इंग्लैंड : रेलवे के आविष्कारक
जन्म : 1781
मृत्यु : 1848
जार्ज स्टिफेन्सन का नाम रेलवे के आविष्कारक के रूप में अविस्मरणीय रहेगा। 1814 में उन्होंने ‘बलूचर’ नामक इंजन बनाया और 1825 में पहली यात्री रेलगाड़ी बनाई। 1825 में उनका 33 डिब्बों को खींचने वाला ‘एक्टिव’ इंजन आया, जिसमें 600 यात्री बैठ सकते थे और उसकी चाल 25 कि.मी. प्रति घंटा थी। इस तरह जार्ज स्टिफेन्सन द्वारा प्रथम यात्री रेलगाड़ी का निर्माण किया गया।
स्टिफेन्सन का जन्म एक निर्धन, कोयला खान में काम करने वाले फायरमैन के घर में हुआ था। वे दिन में अपने पिता की सहायता करते थे और रात को मोमबत्ती की रोशनी में पढ़ाई करते थे। तभी ट्रकों द्वारा कोयला ले जाने के भारी काम को हल्का करने के लिए एक इंजन का आविष्कार करने की बात उनके मन में आई। तब तक मजदूर ट्रकों को स्वयं खींचते थे। 1814 में उन्होंने कोयले के ट्रकों को खींचने के लिए एक इंजन (Locomotive) बनाया। 1825 में प्रथम यात्री रेलगाड़ी के आविष्कार के बाद 1830 में लिवरपूल से मैन्चेस्टर तक रेलवे लाइन बनाई गई और ट्रेन उनके नए बायलर इंजन ‘रॉकेट’ द्वारा चलाई गई।
रेलवे के विकास में जार्ज स्टिफ़ेन्सन का योगदान वास्तव में अतुलनीय है। उन्होंने न केवल इंजनों का आविष्कार किया बल्कि रेलवे लाइनों का निर्माण भी कराया। निर्धन होते हुए भी उन्होंने जैसे महत्त्वपूर्ण कार्य कर डाले, वे उनकी योग्यता, लगन और परिश्रम के परिचायक हैं।