प्रश्न
- चित्र में क्या-क्या दिखाई दे रहा है?
उत्तर – इस चित्र में उगता सूर्य, उड़ता हुआ सफ़ेद कबूतर और हरे-भरे फसलों से लहलहाते खेत दिखाई पड़ रहे हैं।
- इस चित्र में आपको क्या अच्छा लगा और क्यों?
उत्तर – इस चित्र में मुझे हरे-भरे फसलों से लहलहाते खेत बहुत अच्छे लगे क्योंकि यह समृद्धि का सूचक है।
- इस चित्र से हमें क्या संदेश मिलता है?
उत्तर – इस चित्र से हमें यह संदेश मिलता है कि प्रकृति बहुत ही सुंदर और सभी प्राणियों के लिए जीवनदायिनी है।
उद्देश्य
देशभक्ति गीतों का संकलन कर उनका पठन करना है। भारतवासी सत्य, अहिंसा, धर्म, न्याय, परोपकार, सद्भावना, मानवता आदि महान गुणों की पहचान हैं।
शैलेंद्र कुमार – कवि परिचय
शैलेंद्र कुमार का जन्म सन् 1923 में हुआ। इनका असली नाम शंकरीदास केसरीलाल था। ये हिंदी सिनेमा जगत के प्रमुख गीतकार हैं। इन्होंने कई प्रसिद्ध फिल्मी गीतों की रचना की। इन्हें यहूदी, अनाड़ी और ब्रह्मचारी फिल्मों में गीत लिखने के लिए तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनका देहांत सन् 1966 में हुआ।
जिस देश में गंगा बहती है…
होठों पे सचाई रहती है,
जहाँ दिल में सफ़ाई रहती
है। हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
मेहमाँ जो हमारा होता है,
वो जान से प्यारा होता है।
ज़्यादा का नहीं लालच हमको,
थोड़े में गुज़ारा होता है।
मिलजुल के रहो और प्यार करो,
एक चीज़ यही तो रहती है।
हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
होठों पे सचाई रहती है,
जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है।
हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
हिंदी शब्द | हिंदी अर्थ | तेलुगु अर्थ | अंग्रेज़ी अर्थ |
होठों | ओंठ | పెదవులు | Lips |
सचाई | सत्यता | నిజము | Truth |
दिल | हृदय, मन | గుండె, మనస్సు | Heart, Mind |
सफ़ाई | स्वच्छता | శుభ్రత | Cleanliness |
देश | राष्ट्र | దేశం | Country |
गंगा | एक नदी | గంగ నది | Ganges River |
बहती | प्रवाहित होती | ప్రవహిస్తుంది | Flows |
मेहमान | अतिथि | అతిథి | Guest |
प्यारा | प्रिय | ప్రియమైన | Dear, Lovely |
लालच | लोभ | ఆశ | Greed |
गुज़ारा | जीवनयापन | జీవన విధానం | Livelihood |
मिलजुल | साथ मिलकर | కలిసికట్టుగా | Together |
प्यार | प्रेम | ప్రేమ | Love |
चीज़ | वस्तु | వస్తువు | Thing |
रहती | निवास करती है | ఉంటుంది | Resides, Stays |
जान | जीवन, आत्मा | ప్రాణం, ఆత్మ | Life, Soul |
थोड़ा | कम, अल्प | కొద్దిగా | Little, Few |
रहो | निवास करो | ఉండు | Stay |
एक | अकेला, संख्या 1 | ఒకటి | One |
यही | बस यही | ఇదే | This Only |
वासी | रहने वाला | నివాసి | Resident |
अतिथि | मेहमान | అతిథి | Guest |
प्रिय | पसंदीदा | ప్రియమైన | Favorite, Beloved |
स्वच्छता | शुद्धता | స్వచ్ఛత | Cleanliness |
नदी | जलधारा | నది | River |
प्रवाह | बहाव | ప్రవాహం | Flow |
निवास | रहना | నివాసం | Residence |
सौंदर्य | सुंदरता | అందం | Beauty |
सम्मान | इज़्ज़त | గౌరవం | Respect |
शांति | सुकून | శాంతి | Peace |
पाठ का सार
यह कविता भारत की महान संस्कृति और मूल्यों का वर्णन करती है। इसमें सत्य, स्वच्छता, अतिथि-सत्कार, संतोष, प्रेम और मेल-जोल जैसे गुणों को दर्शाया गया है। कवि कहते हैं कि भारत एक ऐसा देश है जहाँ लोग ईमानदार होते हैं, दिल साफ़ होता है और संतोष के साथ जीवन व्यतीत किया जाता है क्योंकि भारतीयों के लिए संतोष धन ही परम धन है। यहाँ अतिथि को अत्यंत प्यार दिया जाता है और लालच की भावना न के बराबर होती है। प्रेम और आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए यह कविता भारतीय सभ्यता और आदर्शों को उजागर करती है।
अर्थग्राह्यता-प्रतिक्रिया
(अ) प्रश्नों के उत्तर बताइए।
- भारतीयों के बारे में कविता में क्या बताया गया है?
उत्तर – इस कविता में भारतीयों की सच्चाई, ईमानदारी, सरलता और मिल-जुलकर रहने की भावना को दर्शाया गया है। इसमें बताया गया है कि भारतीयों के दिल साफ़ होते हैं, वे अपने अतिथियों से अत्यंत प्रेम करते हैं और संतोषपूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं।
- भारत की कुछ नदियों के बारे में बताइए।
उत्तर – भारत में कई पवित्र और महत्त्वपूर्ण नदियाँ बहती हैं, जिनमें गंगा, यमुना, सरस्वती, ब्रह्मपुत्र, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी प्रमुख हैं। ये नदियाँ भारतीय संस्कृति, कृषि और जनजीवन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। भारतीय संस्कृति में नदियों को माता के समान पोषण करने वाली माना गया है।
(आ) कविता के आधार पर उचित क्रम दीजिए।
एक चीज़ यही तो रहती है
मिलजुल के रहो और प्यार करो
जिस देश में गंगा बहती है
हम उस देश के वासी हैं
उत्तर – मिलजुल के रहो और प्यार करो (1)
एक चीज़ यही तो रहती है (2)
हम उस देश के वासी हैं (3)
जिस देश में गंगा बहती है (4)
(इ) भाव से संबंधित कविता की पंक्तियाँ लिखिए।
- हम सब मिलजुलकर रहते हैं।
उत्तर – “मिलजुल के रहो और प्यार करो, एक चीज़ यही तो रहती है।”
- हम ईमानदारी से रहते हैं और थोड़े में गुज़ारा करते हैं।
उत्तर – “होठों पे सचाई रहती है, जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है।”
(ई) पंक्तियाँ पढ़िए। भाव बताइए।
अपना किसी से वैर न समझो,
जग में किसी को ग़ैर न समझो।
आप पढ़ो, औरों को पढ़ाओ,
घर-घर ज्ञान की जोत जलाओ॥
उत्तर – इन पंक्तियों में बताया गया है कि हमें किसी से बैर भाव या शत्रुता नहीं रखनी चाहिए बल्कि सभी को अपना बंधु समझना चाहिए। हमें स्वयं भी शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए और दूसरों को भी शिक्षित करने में सहायता करनी चाहिए, ताकि ज्ञान की रोशनी हर घर में फैले।
अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता
(अ) इन प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए।
- मिल-जुल कर रहने से क्या लाभ हैं?
उत्तर – मिल-जुलकर रहने से समाज में प्रेम, एकता और सहयोग की भावना बनी रहती है। इससे लोग एक-दूसरे की सहायता करते हैं और आपसी सद्भावना बढ़ती है, जिससे समाज में शांति बनी रहती है और समाज प्रगति की राह पर चलता है।
- अपने मेहमान के साथ कैसा व्यवहार करते हैं?
उत्तर – भारतीय संस्कृति में मेहमान को भगवान के समान माना जाता है। हम अपने मेहमानों का प्रेम और सम्मान से स्वागत करते हैं और उन्हें जान से प्यारा मानते हैं। हमारे लिए तो ‘अतिथि देवो भव’ होते हैं।
- ‘ज्यादा का नहीं लालच हम को, थोड़े में गुज़ारा होता है।‘ इसका भाव अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – इस पंक्ति का अर्थ है कि भारतीय संतोषी स्वभाव के होते हैं। वे अधिक धन और संसाधनों का लालच नहीं करते, बल्कि सरलता और सीमित साधनों में भी खुश रहते हैं।
(आ) इस गीत का सार अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – इस गीत का सार यह है कि भारत एक ऐसा देश है जहाँ लोग ईमानदार, दयालु और सरल होते हैं। यहाँ के लोग अतिथियों को अपना मानकर सम्मान देते हैं और संतोषपूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं। वे सत्य, स्वच्छता और प्रेम के मार्ग पर चलते हैं। इस गीत में भारतीय संस्कृति, एकता और भाईचारे का सुंदर चित्रण किया गया है, जिससे हमें अपने देश और भारतीय होने पर गर्व महसूस होता है।
(इ) देशभक्ति भावना पर चार पंक्तियों की कविता लिखिए।
उत्तर – भारत माँ के चरणों में, प्रेम अर्पित करते हैं,
त्याग, बलिदान की ज्योति से, देश रोशन करते हैं।
मिल-जुलकर हम सब रहें, सदा बढ़ाएँ शान,
तिरंगे की शान में, जीवन भी कर दें कुर्बान।
(ई) इस गीत में आपको कौन-सी बातें बहुत अच्छी लगीं? क्यों?
उत्तर – इस गीत में मुझे भारतीयों की ईमानदारी, सादगी, अतिथि-सत्कार और मिल-जुलकर रहने की भावना बहुत अच्छी लगी। यह गीत हमारे देश की महान संस्कृति और मूल्यों को दर्शाता है, जिससे हमें अपने भारतीय होने पर गर्व महसूस होता है।
भाषा की बात
(अ) उदाहरण के अनुसार वाक्य बनाइए।
यह + में – इसमें उदा- यह उपवन है। इसमें फूल हैं।
जो + में – जिसमें – यही वह उपवन है जिसमें तरह-तरह के फूल खिले हुए हैं।
(आ) मुहावरे का अर्थ बताइए।
जान से प्यारा होना – अत्यधिक प्रिय होना – मुझे मेरा भारत देश जान से प्यारा है।
(इ) नीचे दिये गये वाक्यों की वाक्य रचना समझिए।
- हम भारत वासी हैं।
- हमारे होठों पर सचाई रहती है।
- हमारे दिल में सफ़ाई रहती है।
ये वाक्य स्वतंत्र रूप से बने हैं। इनमें किसी दूसरे वाक्य का मेल नहीं है। ऐसे वाक्यों को सरल वाक्य कहते हैं।
- हम भारत के वासी हैं और भारत देश हमारा है।
- हमारे होठों पर सचाई रहती है और दिल में सफ़ाई रहती है।
- हम सब भारतीय हैं इसलिए हम सब एक हैं।
इन वाक्यों में दो सरल वाक्यों का मेल हुआ है। इस तरह दो वाक्यों के मेल से बने वाक्यों को संयुक्त वाक्य कहते हैं।
- मेहमाँ जो हमारा होता है,
वो जान से प्यारा होता है।
- हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है।
यहाँ सरल वाक्य के साथ उपवाक्य (आश्रित वाक्य) का मेल हुआ है। सरल वाक्य के साथ किसी आश्रित वाक्य का मेल हो तो उसे मिश्रित वाक्य कहते हैं।
(ई) नीचे दिए गए वाक्यों की वाक्य रचना पहचानिए।
- हम नवीं कक्षा के छात्र हैं।
उत्तर – सरल वाक्य
- हम अपना भविष्य बनायेंगे और देश की सेवा करेंगे।
उत्तर – संयुक्त वाक्य
- जो जितनी मेहनत करेगा वह उतना ही आगे बढ़ेगा।
उत्तर – मिश्रित वाक्य
परियोजना कार्य
शैलेंद्र कुमार के इस गीत की कुछ पंक्तियाँ ही पाठ में दी गई हैं। आप इस गीत की अन्य पंक्तियों का संकलन कर पाठ में दी गई कविता के साथ जोड़कर संपूर्ण गीत का प्रदर्शन कक्षा में कीजिए।
उत्तर – हम उस देश के वासी हैं
होठों पे सच्चाई रहती है,
जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है।
हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
मेहमान जो हमारा होता है,
वो जान से प्यारा होता है।
ज़्यादा का नहीं लालच हमको,
थोड़े में गुज़ारा होता है।
मिलजुल के रहो और प्यार करो,
एक चीज़ यही तो रहती है।
हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
सच्चाई के आगे बन्दा,
बन्दे से बन्दा जुड़ता है।
सच्चाई से बड़ा है कोई,
तो सामने आए, आगे बढ़े।
झूठों के घर नहीं टिकते,
सच्चा है तो सच्चा रहती है।
हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
जो कर्म से डर जाए,
वो हम नहीं इंसान नहीं।
जो सत्य पे मर जाए,
वो हम नहीं हिंदुस्तानी नहीं।
हम प्यार पे जीते हैं,
हम देश के गीतों पे मरते हैं।
हम उस देश के वासी हैं,
जिस देश में गंगा बहती है॥
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए-
प्रश्न – होठों पर क्या रहता है?
उत्तर – होठों पर सचाई रहती है।
प्रश्न – दिल में क्या रहता है?
उत्तर – दिल में सफ़ाई रहती है।
प्रश्न – हम किस देश के वासी हैं?
उत्तर – हम उस देश के वासी हैं, जिस देश में गंगा बहती है।
प्रश्न – हमारा मेहमान कैसा होता है?
उत्तर – हमारा मेहमान जान से प्यारा होता है।
प्रश्न – हमें किस चीज़ का लालच नहीं होता?
उत्तर – हमें ज़्यादा का लालच नहीं होता।
प्रश्न – हम गुज़ारा किसमें करते हैं?
उत्तर – हम थोड़े में गुज़ारा करते हैं।
प्रश्न – हमें कैसे रहना चाहिए?
उत्तर – हमें मिलजुलकर और प्यार से रहना चाहिए।
प्रश्न – इस कविता में किस नदी का उल्लेख है?
उत्तर – इस कविता में गंगा नदी का उल्लेख है।
प्रश्न – हमारे दिल में क्या गुण होने चाहिए?
उत्तर – हमारे दिल में सफ़ाई और सच्चाई होनी चाहिए।
प्रश्न – इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर – इस कविता का मुख्य संदेश ईमानदारी, प्रेम और संतोष है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए –
प्रश्न – कवि ने इस कविता में भारतीय संस्कृति के कौन-कौन से गुणों का उल्लेख किया है?
उत्तर – कवि ने इस कविता में सचाई, सफ़ाई, अतिथि-सत्कार, संतोष, प्रेम और मेलजोल जैसे भारतीय संस्कृति के गुणों का उल्लेख किया है। यह कविता भारत की महान परंपराओं को दर्शाती है।
प्रश्न – कवि ने “हम उस देश के वासी हैं, जिस देश में गंगा बहती है” पंक्ति से क्या दर्शाया है?
उत्तर – इस पंक्ति के माध्यम से कवि भारत की पवित्रता, महान संस्कृति और नैतिक मूल्यों को दर्शाते हैं। गंगा नदी को पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है, जिससे भारत की संस्कृति का महत्त्व बताया गया है।
प्रश्न – कवि के अनुसार हमें जीवन में कौन-कौन से मूल्यों को अपनाना चाहिए?
उत्तर – कवि के अनुसार हमें सचाई, सफ़ाई, संतोष, अतिथि-सत्कार, प्रेम और एकता को अपनाना चाहिए। यही वे गुण हैं जो हमें एक बेहतर इंसान और समाज का हिस्सा बनाते हैं।