Hindi Vyakaran

प्रचलित मुहावरे

Muhavare prachalit

मुहावरे 

1. अपना उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना

2. अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना

3. अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना – अपनी प्रशंसा स्वयं करना 

4. अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना – स्वयं को हाँनि पहुँचाना  

5. अपने पैरों पर खड़े होना – आत्मनिर्भर होना

6. अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना

7. अक्ल के पीछे लट्ठ लेकर फिरना – मूर्खता प्रदर्शित करना 

8. अँगूठा दिखाना – कोई वस्तु देने या काम करने से इनकार करना

9. अँधे की लकड़ी होना – एकमात्र सहारा

10. अच्छे दिन आना – भाग्य खुलना

11. अंग-अंग फूले न समाना – बहुत खुशी होना

12. अंगारों पर पैर रखना – साहसपूर्ण तरीके से खतरे में उतरना     

13. आँख का तारा होना – बहुत प्यारा 

14. आँखें बिछाना – अत्यंत प्रेमपूर्वक स्वागत करना

15. आँखें खुलना – वास्तविकता का बोध होना     

16. आँखों से गिरना – आदर कम होना 

17. आँखों में धूल झोंकना – धोखा देना 

18. आँख दिखाना – क्रोध करना या डराना 

19. आटे-दाल का भाव मालूम होना – बड़ी कठिनाई में पड़ना/ महँगाई का पता चलना  

20. आग बबूला होना – बहुत गुस्सा होना 

21. आग से खेलना – जानबूझ कर मुसीबत मोल लेना      

22. आग में घी डालना – क्रोध भड़काना

23. आँच न आने देना – हानि या कष्ट न होने देना

24. आड़े हाथों लेना – खरी-खरी सुनाना 

25. आनाकानी करना – टालमटोल करना

26. आँचल पसारना – याचना करना 

27. आस्तीन का साँप होना – कपटी मित्र 

28. आकाश के तारे तोड़ना – असंभव कार्य करना 

29. आसमान से बातें करना – बहुत ऊँचा होना 

30. आकाश सिर पर उठाना – बहुत शोर करना 

31. आकाश-पाताल एक करना – कठिन प्रयत्न करना

32. आँखों की किरकिरी होना – खटकना

33. आँसू पीकर रह जाना – भीतर ही भीतर दुखी होना      

34. आठ-आठ आँसू गिराना – पश्चात्ताप करना 

35. इधर-उधर की हाँकना – बेमतलब की बातें करना

36. इतिश्री होना – समाप्त होना

37. इस हाथ लेना उस हाथ देना – हिसाब-किताब साफ़ करना

38. ईद का चाँद होना – बहुत दिनों बाद दिखाई देना

39. ईंट से ईंट बजाना – नष्ट कर देना 

40. ईंट का जवाब पत्थर से देना – कड़ाई से पेश आना 

41. आँसू पोंछना – सांत्वना देना 

42. आँखें तरेरना – क्रोध से देखना 

43. आकाश टूट पड़ना – अचानक विपत्ति आना     

44. आग लगने पर कुआँ खोदना – ऐन मौके पर उपाय करना

45. उँगली उठाना – निंदा करना/लाँछन लगाना     

46. उन्नीस-बीस का फर्क होना – मामूली फर्क होना 

47. उल्टी गंगा बहाना – प्रचलन के विपरीत कार्य करना     

48. उड़ती चिड़िया के पर गिनना – बहुत अनुभवी होना 

49. उल्लू बनाना – मूर्ख बनाना 

50. उँगली पर नचाना – वश में करना 

51. उल्लू सीधा करना – अपना स्वार्थ देखना 

52. एक और एक ग्यारह होना – एकता में शक्ति होना     

53. एक लाठी से हाँकना – सबसे एक जैसा व्यवहार करना   

54. एक आँख से देखना – समदृष्टि होना/भेदभाव न करना  

55. एड़ी-चोटी का जोर लगाना – बहुत कोशिश करना 

56. एक ही थाली के चट्टे-बट्टे होना – एक प्रवृत्ति के होना 

57. ओखली में सिर देना – जानबूझ कर विपत्ति में फँसना   

58. ओढ़ लेना – जिम्मेदारी लेना 

59. और का और होना – एकदम बदल जाना 

60. औने-पौने बेचना – हानि उठाकर बेचना/जैसे-तैसे बेचना

61. औघट घाट चलना – सही रास्ते पर न चलना   

62. कंचन बरसना – चारों ओर खूब धन मिलना    

63. काट खाना – सूनेपन का अनुभव

64. किस्मत ठोकना – भाग्य को कोसना

65. कंठ का हार होना – प्रिय बनना

66. काम में हाथ डालना – काम शुरू करना

67. कूप मंडूक होना – अल्पज्ञ होना

68. कुएँ में भाँग पड़ना – सब की बुद्धि मारी जाना 

69. कन्नी काटना – आँख बचाकर खिसक जाना    

70. कसौटी पर कसना – परीक्षण करना

71. कलेजा मुँह को आना – व्याकुल होना/बहुत परेशान होना 

72. कलेजा ठंडा होना – संतुष्ट होना

73. काम आना – युद्ध में मारा जाना

74. कान खाना – शोर करना/परेशान करना 

75. कान भरना – चुगली करना

76. कान में तेल डालना – शिक्षा पर ध्यान न देना/अनसुना करना

77. कफन सिर पर बाँधना – लड़ने मरने को तैयार होना    

78. किंकर्तव्य विमूढ़ होना – कोई निर्णय न कर पाना

79. कमर कसना – तैयार होना

80. कोल्हू का बैल होना – हर समय श्रम करने वाला

81. कलेजा टूक-टूक होना – दुख पहुँचना

82. कान कतरना – बहुत चतुराई दिखाना 

83. काम तमाम कर देना – मार देना 

84. कीचड़ उछालना – कलंक लगाना/नीचा दिखाना  

85. कंधे से कंधा मिलाकर चलना – साथ देना 

86. कच्चा-चिट्ठा खोलना – भेद खोलना 

87. कौड़ी के मोल बिकना – बहुत सस्ता होना 

88. कान का कच्चा होना – जल्दी बहकावे में आना 

89. कान पर जूँ न रेंगना – कोई असर न होना 

90. खून खौलना – गुस्सा आना 

91. खून के घूँट पीना – गुस्सा मन में दबा लेना   

92. खून-पसीना एक करना – बहुत मेहनत करना

93. खाक छानना – भटकना/काफी खोज करना     

94. खेत रहना – युद्ध में मारे जाना  

95. खाक में मिलना – बर्बाद होना  

96. खाक में मिलाना – बर्बाद करना  

97. खून-सूखना – भयभीत होना 

98. कठपुतली की तरह नाचना – किसी के वश में होना     

99. कब्र में पाँव लटकना – मौत के करीब होना  

100. कलम तोड़ना – अत्यधिक मर्मस्पर्शी रचना करना

101. कलेजा छलनी करना – ताने मारना/व्यंग्य करना

102. कलेजा थामकर रह जाना – असह्य बात सहन कर रह जाना    

103. कलेजे का टुकड़ा होना – अत्यंत प्रिय/आत्मिक होना    

104. कागज की नाव होना – क्षण-भंगुर होना  

105. कागजी घोड़े दौड़ाना – केवल कागजी कार्यवाही करना   

106. कानों कान खबर न होना – किसी को पता न चलना   

107. कुत्ते की मौत मरना – बुरी दशा में प्राणों का अंत होना 

108. कमर टूटना – सहारा न रहना 

109. कान भरना – किसी के विरूद्ध शिकायत करते रहना

110. किसी का घर जलाकर अपना हाथ सेंकना – अपने छोटे से स्वार्थ के लिए दूसरों को हाँनि पहुँचाना  

111. कटे पर नमक छिड़कना – दुखी को और अधिक दुखी करना

112. गुदड़ी का लाल होना – गरीब किंतु गुणवान

113. गड़े मुर्दे उखाड़ना – बीती बातें छेड़ना

114. गले पड़ना – जबरन आश्रय लेना

115. गंगा नहाना – दायित्व से मुक्ति पाना

116. गिरगिट की तरह रंग बदलना – अवसरवादी होना/निश्चय बदलना

117. गुड़ गोबर होना – काम बिगड़ना

118. गुड़ गोबर करना – काम बिगाड़ना/ किया कराया नष्ट करना

119. गुलछर्रे उड़ाना – मौज उड़ाना 

120. गाल बजाना – अपनी प्रशंसा करना

121. गागर में सागर भरना – थोड़े में बहुत कुछ कह देना   

122. गाँठ में कुछ न होना – पैसा पास न होना

123. गला काटना – लोभ में पड़कर हाँनि पहुँचाना  

124. गर्दन पर छुरी फेरना – अत्याचार करना

125. घाट-घाट का पानी पीना – स्थान-स्थान का अनुभव होना

126. घाव पर नमक छिड़कना – दुखी को और दुखी करना   

127. घड़ों पानी पड़ना – बहुत लज्जित होना

128. घी के दीये जलाना – बहुत खुश होना/खुशियाँ मनाना   

129. घर फूँक कर तमाशा देखना – अपना लुटाकर भी मौज करना   

130. घर सिर पर उठाना – बहुत शोर करना

131. घोड़े बेचकर सोना – निश्चिंत होना  

132. घुटने टेक देना – हार मान लेना

133. चादर के बाहर पैर पसारना – आय से अधिक व्यय करना      

134. चंगुल में फँसना – किसी के काबू में होना    

135. चोली-दामन का साथ होना – घनिष्ट संबंध होना

136. चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना – घबरा जाना  

137. चिकनी-चुपड़ी बातें करना – चापलूसी करना/कपट व धोखा      

138. चुल्लूभर पानी में डूब मरना – बहुत शर्मिन्दा होना 

139. चिकना घड़ा होना – अत्यंत बेशर्म 

140. चूड़ियाँ पहनना – कायरता दिखाना

141. चकमा देना – धोखा देना

142. चौपट करना – पूर्णरूप से नष्ट करना 

143. चारों खाने चित्त होना – बुरी तरह हारना 

144. चैन की वंशी बजाना – आराम से रहना 

145. चूना लगाना   – धोखा देकर ठगना 

146. चार चाँद लगाना – शोभा बढ़ाना  

147. चंपत होना – गायब होना  

148. छठी का दूध याद आना – बड़ी मुसीबत में फँसना     

149. छाती ठोकना – उत्साहित होना 

150. छप्पर फाड़कर देना – बिना परिश्रम के बहुत कुछ पा जाना 

151. छाती पर मूँग दलना – बहुत परेशान करना 

152. छोटे मुँह बड़ी बात करना – अपनी हैसियत से ज्यादा बात करना

153. छाती पर साँप लोटना – अत्यंत ईर्ष्या करना 

154. छक्के छुड़ाना – पैर उखाड़ देना/बेहाल करना   

155. छाती पर पत्थर रखना – हृदय कठोर करना

156. जले पर नमक छिड़कना – दुखी का दुख बढ़ाना

157. जान हथेली पर रखना – मरने की परवाह न करना    

158. जमीन पर पैर न पड़ना – बहुत गर्व करना  

159. जान में जान आना – धीरज बँधना/मुसीबत से छुटकारा पाना

160. जबानी जमा खर्च करना – गप्पें लड़ाना  

161. जबान पर लगाम लगाना – बहुत कम बोलना

162. जहर का घूँट पीना – कड़वी बात सुनकर सहन कर लेना

163. जीती मक्खी निगलना – जान-बूझ कर बेईमानी करना  

164. जान पर खेलना – साहसपूर्ण कार्य करना     

165. जूता चाटना – चापलूसी करना

166. जहर उगलना – कड़वी बात कहना

167. झख मारना – समय नष्ट करना

168. झगड़ा मोल लेना – विवाद में जानबूझ कर पड़ना      

169. जी तोड़ कर काम करना – बहुत मेहनत करना 

170. जी भर आना – दया उमड़ना/चित्त में दुख होना

171. पगड़ी उछालना – अपमानित करना 

172. टेढ़ी-खीर होना – कठिन काम (कहावत)

173. टका-सा जवाब देना – साफ़ इनकार करना 

174. टेक निभाना – वचन पूरा करना  

175. टट्टी की आड़ में शिकार खेलना – छिपकर षड्यंत्र रचना

176. टाट उलट देना – दिवाला निकाल देना

177. टाँग अड़ाना – व्यर्थ दखल देना 

178. ठगा-सा रह जाना – विस्मित रह जाना  

179. ठकुरसुहाती बातें करना – चापलूसी करना 

180. ठिकाने लगाना – नष्ट कर देना 

181. डूबते को तिनके का सहारा देना – मुसीबत में थोड़ी सहायता भी लाभप्रद

182. डकार जाना – हड़प लेना/हजम कर जाना     

183. डींग हाँकना – झूठी बड़ाई करना 

184. डूब मरना – शर्म से झुक जाना 

185. डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना – अपना मत अलग ही रखना    

186. डंका बजना – प्रभाव होना 

187. ढिंढोरा पीटना – प्रचार करना/सूचना देना     

188. ढोल में पोल होना – थोथा या सारहीन 

189. ढोल पीटना – अत्यधिक प्रचार करना 

190. तलवे चाटना – खुशामद करना 

191. तिल का ताड़ करना – छोटी-सी बात को बहुत बढ़ा देना

192. तूती बोलना – खूब प्रभाव होना 

193. तोते उड़ जाना – घबरा जाना 

194. तेवर चढ़ाना – नाराज होना/त्यौंरी बदलना     

165. तलवार के घाट उतारना – मार डालना

196. तिलांजलि देना – त्याग देना/छोड़ देना 

197. तितर-बितर होना – अलग-अलग होना  

198. तारे गिनना – बेचैनी में रात काटना 

199. तीन-तेरह करना – तितर-बितर करना 

200. थूक कर चाटना – अपने वचन से मुकरना    

201. थैली खोलना – जी खोलकर खर्च करना

202. थू-थू करना – घृणा प्रकट करना 

203. दूध का दूध पानी का पानी करना – ठीक न्याय करना

204. दौड़-धूप करना – खूब प्रयत्न करना  

205. दाँत खट्टे करना – परेशान करना/हरा देना    

206. दाने-दाने को तरसना – बहुत गरीब होना  

207. दाल में काला होना – छल/कपट होना/संदेहपूर्ण होना    

208. दीया लेकर ढ़ूँढ़ना – अच्छी तरह खोजना

209. दुम दबाकर भागना – डर कर भाग जाना  

210. दाल गलना – काम बनना  

211. दिन में तारे दिखाई देना – घबरा जाना

212. दाँतों तले उँगली दबाना – आश्चर्यचकित होना 

213. दो-दो हाथ करना – द्वंद्व युद्ध/अंतिम निर्णय हेतु तैयार होना

214. दो टूक जवाब देना – स्पष्ट कहना  

215. दिन-रात एक करना – खूब परिश्रम करना

216. द्रौपदी का चीर होना – अनंत/अंतहीन/ बहुत लंबा होना  

217. दिमाग आसमान पर चढ़ना – अत्यधिक गर्व होना

218. दाँत काटी रोटी होना – अत्यधिक स्नेह होना

219. दोनों हाथों में लड्डू होना – सर्वत्र लाभ ही लाभ होना   

220. दूसरे के कंधे पर रखकर बंदूक चलाना – दूसरे को माध्यम बनाकर काम करना

221. दिल छोटा करना – दुखी होना, निराश होना   

222. दिन फिरना – अच्छा समय आना

223. धूप में बाल पकाना – अनुभव हीन होना

224. धाक जमाना – रोब जमाना/प्रभाव जमाना     

225. धूल में मिलाना – नष्ट करना

226. धरती पर पाँव न पड़ना – फूला न समाना अभिमानी होना     

227. धूल फाँकना – दर-दर की ठोकरें खाना

228. धज्जियाँ उड़ाना – दुर्गति करना, कड़ा विरोध करना     

229. बरस पड़ना – बहुत क्रोधित होकर

230. नमक-मिर्च लगाना – बात को आकर्षक बनाकर कहना  

231. नानी याद आना – बड़ी कठिनाई में पड़ना/ घबरा जाना

232. निन्यानवे के फेर में पड़ना – धन इकट्ठा करने की चिंता में रहना

233. नाम कमाना – प्रसिद्ध होना 

234. नौ-दो ग्यारह होना – भाग जाना

235. नीला-पीला होना – क्रोध करना

236. नाक रगड़ना – दीनता प्रदर्शित करना, खुशामद करना

237. नाक में दम करना – बहुत परेशान करना

238. नाक-भौं सिकोड़ना – घृणा करना

239. नाकों चने चबाना – खूब परेशान करना

240. नाक कटना – बदनामी होना

241. नुक्ताचीनी करना – दोष निकालना

242. नाक रख लेना – इज्जत बचाना 

243. नाम निशान तक न बचना – पूर्णरूप से नष्ट हो जाना 

244. नचा देना – बहुत परेशान कर देना   

245. नींव की ईंट होना – प्रमुख आधार होना

246. पानी मरना – किसी की तुलना में निकृष्ट ठहरना

247. पैर पटकना – खूब कोशिश करना

248. पगड़ी उछालना – बेइज्जत करना

249. पेट पालना – जीवन निर्वाह करना

250. पहाड़ टूट पड़ना – बहुत मुसीबत आना

251. पानी पीकर जात पूछना – काम करके फिर जानकारी लेना     

252. पेट में दाढ़ी होना – लड़कपन में बहुत चतुर होना

253. पैरों तले से जमीन खिसकना – बहुत घबरा जाना, अचानक परेशानी आना

254. पापड़ बेलना – कड़ी मेहनत करना, विषम परिस्थितियों से गुजरना

255. प्राण हथेली पर रखना – जान देने के लिए तैयार रहना 

256. पिंड छुड़ाना – पीछा छुड़ाना या बचना 

257. पानी-पानी होना – लज्जित होना

258. पेट में चूहे कूदना – तेज भूख लगना

259. पाँचों उँगलियाँ घी में होना – सब ओर से लाभ होना   

260. पीठ ठोकना – शाबाशी देना, हिम्मत बँधाना   

261. फूँक-फूँक कर कदम रखना – सावधानीपूर्वक कार्य करना 

262. फूटी आँखों न सुहाना – बिल्कुल पसंद न होना 

263. फूला न समाना – अत्यधिक खुश होना

264. पट्टी पढ़ाना – बहका देना, उल्टी राय देना    

265. पेट काटना – बहुत कंजूसी करना

266. पानीदार होना – इज्जतदार होना

267. पाँवों में बेड़ी पड़ जाना – बंधन में बँध जाना

268. बाँह पकड़ना – सहायता करना/सहारा देना     

269. बीड़ा उठाना – कठिन कार्य करने का उत्तरदायित्व लेना

270. बाल की खाल निकालना – नुक्ताचीनी करना

271. बात बनाना – बहाना करना

272. बाँछे खिलना – अत्यधिक प्रसन्न होना

273. बाल बाँका न होना – कुछ भी नुकसान न होना

274. बाज न आना – आदत न छोड़ना

275. बगलें झाँकना – इधर-उधर देखना/निरुत्तर होना

276. बाएँ हाथ का खेल होना – सरल कार्य

277. मन में लड्डू फूटना – अत्यधिक प्रसन्न होना  

278. बछिया का ताऊ होना – महामूर्ख होना  

279. भौंह चढ़ाना – क्रुद्ध होना

280. भूत सवार होना – हठ पकड़ना/काम करने की धुन लगना

281. भीगी बिल्ली बनना – डरपोक होना

282. भाड़-झोंकना – तुच्छ कार्य करना/व्यर्थ समय गुजारना

283. भरी थाली को लात मारना – जीविकोपार्जन के साधन ठुकरा देना

284. भैंस के आगे बीन बजाना – मूर्ख के समक्ष बुद्धिमानी की बातें करना व्यर्थ

285. बाल-बाल बचना – कुछ भी हानि न होना     

286. दिन-रात एक करना – बहुत परिश्रम करना

287. मन खट्टा होना – मन फिर जाना/जी उचाट होना     

288. मन के लड्डू खाना – कोरी कल्पनाएँ करना

289. मुँह में पानी भर आना – इच्छा होना/जी ललचाना     

290. मुँह में लगाम न लगाना – अनियंत्रित बातें करना     

291. मुट्ठी गर्म करना – रिश्वत देना, लेना

292. मुँह की खाना – हार जाना/हार मानना

293. मक्खियाँ मारना – बेकार भटकना/बैठना

294. मक्खीचूस होना – बहुत कंजूस होना

295. मुँह पर हवाइयाँ उड़ना – चेहरा फीका पड़ जाना  

296. मन मसोस कर रह जाना – इच्छा को रोकना 

297. मुँह काला करना – कलंकित होना 

298. मुँह की खाना – बातों में हारना/अपमानित होना

299. मुँहतोड़ जवाब देना – कठोर शब्दों में कहना   

300. मन मारना – उदास होना/इच्छाओं पर नियंत्रण

301. मुँह मोड़ना – ध्यान न देना  

302. रंग में भंग होना – मजा किरकिरा होना/बाधा होना     

303. राई का पहाड़ बनाना – बात को बढ़ा-चढ़ा देना 

304. रंगा-सियार होना – ढोंगी/धोखेबाज

305. रोम-रोम खिल उठना – प्रसन्न होना

306. रौंगटे खड़े होना – डर से रोमांचित होना

307. रफूचक्कर होना – भाग जाना  

308. रंग दिखाना/जमाना – प्रभाव जमाना

309. रंगे हाथों पकड़ना – अपराध करते हुए पकड़े जाना     

310. लकीर का फकीर होना – परंपरावादी होना/ अंधानुकरण करना

311. लोहे के चने चबाना – बहुत कठिन कार्य करना/ संघर्ष करना

312. लाल-पीला होना – क्रोधित होना

313. लोहा मानना – बहादुरी स्वीकार करना

314. खून का घूँट पीना – अपमान सहन करना

315. लोहा बजाना – शस्त्रों से युद्ध करना

316. लुटिया डूबो देना – काम बिगाड़ देना

317. लोहा लेना – युद्ध करना/मुकाबला करना     

318. खून-पसीना एक करना – कठिन परिश्रम करना 

319. लंबा हाथ मारना – धोखाधड़ी से बहुत पैसे बनाना     

320. विष उगलना – किसी के खिलाफ बुरी बात कहना

321. शहद लगाकर चाटना – तुच्छ वस्तु को महत्त्व देना    

322. शैतान के कान कतरना – बहुत चतुर होना

323. समझ पर पत्थर पड़ना – अक्ल मारी जाना

324. सिर धुनना – पछताना/चिंता करना   

325. सिर हथेली पर रखना – मृत्यु की चिंता न करना      

326. सिर उठाना – विद्रोह करना 

327. सितारा चमकना – भाग्यशाली होना

328. सूरज को दीपक दिखाना – अत्यधिक प्रसिद्ध व्यक्ति का परिचय देना

329. सब्ज-बाग दिखाना – लोभ देकर बहकाना लालच देकर धोखा देना

330. सिर पर कफ़न बाँधना – मरने को प्रस्तुत रहना

331. सिर से बला टालना – मुसीबत से पीछा छुड़ाना

332. सिर आँखों पर रखना – आदर सहित आज्ञा मानना    

333. सोने की चिड़िया हाथ से निकलना – लाभपूर्ण वस्तु से वंचित रहना

334. सिक्का जमाना – प्रभाव डालना/प्रभुत्व स्थापित करना

335. सोने की चिड़िया होना – बहुत धनवान होना

336. साँप छछुन्दर की गति होना – दुविधा में पड़ना

337. सीधे मुँह बात तक न करना – बहुत इतराना

338. सोने में सुगंध होना – एक गुण में और गुण मिलना   

339. सौ-सौ घड़े पानी पड़ना – अत्यंत लज्जित होना

340. सिर-मूँडना – ठगना/ धोखा देना  

341. हवा से बातें करना – बहुत तेज दौड़ना

342. हाथ धोकर पीछे पड़ना – बुरी तरह पीछे पड़ना

343. हाथ तंग होना – धन की कमी या दिक्कत होना

344. होम करते हाथ जलना – भलाई करने में नुकसान होना 

345. होंठ काट लेना – क्रोध पी जाना  

346. हवाई किले बनाना – थोथी कल्पना करना

347. हवा हो जाना – भाग जाना  

348. हाथ पाव मारना – प्रयत्न करना

349. हथियार डाल देना – हार मान लेना/आत्मसमर्पण करना

350. हाथ पर हाथ धर कर बैठना – निष्क्रिय बनना/बेकार बैठे रहना  

351. हवा के घोड़ों पर सवार होना – बहुत जल्दी में होना

352. हवा का रूख देखना – समय की गति पहचान कर काम करना

353. हाथ के तोते उड़ जाना – भौंचक्का रह जाना/होश गँवाना

354. हाथ खींचना – सहायता बंद करना  

355. हाथ पाँव फूलना – घबरा जाना / विपत्ति में पड़ना     

356. हाथ पैर मारना – मेहनत करना/प्रयत्न करना  

357. हाथ साफ करना – चोरी करना/ठगना/माल मारना  

358. हुक्का पानी बंद करना – बिरादरी से बाहर करना      

359. हथेली पर सरसों जमाना – जल्दबाजी करना 

360. हाथ खींचना – साथ न देना/मदद बंद करना   

361. हाथ धो बैठना – गँवा देना 

362. हाथ पीले करना – विवाह करना

363. श्री गणेश करना – आरंभ करना

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