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विदाई पत्र – 3

vidai samaroh ke lie bhashan in hindi

सेवा में

पूजनीय,

श्रीमान सदन कुमार पाल,

प्रोफ़ेसर, सरकारी स्यंशासित महाविद्यालय,

राउरकेला

महाशय

आज यह हमारा दुर्भाग्य है कि आप हमको छोड़कर सेवानिवृत्त  रहे हैं। आप नेत्रों के सामने से भले ही चले जाएँ परन्तु हृदय से कभी बाहर नहीं हो सकते। आपकी मधुर स्मृति सदैव हमारे मस्तिष्क में रहेगी। हमें पूर्ण आशा है कि आपकी स्मृति में भी सरकारी स्यंशासित महाविद्यालय, राऊरकेला और इसके वे विद्यार्थी जिनके साथ आपने अपनी आयु के लगभग 28 वर्ष व्यतीत किए हैं सर्वदा बने रहेंगे। श्रीमान्, आपको विदा देते हुए इस समय हमारे हृदय विदीर्ण हो रहे हैं, हमारे नेत्रों में अश्रुधारा रोकने से नहीं रुकती और हमारे कंठ रुद्ध हो रहे हैं परंतु सुख के बाद दुख का आना तो अयश्यंभावी है। विधि का विधान और अपने भाग्य में यह बदा मानकर स्वयं को सांत्वना देने का प्रयास कर रहे हैं। आपके उत्तम स्वस्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की परम-पिता परमेश्वर से कामना करते हुए यहीं मौन होता हूँ।

आपके आज्ञाकारी

कॉलेज के विद्यार्थी  

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Avinash Ranjan Gupta

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