सेवा में
मान्यवर,
श्रीमान सदन कुमार पाल,
प्रोफ़ेसर, सरकारी स्यंशासित महाविद्यालय,
राउरकेला
महाशय
आज हम अत्यन्त शोक के साथ आपको विदा देने के लिए यहाँ एकत्रित हुए हैं। आपने राउरकेला कॉलेज की जो सेवाएँ की हैं और हम विद्यार्थियों के साथ जैसा प्रशंसनीय व्यवहार किया है, उसके वर्णन के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं। हम में से अधिकांश छात्र आपके चरण कमलों में बैठकर पढ़े हैं और जानते हैं कि आपमें कैसी अद्वितीय विद्वत्ता, कैसी योग्यता, कैसी विचार-मौलिकता और कैसी अध्यापन-कुशलता है। सरकारी स्यंशासित महाविद्यालय, राउरकेला के इस विख्यात एवं प्राचीन विद्या मन्दिर में प्रोफ़ेसर के पद पर कार्य करते हुए आपने सद्बुद्धि, शिष्टता, न्याय और प्रबन्ध कुशलता से क्या विद्यार्थी, क्या अध्यापक, क्या अधिकारी, क्या नागरिक सभी के हृदय पर अधिकार जमा लिया है। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं कि आप वर्तमान युग के मानव रत्न है।
सेवानिवृत्ति के बाद भी आप अनेक छात्रों के लिए प्रोत्साहन का कारण बने रहें इसी आशा के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देता हूँ।
आपका विद्यानुरागी
अविनाश रंजन गुप्ता