शब्दार्थ
सहेली – सखी
व्यवहार – Behaviour
गुण – Quality
प्रशंसा – तारीफ़
तारीफ़ – बड़ाई
लाडली – दुलारी, प्यारी
होनहार – मेधावी
मुसकान – स्मित, Smile
अंडाकार – Egg Shape
मोहक – मोहने वाला
पोशाक – वस्त्र, अंबर
आकर्षक – Attractive
पैबंद – फटे कपड़े को सीने का एक तरीका
गरीबी – दरिद्रता, Poverty
चूड़ियाँ – Bangles
आदिवासी – Aboriginal
विवेक – बुद्धि
हरदम – हमेशा
मौका – अवसर
ताक – तलाश
मवेशी – Cattle
फर्लांग – 40 पोल(1 पोल= 5.5 गज़)
बरगद – Banyan
उपेक्षा – Underestimate
प्राण सूखना – मुहावरा – डर जाना
फ़ीट – Feet
लंबा – Long
चीख – चीत्कार
घिग्घी बँधना – मुहावरा – डर से आवाज़ का बंद होना
भय – डर
दृश्य – Scene
अजगर – Python
पलक – Eyelid
घुटना – Knee
कुंडली – सर्पिल, पेंचदार, घुमावदार
सख्त – कड़ा
हड्डी – अस्थि
पंजा – Paw
एकदम – पूरा
झटकारने – झटके से दूर करना
तिलमिलाना – क्रोधित होना
हिम्मत – साहस
निर्भीकता – बिना डर के
वार – हमला
लाठी – सोंटा, Blackjack
ज़हर – विष
शांत – Calm
मदद – Help
दैत्य – राक्षस
निश्चय – तय
जबड़ा – Jaw
साधारण – सामान्य
टकटकी लगाना – मुहावरा – लगातार देखना
खून – लहू
दाँत भींचना – मुहावरा – पूरी ताकत लगाना
हैरान – चकित
माथा – ललाट, Forehead
पसीना – स्वेद, Sweat
क्षण – पल, Moment
बहादुरी – वीरता, Braveness
ताकत – बल
मुक्त – आज़ाद
दबाव – Pressure
ज़ोर – बल, Thrust
शिकार – Prey
सामना – मुक़ाबला, डटना, Cope
व्यर्थ – फिजूल
शक्ति – ताकत
शिथिल – शांत
छाती – सीना, Chest
निगलना – गटकना, Swallow
अद्भुत – निराला
बिजली – दामिनी
खतरा – संकट, विपद, Danger
हाँफना – लंबी-लंबी साँसें लेना
होंठ – अधर
धैर्य – धीरज, Patience
भेंट – उपहार
माला – हार
स्नेह – प्रेम
सुखद – सुख देने वाला
स्वर – आवाज़
पाठ में से
प्रश्न 1. सयाल को सब क्यों पसंद करते थे?
उत्तर – सयाल एक प्यारी लड़की थी। उसकी मुस्कान अच्छी होने के साथ साथ वह पढ़ाई-लिखाई में होनहार, घरेलू काम-काज में दक्ष और व्यवहार में कुशल थी, जिस वजह से सभी उसे पसंद करते थे।
प्रश्न 2. साँप द्वारा पकड़े जाने पर निर्मला को क्या लगा?
उत्तर – साँप के द्वारा पकड़े जाने पर निर्मला को लगा कि अब वह निश्चय ही मर जाएगी।
प्रश्न 3. साँप पर हमला किसने और कैसे किया?
उत्तर – साँप पर हमला सयाल ने लाठी के वार से किया।
प्रश्न 4. निर्मला ने स्वयं को बचते देख और सयाल को अजगर का शिकार करते देख क्या सोचा?
उत्तर – निर्मला ने स्वयं को बचते देख और सयाल को अजगर का शिकार करते देख मन ही मन यह सोचने लगी कि मैं व्यर्थ में ही सयाल से चिढ़ा करती थी। आज अगर यह नहीं होती तो अजगर रूपी दैत्य मुझे खा ही जाता।
प्रश्न 5. रिक्त स्थान भरिए-
(क) सयाल के पिता का नाम ______ था।
ख) कुछ फर्लांग की दूरी पार करने के बाद निर्मला ______ की ओर मुड़ गई।
(ग) निर्मला ने भी अपनी पीड़ा को सहने के लिए ______ बटोरा।
(घ) एक क्षण के लिए सयाल बिलकुल ______ हो गई।
(ङ) निर्मला ने सयाल से कहा कि अगर वह न होती तो साँप उसे ______ डालता।
उत्तर – क. लहनू भाई भोया
उत्तर – ख. जंगल
उत्तर – ग. साहस
उत्तर – घ. जड़
उत्तर – ङ. मार
प्रश्न 6. पाठ के आधार पर नीचे कुछ वाक्य दिए गए हैं। कहानी की घटनाओं के अनुसार उनके आगे क्रम संख्या लिखिए-
अचानक यह फुफकार सुनकर निर्मला के प्राण सूख गए। 3
निर्मला खुशी से उछल पड़ी और मवेशियों को हाँकते हुए गाँव के धूल भरे रास्ते पर चल पड़ी। 1
अचानक साँप पर किसी ने लाठी से वार किया। 4
साँप सयाल को निगलना चाहता था। 5
गायों की घंटियों की आवाज़ सुनकर सयाल ने इधर-उधर देखा। 2
बातचीत के लिए
प्रश्न 1. सयाल के काँपते कंधे क्या बता रहे थे?
उत्तर – सयाल के काँपते कंधे यह बता रहे थे कि अजगर से लड़ते-लड़ते उसकी शक्ति भी कम पड़ने लगी थी।
प्रश्न 2. सयाल ने निर्मला को भाग जाने के लिए क्यों कहा?
उत्तर – सयाल ने निर्मला को भाग जाने के लिए कहा क्योंकि वह निर्मला की जान बचाना चाहती थी और उसके मन में यह बात भी होगी कि निर्मला जल्दी से जाए और मदद लेकर आए ताकि अजगर को मारा जा सके।
प्रश्न 3. आपको स्कूल में क्या-क्या अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर – मुझे स्कूल में साहित्य पढ़ना और चित्रकारी करना बहुत अच्छा लगता है क्योंकि साहित्य में मुझे अनेकानेक नैतिकता और समाज से जुड़ी बातें सीखने को मिलती हैं और चित्रकारी में मैं अपने भावों को साकार रूप प्रदान करता हूँ।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. सयाल निर्मला की सहायता न करती तो क्या होता?
उत्तर – सयाल निर्मला की सहायता न करती तो अजगर निर्मला को अपना भोजन बना लेता और मानवता फिर से एक बार कलंकित हो जाती।
प्रश्न 2. निर्मला को खेतों में जाना क्यों अच्छा लगता होगा?
उत्तर – निर्मला को खेतों में जाना अच्छा लगता होगा क्योंकि खेतों में जाने से उसे पढ़ाई नहीं करनी पड़ती होगी और वह खेल-कूद और पेड़ों से फल तोड़कर खाने में समय बिताती होगी।
प्रश्न 3. यदि आप निर्मला की तरह किसी मुसीबत में फँस जाएँगे, तो आप क्या करेंगे?
उत्तर – यदि मैं निर्मला की तरह किसी मुसीबत में फँस जाऊँगा तो अपने स्तर पर पहले समस्या से बाहर निकलने की कोशिश करूँगा और अगर ऐसा नहीं हुआ तो किसी विश्वसनीय व्यक्ति से मदद लूँगा।
भाषा की बात
प्रश्न 1. पाठ में से नीचे दिए गए शब्दों के समान अर्थ वाले शब्द ढूँढकर लिखिए-
क. राक्षस – दैत्य ग. अश्रु – आँसू
ख. साहस – हिम्मत घ. विचित्र – अनोखा
प्रश्न 2. नीचे लिखे विशेषण शब्दों को शब्द-कोश के क्रमानुसार लिखिए-
चमक, वीर, छोटी, पतली, मोहक, अंडाकार, ऊँची, एक, भयानक, पहली।
अंडाकार
ऊँची
एक
चमक
छोटी
पतली
पहली
भयानक
मोहक
वीर
प्रश्न 3. पाठ में आए कोई तीन मुहावरे छाँटकर लिखिए व उनके अर्थ भी लिखिए-
क. मुहावरा – घिग्घी बँधना
अर्थ – डर से आवाज़ का बंद होना
ख. मुहावरा – टकटकी लगाना
अर्थ – लगातार देखना
ग. मुहावरा – प्राण सूखना
अर्थ – डर जाना
जीवन मूल्य
• निर्मला और सयाल दोनों मित्र थीं।
प्रश्न 1. क्या सयाल ने निर्मला से मित्रता निभाई? कैसे?
उत्तर – हाँ, सयाल ने निर्मला से सच्ची मित्रता निभाने के लिए उसके प्राणों की रक्षा करने हेतु अपने प्राणों को संकट में डाल दिया।
प्रश्न 2. आप अपने मित्रों में कौन-कौन से गुण देखना चाहेंगे और क्यों?
उत्तर – मैं अपने मित्रों में सदाचार, आत्मीयता, कर्त्तव्यनिष्ठा और सच्चाई जैसे गुणों को देखना चाहूँगा क्योंकि इन सारे गुणों से ही सच्चे मित्र की पहचान होती है।
कुछ करने के लिए
1. अभिनय द्वारा अपने चेहरे से दिए गए भावों को अभिव्यक्त कीजिए-
(क) गुस्से से छटपटाना
(ख) टकटकी लगाकर देखना
(ग) भयभीत होना
(घ) कुढ़ना
(ङ) रुआँसा होना
(च) खुश होना
उत्तर – शिक्षक के दिशानिर्देश में छात्र करेंगे।
2. अगर निर्मला पर हाथी ने हमला किया होता तो सयाल उसे कैसे बचाती? अपनी कल्पना से कहानी बनाइए और कक्षा में सुनाइए ।
उत्तर – शिक्षक के दिशानिर्देश में छात्र करेंगे।
अभ्यास सागर
पाठ – 3
निर्मला, साँप और सयाल
संज्ञा व भेद
1.
सयाल पिता खुशी
मुसकान बहादुरी लहनू भाई भोया
झोंपड़ी माँ निर्मला
2.
व्यक्तिवाचक सयाल निर्मला लहनू भाई भोया
जातिवाचक पिता माँ झोंपड़ी
भाववाचक बहादुरी मुसकान खुशी
3.
गुण, संज्ञा
4.
क. सयाल, निर्मला
ख. दिल्ली, भारत
ग. ताजमहल
घ. गंगा, गंगोत्री
ङ. रीना, पूजा, सीमा
5.
क. जंगल
ख. साँप
ग. पेड़ों, फल
घ. देश, नागरिक
ङ. बच्चे
6.
क. विनम्रता
ख. शांति, दया, प्रेम
ग. चढ़ाई
घ. खुशी
ङ. अहिंसा
7.
क. अमीरी
ख. बुराई
ग. लंबाई
घ. बचपन
ङ. लड़कपन
च. क्रोध
छ. दया
ज. गरीबी
8.
क. शहर – पूना, आगरा
ख. लड़का – अभिजीत सावंत, रूपेश बने
ग. पुस्तक – रामायण, महाभारत
घ. नदी – गंगा, महानदी
ङ. पर्वत – एवरेस्ट, हिमालय
च. नेता – सुभाष चंद्र बोस, अटल बिहारी बाजपेयी
9.
क. शीला, राधिका – लड़की
ख. हिंदी, तमिल – भाषा
ग. भारत, चीन – देश
घ. पंजाब, केरल – राज्य
ङ. बबूल, पीपल – पेड़
च. रामायण, किताब – ग्रंथ
10.
क. वीरता – छत्रपति शिवाजी की वीरता युगों-युगों तक याद की जाएगी।
ख. सुनील – सुनील एक ईमानदार बालक है।
ग. बच्चे – बच्चे देश के भविष्य होते हैं।
घ. कलम – मेरे मित्र ने उपहार में मुझे एक कलम दी।
ङ. भीड़ – रविवार के दिन सदर बाज़ार में बहुत भीड़ होती है।
11.
क. दैत्याकार – दैत्य के आकार-प्रकार वाला
ख. सुखद – सुख देने वाला
ग. आकर्षक – मनोहर, प्रभावित या मोहित करने वाला
घ. अद्भुत – अनोखा
12.
क. कपड़ा – वस्त्र, अंबर
ख. साँप – व्याल, अहि
ग. दैत्य – असुर, राक्षस
घ. आँख – लोचन, दृग
13.
क. कृतज्ञ
ख. बहुमूल्य
ग. धैर्यवान
घ. निर्भय
ङ. मधुरभाषी
14.
क. शेर को देखकर नेहा के प्राण सूखने लगे।
ख. सुहासिनी हमेशा निन्यानवे के फेर में पड़ी रहती है।
ग. जब मोहन की कलई खुली तब वह बहुत शर्मिंदा हुआ।
घ. अजगर को देखकर शिवानी की घिग्घी बँध गई।
ङ. मुक्ता ने कक्षा में प्रथम आने के लिए कमर कस ली।
च. गणित के सवाल हल करना तो मेरे बाएँ हाथ का खेल है।
15.
उस दिन शाम का समय था जब यह घटना घटी। मैं अपने कमरे में पढ़ाई कर रहा था। मुझे कुछ अजीब आवाज़ें सुनाई दीं। पहले तो मैंने इसे अपने मन का बहम सोचकर नज़रअंदाज़ कर दिया पर जब कदमों की आहटें भी सुनाई देने लगीं तब मैंने सोचा कि दाल में ज़रूर कुछ काला है। मैं चुपके से अपने कमरे से बाहर निकला और देखा कि दो सेंधमार अंदर घुसे हुए हैं। शायद उन्हें इस बात का पता चल गया था कि आज मेरा सारा परिवार एक शादी पार्टी में जानेवाला है। मैंने बिना धीरज खोए उनकी गतिविधियों पर नज़र रखी और मौका मिलते ही नज़दीकी पुलिस स्टेशन में फोन कर दिया। जब घर में पुलिस ने अचानक धावा मार दिया तो सेंधमार घबरा गए और भागने लगे। पुलिस ने मुस्तैदी दिखाई और एक चोर को धर दबोचा पर दूसरा चोर भाग निकलने में सफल रहा। अगले दिन यह खबर अखबार में छपी और टाउन हॉल में एक सभा के दौरान मुझे मेरी बहादुरी के लिए पुरस्कार भी मिला।