सोवियत संघ : साम्यवाद के संस्थापक
जन्म : 1870
मृत्यु 1924
लेलिन (Lenin ) रूस के इतिहास में ही नहीं वरन् विश्व इतिहास के कर्णधारों में एक अग्रणी नाम है। उन्होंने रूस की कायापलट करके सबको आश्चर्य चकित कर दिया। उन्हीं के प्रयत्नों से रूस में समाजवाद की स्थापना हुई थी। मार्क्स के स्वप्न को साकार करने का श्रेय भी लेनिन को ही जाता है। लेनिन का वास्तविक नाम व्लाडीमीर इल्यिच उलियानोव (Vladimir Ilych Ulyanov) था। रूस की ज़ारशाही और लेनिन एक-दूसरे को सदैव के लिये समूल नष्ट करना चाहते थे और अन्ततः जीत लेनिन की ही हुई। 1893 से उन्होंने रूस में साम्यवादी विचारधारा का प्रचार करना प्रारंभ कर दिया था। लेनिन को कई बार जेल भेजा गया तथा निर्वासित भी किया गया। ‘प्रलिटरी’ (Proletary) एवं ‘इस्क्रा’ (Iskra) के संपादन के अतिरिक्त 1898 में उन्होंने बोल्शेविक पार्टी (Bolshevik Party) की स्थापना की। 1905 की क्रांति के उसके प्रयास असफल रहे। किन्तु 1917 में उन्होंने रूस के पुनर्निर्माण की योजना बनाई और सफल हुए। उन्होंने केरेन्सकी की सरकार पलट दी और 7 नवंबर, 1917 को लेनिन की अध्यक्षता में सोवियत सरकार की स्थापना हुई। रूस का भाग्यविधाता बनने के बाद लेनिन ने अपने देश को विकसित करने का प्रयत्न किया तथा कड़े अनुशासन के साथ देश पर नियंत्रण रखा।
महान लेनिन का जन्म 10 अप्रैल को वोल्गा नदी के तट पर सिम्बर्स्क (रूस) में हुआ था। बचपन से ही उन पर ‘मार्क्स’ का प्रभाव था। 1891 में उन्होंने कानून की परीक्षा अत्यन्त विपरीत परिस्थितियों में पास की। 21 जनवरी, 1924 को इस क्रांतिकारी व्यवस्थापके की मृत्यु हो गई। 1991 में सोवियत सरकार के गिरने के बाद उनके सिद्धांतों व आदर्शों को यद्यपि नयी सरकार ने अस्वीकार कर दिया, लेकिन अभी भी वहां और अन्य देशों में उनके प्रशंसकों की कमी नहीं है, अभी भी वे सामाजिक क्रांति के प्रेरक हैं। मास्को के रेड स्क्वेयर में रखा उनका पार्थिक शरीर आज भी विश्व पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।