DAV Solution, Class 7, Gyan Abhyas Sagar Chapter – 8, Everest Ki Chunouti एवरेस्ट की चुनौती

एवरेस्ट – Everest  

संसार – विश्व

पर्वत – गिरि

शिखर – Summit

तिब्बत – एक देश का नाम, Tibet

सर्वेक्षण – Survey

दल – टोली, Team

सर्वोच्च – सबसे ऊँचा

पर्वतारोही – Mountaineer

अज्ञात – जिसका पता न हो, Anonymous

भाग – हिस्सा, भागना

प्रयास – कोशिश

सर्वप्रथम – सबसे पहले

शेरपा – नेपाली मज़दूर

सफलता – कामयाबी, Success

आधार-शिविर – Base Camp

सहायता – मदद

करीब-करीब – आस-पास

करवट – Turn

तंबू – शिविर, Camp

स्थानाभाव – स्थान+अभाव, स्थान का अभाव

पाँत – पंक्ति

ऑक्सीजन – आम्लजन, Oxygen

चट्टान – Reef

पत्थर – प्रस्तर

टकराना – टक्कर

शाम – संध्या

अभियान – मुहिम, Campaign

सिलेंडर – Cylinder

बीमार – रोगी

शामिल – सम्मिलित

अंतिम – आखिरी, Last

इस्तेमाल – प्रयोग

सँकरा – Narrow

चिमनी – Chimney

दक्षिण – South

कुशलता – Skill

कदम – Step

थर्राना – काँपना

ग़ार – गड्ढा

बाधा – रुकावट

परिचित – Familiar

खतरनाक – भयंकर, Danger

समस्या – मुश्किल

चिकनी – Slippery

कुल्हाड़ी – Axe

संतुलित – Balanced

चबूतरे – मचान, Dias  

सुस्ताना – आराम करना

ढलान – Downhill 

संघर्ष – युद्ध

साबित – Prove

मेहराब – गुंबद, Arch

मुखपटों – Facemask

प्रसन्नता – खुश

तिरंगा – भारत का झंडा

निशानी – चिह्न, Sign

पठार – Plateau

धुंध – कोहरा, Mist

अविस्मरणीय – Unforgettable

भावना – Feeling

प्रमुख – मुख्य

विनय – विनती

दुर्गा – शेरावाली, अंबे

फ़ोटो – छायाचित्र

लोकेट – Locket

आरंभिक – प्राथमिक, Preliminary

वक़्त – समय

प्रणाम – नमस्कार

प्रश्न 1. संसार के सबसे ऊँचे पर्वत शिखर को किस-किस नाम से पुकारा जाता है?

उत्तर – संसार के सबसे ऊँचे पर्वत शिखर को ‘एवरेस्ट’ के नाम से पुकारा जाता है। एवरेस्ट को तिब्बती भाषा में ‘चौमोलुंगमा’ और नेपाली भाषा में ‘सगरमाथा’ के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 2. लेखक को साँस लेने में कठिनाई क्यों होने लगी?

उत्तर – लेखक को साँस लेने में कठिनाई हो रही थी क्योंकि बूटों में लगे कील की वजह से ऑक्सीज़न के सिलेंडर की नली में छेद हो गई थे और ऑक्सीज़न कहीं और से निकल जा रहा था।

प्रश्न 3. ‘हिलेरी की चिमनी’ लेखक के लिए चिंता का विषय क्यों थी?

उत्तर – ‘हिलेरी की चिमनी’ लेखक के लिए चिंता का विषय था क्योंकि यह चट्टान और बर्फ़ के ढेर के बीच 13 मीटर ऊँची  खड़ी है। अत्यधिक चिकनी होने के कारण इसपर हाथ या पैर जमाने की कोई जगह नहीं है और इसे पार करने के बाद ही  शिखर पर पहुँचा जा सकता है।

प्रश्न 4. लक्ष्य तक पहुँचते-पहुँचते लेखक को क्यों लगा कि चढ़ाई कभी ख़त्म नहीं होगी?

उत्तर – हिलेरी की चिमनी पार करने के बाद भी कम ढलान वाली पहाड़ी पार करने में बहुत समय और संघर्ष करना पड़ रहा था। साँस लेना पहले से ज़्यादा मुश्किल हो गया था और हर बढ़ता कदम थका देने वाला साबित हो रहा था इस वजह से लक्ष्य तक पहुँचते-पहुँचते लेखक को लगने लगा कि चढ़ाई कभी खत्म नहीं होगी।

प्रश्न 5. एवरेस्ट शिखर पर चढ़कर उन्होंने क्या- क्या देखा?

उत्तर – एवरेस्ट की शिखर पर पहुँचकर पर्वतारोहियों ने पिछले दल द्वारा गाड़ा हुआ तिरंगा झंडा देखा, उत्तर की ओर तिब्बती पठार पर नज़र डाली, दक्षिण की ओर भारत के मैदान की तरफ़ देखा। उन्होंने आइने की तरह चमकता और सवेरे की धुंध में तैरता ‘थ्यांगबोचे मठ’ भी देखा। 

प्रश्न 6. उचित विकल्प पर सही (P) का निशान लगाइए-

(क) कैंप 4 के तंबू एक पाँत में लगाए थे क्योंकि-

स्थानाभाव था।

बर्फ़ पिघल रही थी।

चौड़ा स्थान था।

ऑक्सीजन की कमी न लगे।

उत्तर – स्थानाभाव था।  

(ख) एवरेस्ट का शिखर ऐसे लग रहा था मानो –

बर्फ़ की नदी हो।

शांत मैदानी क्षेत्र हो।

एक छोटी सफ़ेद घुमावदार मेहराब – सी हो।

एक सुरंग हो।

उत्तर – एक छोटी सफ़ेद घुमावदार मेहराब-सी हो। 

(ग) एवरेस्ट की चोटी पर पहुँचकर सभी प्रसन्न थे, क्योंकि –

अब सभी की समस्याएँ ख़त्म हो गई थीं।

वे आराम करना चाहते थे ।

संसार के सर्वोच्च पर्वत-शिखर पर पहुँचकर उन्हें गर्व का अनुभव हो रहा था।

अब उन्हें और चढ़ाई नहीं करनी थी । उत्तर – अब उन्हें और चढ़ाई नहीं करनी थी।

प्रश्न 1. अनेक कठिनाइयों का सामना करने के बाद एवरेस्ट शिखर पर पहुँचकर लेखक और उसके साथियों ने क्या किया?

उत्तर – अनेक कठिनाइयों का सामना करने के बाद एवरेस्ट शिखर पर पहुँचकर लेखक और उसके साथियों ने एक दूसरे को बधाइयाँ दीं और ज़ोर-ज़ोर से एक दूसरे की पीठ ठोंकने लगे। चारों तरफ़ के दृश्य को देखने के लिए उन्होंने नज़रें दौड़ाईं। तिरंगा झंडा लहराया और भगवान की पूजा-अर्चना भी की। इसके उन्होंने बाद फ़ोटो खींचना शुरू किया।

प्रश्न 2. एवरेस्ट की चढ़ाई करने के लिए एक रस्से में बँधना क्यों ज़रूरी होता होगा?

उत्तर – एवरेस्ट की चढ़ाई करने के लिए एक-दूसरे को रस्से में बाँधना ज़रूरी होता है क्योंकि ऐसे में सब साथ रहते हैं और किसी एक के फिसलने या गिरने पर दूसरे पर्वतारोहियों के बल से उन्हें बचाया जा सकता है।    

प्रश्न 3. एवरेस्ट पर चढ़ाई करना बहुत मुश्किल है। आपको कौन-कौन से काम मुश्किल लगते हैं और क्यों?

उत्तर – एवरेस्ट की चढ़ाई करना बहुत मुश्किल है पर मुझे इससे भी ज़्यादा मुश्किल अपनी बुरी आदतों को सुधारना लगता है।  इसके अलावा गणित के सूत्रों को याद कर उनका प्रयोग करना भी मेरे लिए बहुत मुश्किल काम है। 

प्रश्न 4. कोई ऐसी घटना बताइए जब आप अपनी खुशी न छुपा पाए हों।

उत्तर – जब कक्षा सातवीं में मैं पूरे विद्यालय में अधिकतम अंक प्राप्त किया था तब चाहकर भी मैं अपनी खुशी को छिपा नहीं पा रहा था।

प्रश्न 1. कल्पना कीजिए कि आप एवरेस्ट शिखर पर पहुँच गए हैं, तो आप वहाँ पर क्या करेंगे?

उत्तर – यदि मैं एवरेस्ट शिखर पर पहुँच जाऊँ तो सबसे पहले मैं अपने ईश्वर की आराधना करूँगा, अपनी ढेर सारी सेल्फ़ी लूँगा, हो सके तो उसे सोशल मीडिया एप्लिकेशन पर पोस्ट करूँगा और अपने आगे के आरोहण की तैयारी भी करूँगा।         

प्रश्न 2. यदि आपका चुनाव अंतरिक्ष यात्रा के लिए हो जाता है, तो आप कौन-से ग्रह पर जाना पसंद करेंगे और क्यों?

उत्तर – यदि मेरा चुनाव अंतरिक्ष यात्रा के लिए हो जाता तो सबसे पहले मैं अपने आपको भाग्यशाली मानता और मंगल (Mars) ग्रह  पर जाने की इच्छा रखता क्योंकि लोग जीवन में मंगल ढूँढ़ते हैं मैं मंगल में जीवन ढूँढ़ता और अपने आपको अमर कर लेता। 

प्रश्न 1. दिए गए शब्दों को ध्यान से पढ़िए-

ऊँचाई, कठिनाई, चढ़ाई, कुशलता, प्रसन्नता, निराशा, गर्व, सहायता

पाठ में आए यह शब्द भाववाचक संज्ञा के उदाहरण हैं।

ऐसे ही कोई तीन शब्द और लिखिए-

(क) बचपन

(ख) बुढ़ापा

(ग) खुशी

प्रश्न 2. नीचे दिए गए युग्म शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए-

क. करीब-करीब- मैं करीब-करीब आपकी बात समझ गया हूँ।

ख. एक-दूसरे- हमें एक-दूसरे का साथ देना चाहिए।       

ग. रोम-रोम- खुशी के कारण मेरा रोम-रोमपुलकित हो गया।

घ. इधर-उधर- चलते वक्त इधर-उधर भी नज़रें दौड़ानी                   चाहिए।

प्रश्न 3. दिए गए शब्दों में से उपसर्ग और मूल शब्दों को अलग-अलग करके लिखिए-

शब्द                 उपसर्ग            मूल शब्द 

क. प्रमुख                 प्र        +        मुख

ख. निराशा                निर्      +        आशा

ग. सतर्क                 स       +        तर्क

घ. उपयोग                उप      +        योग

ङ. अज्ञात             अ       +        ज्ञात

• संसार को इस छत पर खड़े होकर और अपने नीचे मीलों दूर तक देखते हुए मेरे मन में जो भावनाएँ उठीं, उनमें सबसे प्रमुख भावना विनय की थी।

प्रश्न 1. एवरेस्ट की चोटी पर खड़े होकर लेखक को किस जीवन-मूल्य का ख्याल आया और क्यों?

उत्तर – दुनिया की सबसे ऊँची चोटी एवरेस्ट पर खड़े होकर भी लेखक को गर्व का अनुभव नहीं हुआ उसने विनीत भाव से ईश्वर की उपासना की। अपने दोस्तों से खुशियाँ बाँटी और देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होकर तिरंगा लहराया। इन सब जीवन-मूल्यों का ख़्याल लेखक को आया क्योंकि वे एक चिंतनशील व्यक्ति थे।  

प्रश्न 2. लेखक की एवरेस्ट यात्रा पढ़कर हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

उत्तर – लेखक की एवरेस्ट यात्रा पढ़कर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि मनुष्य के दृढ़-संकल्प के आगे कठिन से कठिन लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।    

प्रश्न 1. संसार की पाँच ऊँची चोटियों के नाम खोजिए। अब इन्हें इनकी ऊँचाई के अनुसार घटते क्रम में दी गई तालिका में लिखिए-

चोटी का नाम     कहाँ स्थित है           ऊँचाई

एवरेस्ट          नेपाल, तिब्बत           8848 मीटर

काराकोरम        पाकिस्तान,चीन          8611 मीटर

कंचनजंगा        नेपाल, तिब्बत           8536 मीटर

लोहत्से           नेपाल, तिब्बत           8516 मीटर

एंडीज़            अर्जेन्टीना               6908 मीटर  

प्रश्न 2. एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई करने के लिए जिस-जिस सामान की आवश्यकता होती है, उसकी एक सूची बनाइए ।

उत्तर – एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई करने के लिए रस्सी, अल्युमीनियम की सीढ़ियाँ, कील लगे जूते, ऑक्सीज़न थैली, छुरी, कुल्हाड़ी, विशेष पोशाक आदि की आवश्यकता पड़ती है।

प्रश्न 3. पता कीजिए कि कौन – कौन सा भारतीय एवरेस्ट शिखर पर पहुँच चुका है?

उत्तर – प्रेमलता अग्रवाल, एचपीएस अहलूवालिया, अवतार सिंह चीमा, कल्पना दाश आदि भारतीय पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई की है।

पाठ – 8

एवरेस्ट की चुनौती

विशेषण व भेद

 1.

क. सख़्त

ख. काली

ग. बड़े-बड़े

घ. तीखी

ङ. ठंडी

च.     गहरे

छ. सँकरी

2.

क. चट्टानें

ख. चट्टानें  

ग. पत्थर

घ. पहाड़ी

ङ. हवा

च.     ढाल

छ. पहाड़ी

3.

संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण 

विशेषता, विशेष्य

4.

क. सर्वोच्च      पर्वत-शिखर

ख. बारह        शेरपा

ग. काली        चट्टानें

घ. छोटा-सा      प्लेटफॉर्म

ङ. तिरंगा           झंडा

5.

क. अच्छी

ख. सफ़ेद

ग. यह

घ. सातवीं

ङ. एक लीटर

6.

क. साफ़

ख. लाल

ग. हरी

घ. ऊँचा

ङ. अच्छा

च. सूती

7.

क. रुपए

ख. आदमी

ग. लड़का

घ. प्रयास

8.

क. लोग

ख. कहानियाँ

ग. बात

घ. घर

9.

क. घी

ख. कपड़ा

ग. सरसों तेल

घ. चावल

10.

क. दूध   

ख. मिठाई

ग. भात

घ. तरकारी

11.

क. भोली-भाली – गुणवाचक विशेषण

ख. तीन –       निश्चित संख्यावाचक विशेषण

ग. यह, मेरा –    सार्वनामिक विशेषण

घ. कँटीली –     गुणवाचक विशेषण

ङ. थोड़ा-सा –        अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण

च. कुछ –       अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

छ. तीन किलो – निश्चित परिमाणवाचक विशेषण

ज. वह –        सार्वनामिक विशेषण

12.

क. बड़ा

ख. बहुत

ग. अधिक

घ. अत्यंत

ङ. अति

13.

क. गंगा भारत की सबसे लंबी नदी है।

ख. मुझे एक लाख रुपए चाहिए।

ग. मैंने बाज़ार से दो किलो सेब खरीदे।

घ. मेरी मौसी सुरीला गाती है।

14.

क. नज़र

ख. बर्फ़

ग. हज़ार

घ. काफ़ी

ङ. आवाज़

च. सफ़ेद

छ. तेज़

ज. रफ़्तार

झ. वज़न

15.

क. पीठ ठोंकीं

ख. माथा ठनक गया।

ग. जवाब देने लगे।

घ. दिल दहल गया।

ङ. टेढ़ी खीर है।

च. जान में जान आई।

16.

क. पर्वतारोही

ख. चित्रकार

ग. ईदगाह

घ. कलाकृति

ङ. दुर्बोध

च. संगीतज्ञ

17.

डीएवी पब्लिक स्कूल, राँची

पिकनिक के संदर्भ में

सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि दिनांक – 00/00/0000 को पिकनिक आयोजित की जाएगी। जो भी छात्र इस पिकनिक में जाना चाहते हैं, वे स्कूल डायरी की पृष्ठ संख्या 53 की सहमति फॉर्म पर अपने अभिभावक के हस्ताक्षर करवाकर दिनांक- 00/00/0000 तक अपने-अपने कक्षाध्यापक को दे दें। अधिक जानकारी के लिए पिकनिक संयोजक श्री रामेश्वर पांडेय सर से संपर्क करें।   

प्रधानाचार्या

श्रीमती लेहा   

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