DAV Solution, Class 7, Gyan Abhyas Sagar Chapter – 9, Sawaal Ka Jawab सवाल का जवाब

रविवार – इतवार

ज़िद – हठ

दीवाली – दीपावली

बाज़ार – हाट

वादा – वायदा, शपथ

हिम्मत – साहस

गहमागहमी – भीड़-भाड़

सावधानी – सतर्कता

इंतज़ार – प्रतीक्षा

पटाखा – Crackers

सीमित – संकुचित, Confined

फुलझड़ी – एक प्रकार का पटाखा

बम – Bomb

विचार – Thought

मेल – संयोग

दाम – कीमत, मूल्य

आइटम – सामान, Item

खीझ – चिढ़

मुट्ठी – Fist

इच्छा – चाहत

चुभी – गड़ी

अधिकतम – Maximum

मज़बूरी – बेबसी, लाचारी

मैले-कुचैले – गंदे

विंडो-शॉपिंग – दुकान की चीजों को केवल                        देखना

लिस्ट – सूची

अहसास – महसूस

तसल्ली – दिलासा

प्रकार – भाँति

विषय – Topic

हैरान – आश्चर्य

घबराकर – डर कर

चीखा – चीत्कार

थप्पड़ – Slap

रिपोर्ट – रपट , Report

हक़ – अधिकार, Right

खिलाफ़ – विरुद्ध, Against

इज़्ज़त – आदर

तमाशा – प्रदर्शनी

जुर्म – अपराध

खबरदार – सावधान

साहस – हिम्मत

इकठ्ठा – एकत्रित

तर्क – Logic

सिवा – के अलावा

बरदाश्त – सहन  

शर्मिंदा – Embarrassed

तत्काल – तुरंत

मुफ़्त – नि:शुल्क

बनिया – व्यापारी, दुकानदार

चालाक – सयाना

वरना – नहीं तो

त्योहार – पर्व

आश्चर्य – ताज्जुब

उत्सुकतावश – आतुरता से, Solicitously गुल्लक – चुक्का, Piggy bank

प्रश्न 1. लेखक को अपने साथ किसे और क्यों ले जाना पड़ा?

उत्तर – लेखक को अपने साथ अपने पोते तन्मय को ले जाना पड़ा क्योंकि पोता अपने दादा (लेखक) के साथ बाज़ार जाने की ज़िद कर रहा था और दादी ने भी पोते का साथ देते हुए उनसे कहा कि वे तन्मय को अपने साथ  ले जाए।

प्रश्न 2. बच्चे बाज़ार में किस दुकान पर खड़े होकर क्या देख रहे थे और क्यों?

उत्तर – बच्चे बाज़ार में पटाखे की दुकान पर खड़े होकर तरह-तरह के पटाखों को देख रहे थे क्योंकि उनके पास उतने पैसे नहीं थे कि वे पटाखे खरीद सके।

प्रश्न 3. तन्मय ने दुकानदार का हाथ क्यों पकड़ रखा था?

उत्तर – तन्मय ने दुकानदार का हाथ पकड़ रखा था क्योंकि दुकानदार ने कुछ गरीब बच्चों को चोर कहकर उन्हें थप्पड़ मारा था। 

प्रश्न 4. तन्मय की बात सुनकर दुकानदार को कैसा लगा और उसने क्या किया?

उत्तर – तन्मय की बातें सुनकर दुकानदार शर्मिंदा हो गया और उसे  अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने तन्मय से माफ़ी माँगते हुए यह भी कहा कि वह उन गरीब बच्चों को मुफ़्त में कुछ पटाखे और फुलझड़ियाँ देगा।

प्रश्न 5. नीचे दिए गए कथन किसने कहे, किससे कहे, लिखिए-

(क) ले जाइए और जो कहे वह खरीद दीजिए।

(ख) तन्मय ! तुम यह सवाल मुझ से पूछ रहे हो ?

(ग) अच्छा भाई ! मुझसे भूल हुई।

उत्तर – क. दादी ने लेखक से।

उत्तर – ख. लेखक (दादा) ने तन्मय से। 

उत्तर – ग. दुकानदार ने तन्मय से।

प्रश्न 6. उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थान भरिए –

(क) मैंने दुकानदार से अपना _____ रखवाया।(सामान / समान)

(ख) दादा जी! इस समय कोई _____ नहीं।(उत्तर/ सवाल)

(ग) उत्सुकतावश मैं भी दबे पाँव _____ गया।(पीछे-पीछे/आगे-आगे)

(घ) अरे तनी भैया! पचास रुपए में तो ढेर सारे _____ आएँगे।(खिलौने/पटाखे)

(ङ) तभी मैंने देखा कि एक कोने में तन्मय का_____  का गुल्लक टूटा पड़ा है।(मिट्टी / प्लास्टिक)

क. सामान   

ख. सवाल  

ग. पीछे-पीछे

घ. पटाखे

ङ. मिट्टी   

प्रश्न 1. दुकानदार ने अपनी खीझ किन पर निकाली और क्यों?

उत्तर – दुकानदार ने अपनी खीझ उन बच्चों पर निकाली जिनके पास कम पैसे थे। कम पैसों की वजह से वे यह निर्णय नहीं कर पा रहे थे कि कौन-सा पटाखा खरीदा जाए? दुकानदार ने पटलहों के दाम उन्हें अधिक बता दिए क्योंकि वे बच्चे खरीद तो कुछ नहीं रहे थे पर दुकानदार से पटाखों के दाम पूछ रहे थे जिसे दुकानदार ने समय की बरबादी समझा।

प्रश्न 2. तन्मय ने गरीब बच्चों का पक्ष क्यों लिया होगा? इससे उसके चरित्र की किस विशेषता का पता चलता है ?

उत्तर – तन्मय ने गरीब बच्चों का पक्ष लिया क्योंकि गरीब बच्चों की कोई भी गलती नहीं थी फिर भी दुकानदार ने उन्हें चोर कहकर थप्पड़ मारा था। इससे तन्मय की नेतृत्व शक्ति का बोध होता है।     

प्रश्न 3. दीवाली के त्योहार पर बाज़ार का दृश्य कैसा होता है?

दीवाली के त्योहार पर बाज़ार में बहुत ही गहमागहमी रहती है। सारा बाज़ार रंग-बिरंगे दुकानों से सजा रहता है।  

प्रश्न 4. हमें दीवाली का त्योहार कैसे मनाना चाहिए?

उत्तर – हमें दीवाली का त्योहार दिए जलाकर, भगवान की पूजा कर कर, अच्छे-अच्छे पकवान खा एवं खिलाकर तथा पटाखे न जलाकर मनाना चाहिए।   

प्रश्न 1. यदि दुकानदार बच्चों को पटाखे देखने से न रोकता तो कहानी कैसे आगे बढ़ती?

उत्तर – यदि दुकानदार बच्चों को पटाखे देखने से न रोकता तो कहानी सामान्य तरीके से आगे बढ़ जाती जिसमें तन्मय अपने दादाजी के साथ बाज़ार से सामान खरीद कर घर वापस आ जाता।          

प्रश्न 2. इस कहानी में अगर तन्मय की जगह आप होते तो क्या करते?

उत्तर – इस कहानी में अगर तन्मय की जगह मैं होता तो मैं भी उस दुकानदार को आड़े हाथों लेता और उन सभी बच्चों से माफ़ी मँगवाता जिनपर दुकानदार ने हाथ उठाया था। इसके अतिरिक्त मैं उससे यह भी कुबूल करवाता कि भविष्य में वह ऐसा कभी भी नहीं करेगा।  

प्रश्न 1. नीचे लिखे क्रिया शब्दों को शब्द-कोश के क्रमानुसार लिखिए-

1. आएँगे 

2. उठाकर  

3. करेगा       

4. गया

5. छुड़ाना

6. जाऊँगा

7. दीजिए      

8. देखना  

9. माँगे

10. सोचना 

प्रश्न 2. नीचे दिए गए शब्दों में से दूसरा अक्षर या वर्ण हटाकर नया शब्द बनाइए-

क. देखना  = देना         घ. सोचने = सोने

ख. किससे  = किसे            ङ. सुनने  = सुने

ग. चुभन  = चुन              च. जाइए = जाए

प्रश्न 3. नीचे दिए गए शब्दों को जोड़कर नया शब्द बनाइए-

क.    छिप     +        कर      = छिपकर

ख.    आज     +        कल      = आजकल

ग.    रख      +        कर      = रखकर

घ.    रवि      +        वार      = रविवार

ङ.    अधिक    +        तम     = अधिक

• दादाजी ! ये गरीब बच्चे अगर पटाखे नहीं खरीद सकते तो क्या इन्हें देख भी नहीं सकते? बस इनका यही जुर्म है।

• तन्मय जिस साहस और सच्चाई के साथ अपनी बात कह रहा था, उसे सुनने के लिए वहाँ इकट्ठा हुई भीड़ जैसे मौन हो गई थी।

प्रश्न 1. बाज़ार में मिलने वाले सारे सामान को देखने का हक सबको बराबर मिलना चाहिए, क्यों?

उत्तर – बाज़ार में मिलने वाले सारे सामानों को देखने का हक सबको बराबर मिलना चाहिए क्योंकि भारत का संविधान भी भारत के सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता है। सभी लोगों की क्रय शक्ति (Purchasing power) बराबर न होने के बाद भी चीजों को खरीदने की इच्छा सभी में होती है और इच्छा के कारण वे उन चीज़ों को बाद में खरीद सकते हैं।    

प्रश्न 2. सच्चाई और साहस के बल पर हम किसी भी परिस्थिति का सामना कैसे कर सकते हैं?

उत्तर – सच्चाई और साहस के बल पर हम किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं क्योंकि सच्चाई को साबित करने में थोड़ी मुश्किलें भले ही आ सकती हैं पर यह असंभव नहीं है। सच्चाई की हमेशा जीत होती है इसलिए कहा भी गया है  ‘सत्यमेव जयते’     

1. कहानी ‘सवाल का जवाब’ को नाटक रूप में ढालते हुए कक्षा में मंचन कीजिए ।

उत्तर – शिक्षक के दिशानिर्देश में करवाया जाएगा।

2. सत्य की राह पर चलने वाले संत-महात्मा गाँधी जी की आत्मकथा पढ़िए।

उत्तर – छात्र स्वयं पढ़ें।

3. किसी दुकान पर बच्चे से बात कीजिए जो स्कूल न जाता हो। पता कीजिए स्कूल न जाना उसे कैसा लगता है।

उत्तर – छात्र स्वयं करें।

पाठ – 9

सवाल का जवाब

क्रिया व भेद

1.

पुकारा     देखा         गया        

पकड़      था

2.

क. देखा

ख. देख रहा है

ग. लौट आया

घ. दिए

 खड़े थे

3.

काम, क्रिया

4.

क. सो

ख. हँसने

ग. लिखता (सकर्मक क्रिया)

घ. बैठी

ङ. दौड़

5.

क. खाई            खीर

ख. पीने            चाय  

ग. दिया           फूल

घ. बजा            सितार

ङ. देखी            मैट्रो रेल

6.

क. खरीदी      सकर्मक

ख. खेल                          सकर्मक

ग. उड़ा            सकर्मक

घ. हँस             अकर्मक

ङ. उड़             अकर्मक

च. पत्र             सकर्मक

7.

क. सुलवाती

ख. लगवाता

ग. उठवाता

घ. चलवाया

ङ. बनवाया

8.

क. चीखने

ख. लगाए

ग. गई

घ. बनाईं

ङ. चलाना

च. उठाया

9.

क. विरुद्ध

ख. सहन

ग. अलावा

घ. अधिकार

ङ. क्षमा

10.

क. गरीब           बच्चे

ख. मैले-कुचैले              कपड़े

ग. पचास          रुपए

घ. चालाक          बनिया

ङ. झूठा                दुकानदार

11.

क. –

ख. मैं     मैंने         उनके        मुझे

कारण – ‘उनके’ अन्य पुरुष है बाकी सब उत्तम पुरुष है। 

ग. बच्चे       पटाखे        दुकान       तन्मय

कारण – ‘तन्मय’ व्यक्तिवाचक संज्ञा है बाकी सब जातिवाचक संज्ञा है। 

घ. समझदार    गरीब        दस         गुस्सा

कारण – ‘गुस्सा’ भाववाचक संज्ञा है बाकी सब विशेषण है।

12.

क. मुझे

ख. अपना

ग. अपने

घ. तुम्हारे

ङ. सो

13.

पोस्टर

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