तुझ-सा तू ही है भगवान।
नहीं कोई तेरे समान।
एक सूर्य ही नहीं सहस्रों,
मिलकर भी न तेरे सम हों,
शत-शत वसुधा, नभ, नक्षत्र भी,
पा न सके तेरा परिमाण,
तुझ-सा तू ही है भगवान।
नहीं कोई तेरे समान।
सब लोकों के ग्रह-उपग्रह भी
तुल्य न होते मिलकर भी
तेरी थाह न पाते कोई
तुझमें ही हैं समाते सब
तेरा नहीं कोई उपमान
तुझ-सा तू ही है भगवान।
नहीं कोई तेरे समान।
है विराट सीमा तेरी नहीं
अपरिमित है तेरा वितान
परम श्रद्धेय, परम पूजनीय
कण-कण में तू ही विद्यमान
तुझ-सा तू ही है भगवान।
नहीं कोई तेरे समान।