DAV Solution, Class 7, Gyan Abhyas Sagar Chapter – 5, Raju Ka Sapna राजू का सपना

मकान – घर

पर्वतीय – Hilly

प्रदेश – प्रांत

निर्मल – शुद्ध

जल – नीर, अंबु

धारा – Flow

चिनार – एक वृक्ष, Sycamore

घने – Dense

वृक्ष – पेड़, तरु

सुगंध – खुशबू

कोहरा – कुहासा, Fog

प्रतीत – आभास

परी – Angle

पुष्प – प्रसून, फूल

बादल – मेघ

वातावरण – Environment

व्यतीत – बीतना

पश्चात् – के बाद

करुण-कथा – दुख भरी कहानी

उद्यान – उपवन

दया – करुणा, Mercy

याचना – गुजारिश

कूड़ा – कचड़ा

ढेर – Dump

अतिरिक्त – के अलावा

वस्त्र – परिधान

व्यापार – वाणिज्य, Business

मुनीम – मुंशी

वृद्ध – बूढ़ा

सपरिवार – परिवार के साथ

बगीचा – उद्यान

स्वच्छ – निर्मल

शोर – Noise

भीड़ – Crowd

हरियाली – Greenery

उदास – मायूस

सहनशील – बर्दाश्त करने वाला

स्थिति – Condition

बालक – लड़का

शीघ्र – जल्दी

दाखिला – प्रवेश, Admission

सूख – शुष्क, Dry

सुख – Happy

प्रिय – प्यारा, Dear

यथा – जैसा

उत्तर – जवाब

कोयल – Cuckoo

प्रसन्न – खुश

सहपाठी – Classmate

विषय – Topic

हृदय – दिल

स्वभाव – Nature

वनस्पति – उद्भिज

वेग – गति, Velocity

ऋतु – मौसम

सद्भाव – माधुर्य, Amiableness

सपना – स्वप्न

भिन्न – अलग

छाया – Shadow

शीतल – ठंडा

वसंत – Spring

जगत – दुनिया

घोंसला – नीड़, Nest

शाखा – डाल, Branch

दुर्व्यवहार – ill treatment

रौंदना – Ruined

तना – Trunk

प्राण – जीवन

सींचना – Irrigation

प्रात: – सुबह

प्रार्थना – Prayer

माली – Gardener

काका – पिताजी

व्यतीत – बीतना

खुशी से झूम उठना – मुहावरा – बहुत खुश होना

बधाई – मुबारक, Congratulation

सुंदर – अभिराम

कार्य – काम

उपहार – भेंट

पाठ – 5

राजू का सपना

पत्र  लेखन

दिनांक – 12/07/20xx

सेवा में

श्रीमान स्वास्थ्य अधिकारी

राउरकेला नगरपालिका

राउरकेला

विषय – हमारे क्षेत्र में बढ़ती गंदगी के संदर्भ में

महोदय 

पनपोष क्षेत्र का एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए मैं आपका ध्यान अपने इलाके में बढ़ती गंदगी और इसके कुप्रभाव की तरफ़ आकर्षित करना चाहता हूँ। हमारे इलाके का जमादार कितने हफ्तों से काम पर नहीं आया है जिसका नतीजा आप जान ही गए हैं। अगर वह जमादार आता भी है तो केवल अपनी उपस्थिति दर्ज़ करके चला जाता है, अर्थात वह कचरा भी सही से नहीं उठाता है। जब हम लोगों ने इसकी शिकायत की तो अगले दिन वह शराब पीकर आया और अंट-शंट बकने लगा। इतना ही नहीं गंदगी की वजह से बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना हुआ है।

अतः, आपसे अनुरोध है कि मामले की गंभीरता को समझते हुए यथाशीघ्र कदम उठाएँ।

सध्यन्यवाद !

भवदीय

राकेश गुप्ता

पनपोष बस्ती

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