काले हाथी काले भालू
शोर बहुत मचाते हैं।
उजली बिल्ली उजले कुत्ते
करतब हमें दिखाते हैं।
काले कौए काँ काँ करके
हमको बहुत सताते हैं
उजले कबूतर गुटर गूँ का
गीत हमें सुनाते हैं
उजला काला दोनों जिसमें
वे ज़ेब्रा कहलाते हैं
सीधे-सादे होते हैं ये
जंगल में घास खाते हैं
उजले काले की जोड़ी में
पैंग्विन भी आते हैं
बर्फीले इलाकों में ही
ये जीवन बिताते हैं।
अविनाश रंजन गुप्ता