-
(क) ऊबड़-खाबड़ – गाँव के रास्ते ऊबड़-खाबड़ वाले होते हैं।
(ख) अनाप-शनाप – कुछ लोग अनाप-शनाप बकते हैं।
(ग) चाय-वाय – मेहमानों के लिए चाय-वाय का प्रबंध करो।
(घ) झूठ-मूठ – राकेश अधिकतर झूठ-मूठ की बातें करता है।
2. नीचे दिए वाक्यों के सामने उनमें प्रयुक्त अकर्मक-सकर्मक क्रिया लिखिए-
वाक्य
(क) बच्चे चहक रहे थे।
(ख) गणेश चतुर्थी के दिन मोदक बनाए जाते हैं।
(ग) मंजीरे घड़ियाल बच्चों को दे दिए।
(घ) कार्तिकेय को ही मोदक मिलेगा।
वाक्य क्रिया
क. बच्चे चहक रहे थे। चहक रहे थे।
ख़. गणेश चतुर्थी के दिन मोदक बनाए जाते हैं। बनाए जाते हैं
ग. मंजीरे घड़ियाल बच्चों को दे दिए। दे दिए।
घ. कार्तिकेय को ही मोदक मिलेगा। मिलेगा।
3. नीचे दिए गए शब्दों के अर्थ शब्द-कोश में से ढूँढकर लिखिए। साथ ही इन शब्दों को शब्द – कोश के क्रमानुसार लिखिए-
विनायक, निर्भर, सार्वजनिक, रक्षक, अर्पण, परिक्रमा, पौराणिक, सर्वप्रथम, प्रथा, स्मरण।
अर्पण – भेंट
निर्भर – आश्रित
परिक्रमा – चक्कर लगाना
पौराणिक – पुराण से संबंधित
प्रथा – नियम
रक्षक – रक्षा करने वाला
विनायक – गणेश
सर्वप्रथम – सबसे पहले
सार्वजनिक – सभी के लिए
स्मरण – याद
जीवन मूल्य
प्रश्न 1. द्वार रक्षक ने अपना कर्त्तव्य पूरी तरह निभाना चाहा तो उसे हानि उठानी पड़ी। आप अपने कौन-कौन से कर्त्तव्य मानते हैं? उन्हें किस तरह पूरा करते हैं?
उत्तर – मैं अपनी पढ़ाई-लिखाई, अनुशासन पालन और आदर्श पुत्र होने को अपना कर्त्तव्य मानता हूँ और इनका निर्वाह मैं पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करता हूँ।
प्रश्न 2. माता – पिता की परिक्रमा पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा के बराबर है और माता – पिता का स्थान ईश्वर से भी बड़ा है। क्या आप भी गणेश जी की तरह अपने माता-पिता को सर्वोच्च महत्त्व देते हैं? किस तरह?
उत्तर – मैं अपने माता-पिता को सर्वोच्च स्थान देता हूँ क्योंकि आज मेरा अस्तित्व उन्हीं की देन है। मैं चाह कर भी कभी भी अपने माता-पिता के ऋण से मुक्त नहीं हो पाऊँगा इसलिए मैं उनकी हर बात मानता हूँ और उनके द्वारा निर्देशित कार्यों को पूरा करता हूँ।
प्रश्न 3. आपको कौन-सा त्योहार अच्छा लगता है और उससे आपको क्या प्रेरणा मिलती है? यह भी बताइए कि आप उसे किस प्रकार मनाते हैं?
उत्तर – मुझे सरस्वती पूजा बहुत अच्छी लगती है क्योंकि इस दिन हम विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा करते हैं और यह प्रार्थना करते हैं कि हमें विद्या रूपी अमूल्य धन से संवर्धित करें।
कुछ करने के लिए
आपने कक्षा छठी में त्योहार से जुड़ा पाठ पढ़ा है। उस पाठ और इस पाठ में काही गई बातों के आधार पर त्योहारों के बारे में क्या-क्या बता सकते हैं?
त्योहार विशेषताएँ
होली रंगों का प्रयोग
दीपावली दीपों का प्रज्वलन
दुर्गापूजा मेलें
नुआखाई गाय-बैलों की पूजा
अभ्यास सागर
पाठ – 19
गणेशोत्सव
विराम चिह्न
1.
2.
3.
केवल समझने के लिए।
4.
क. सही þ
ख. सही þ
ग. सही þ
घ. सही þ
ङ गलत. ý
च. गलत. ý
छ. सही þ
ज. सही þ
झ. सही þ
5.
क. क्या आपने पत्रिका पढ़ ली?
ख. हाय! मेरो तो जान निकल गई।
ग. भारत एक महान देश है।
घ. बच्चों को चॉकलेट, आइसक्रीम और टॉफी बहुत पसंद है।
ङ. चारु रात–दिन पढ़ती रहती है।
6.
क. ‘रामचरितमानस’ तुलसीदास जी ने लिखी है।
ख. छोटी–बड़ी देखने में सुंदर, कलापूर्ण मूर्तियाँ रखी हैं।
ग. घरों में काम करने वाले ‘रामा’ या ‘बालू’ घर–घर नाचने आते हैं।
घ. छि! कितना गंदा पानी है।
ङ. रमा ने कहा, “मैं कल फ़िल्म देखने गई थी।”
7.
क. समाचार पत्रों में ‘दैनिक जागरण’ बहुत प्रसिद्ध है।
ख. गांधीजी ने कहा था, “अहिंसा परमो धर्म।”
ग. अरे! तुम यहाँ कैसे?
घ. तुम्हारा घर कहाँ है?
ङ. मुझे देश–विदेश की यात्राएँ करना बहुत पसंद है।
8.
क. मूर्तियाँ
ख. घरों में
ग. दिशाएँ
घ. तैयारियाँ
ङ. प्रांतों में
च. बैलगाड़ियाँ
9.
क. तीन चित्र
ख. छोटे बच्चे
ग. सैकड़ों मूर्तियाँ
घ. फटी-पुरानी कॉपियाँ
ङ. विशाल मेले
10.
क. आमतौर पर छुट्टी के दिन सारे काम देर से होते हैं।
ख. क्या तुम्हें यह सवाल आता है?
ग. मूर्ति लेने के बाद उसे रंगीन पटरे पर रखा गया।
घ. डाकिये ने चिट्ठी पढ़कर सुनाई।
ङ. नानाजी सभी बच्चों को कहानियाँ सुनाना चाहते थे।
11. पत्र लेखन
दिनांक – 00/00/0000
सेवा में
प्रधानाचार्या महोदया
डीएवी पब्लिक स्कूल,
बरियातु रोड, राँची
विषय – चार दिनों की छुट्टी हेतु
महाशया
सविनय निवेदन यह है कि मैं, राकेश गुप्ता, कक्षा सातवीं ‘अ’ का एक अनुशासित छात्र हूँ। मैं गणेश पूजा के शुभ अवसर पर अपने दादा-दादी के पास पुणे जाना चाहता हूँ, इस हेतु मुझे दिनांक -00/00/0000 – 00/00/0000 तक की छुट्टी चाहिए। मैं आपको आश्वस्त करता हूँ कि स्कूल में उपस्थित होने के दो दिनों के अंदर सारे विषयों की कॉपियाँ अद्यतन कर लूँगा। कृपया मेरी अर्जी स्वीकार करें।
सधन्यवाद !
आपका आज्ञाकारी छात्र
राकेश गुप्ता
कक्षा – सातवीं ‘अ’
अनुक्रमांक – 13